लखीमपुर खीरी: जिले में समाज कल्याण विभाग से चलने वाले आश्रम पद्धति विद्यालय की चहारदीवारी भरभरा कर गिर गई. घटना में एक बच्चे की मौत हो गई, जबकि एक बच्चा घायल हो गया. गनीमत यह थी कि कोरोना वायरस के चलते इस वक्त विद्यालय बंद था नहीं तो बड़ी दुर्घटना हो सकती थी. घटना के बाद गांव वालों में गुस्सा दिखाई पड़ा. पड़ोसियों ने प्रदर्शन भी किया. पुलिस ने किसी तरह समझाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज है. हादसा रेहरिया चौकी के साहबगंज के पास हुआ है.
जिले के गोला मोहम्मदी के बीच रेहरिया के पास साहबगंज गांव में समाज कल्याण विभाग का दीनदयाल उपाध्याय आश्रम पद्धति विद्यालय चलता है. देर शाम विद्यालय की दीवार भरभराकर गिर गई. करीब 100 फीट लम्बी विद्यालय की एक तरफ की पूरी बाउंड्रीवाल भरभराकर गिर गई. इस दीवार के किनारे पगडंडी थी, जिसपर गांव के कुछ बच्चे निकल रहे थे. हादसे के वक्त दो बच्चे दीवार की चपेट में आ गए. दोनों ही दीवार के मलबे में दब गए. गांव वाले जब तक जान पाते एक बच्चे की मलबे में दबकर मौत हो गई. वहीं मिरछू का 13 साल का बेटा पाला सिंह घायल हो गया, उसे गोला सीएचसी इलाज को भेजा गया.
समाज कल्याण विभाग से संचालित आश्रम पद्धति विद्यालय में वर्षों से कोई प्रधानाचार्य ही नहीं है. किसी तरह विद्यालय का काम चलाया जा रहा है. कोरोना काल में यह विद्यालय फिलहाल बंद चल रहा है, जिसकी वजह से एक बड़ा हादसा टल गया, पर पूरी दीवार गिरने से कहीं न कहीं घटिया निर्माण की पोल जरुर खुल गई है. वहीं कमीशन का खेल भी खुलकर सामने आ गया है.
बताया जा रहा है कि समाज कल्याण विभाग के आश्रम पद्धति विद्यालय की बाउंड्री वाल करीब 10 साल पहले बनी थी. इस बार अभी ज्यादा बारिश भी नहीं हुई न ही कोई आंधी चल रही थी, पर दीवार भरभरा कर गिर गई. जिससे सरकारी समाज कल्याण विभाग की बाउंड्री वाल में घटिया निर्माण की पोल एक बार फिर खुल गई. वहीं खीरी के समाज कल्याण अधिकारी सुधांशु शेखर ही स्कूल के सर्वेसर्वा हैं. शेखर कहते हैं दीवार की मरम्मत के लिए डीपीआर बनाकर विभाग को भेजा गया था, मरम्मत होनी थी. बारिश के दिनों के चलते दुर्घटना हो गई.