आगरा: जिले में बीते सप्ताह में छह हत्याएं, 12 से अधिक चोरियां और कई लूट की वारदातें हो चुकी हैं, जो आगरा पुलिस की नाकामियों को साबित करती हैं. लॉकडाउन के बाद जिले में अपराध के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हुई है. हालांकि इस मामले में एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद लगातार गश्त बढ़ाने और पेट्रोलिंग किए जाने की बात कह रहे हैं.
बता दें कि लॉकडाउन के दौरान जहां अपराधों पर अचानक विराम लग गया था. इक्का-दुक्का वारदातें ही सामने आ रही थीं, तो अनलॉक शुरू होने के बाद लगातार वारदातें बढ़ती जा रही हैं. बीते एक सप्ताह की बात करें तो खंदौली में फर्जी लूट, सैयां में मुनीम द्वारा लूट की फर्जी साजिश, दो चेन स्नेचिंग और मंगलवार को दंपति से लूट का प्रयास करने के बाद ग्रामीणों द्वारा पकड़ कर पिटाई करने जैसी कई वारदातें हो चुकी हैं.
शहर में इलेक्ट्रॉनिक्स शॉप, मोबाइल शॉप, घर में चोरी और भाजपा पार्षद के घर चोरी जैसी कई वारदातें सामने आई हैं. हत्याओं की बात करें तो बुधवार को थाना शमशाबाद में पहलवान की हत्या, जमीन विवाद में फतेहाबाद के गांव में जनार्दन नामक युवक की हत्या के साथ बीते दिनों न्यू आगरा में युवक की गला काटकर हत्या, मलपुरा में बीडीसी के पति की हत्या, हरीपर्वत क्षेत्र में रिक्शा चालक की गला काटकर हत्या, खेरागढ़ कांड जैसी छह से अधिक वारदातें सामने आ चुकी हैं.
आगरा पुलिस लगातार घटनाओं का खुलासा कर रही है, लेकिन वारदातों का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है. चिकितसक डॉ. केसी गुरनानी के अनुसार लॉकडाउन के बाद आर्थिक तंगी और इतने समय मजबूरन घरों में रहने के कारण लोगों के स्वभाव में चिड़चिड़ापन आ गया है. आर्थिक जरूरतें भारी पड़ रही हैं और लोग परिणाम से डरने की बजाए घटनाएं कर रहे हैं. परिवार के लोगों द्वारा युवाओं पर ज्यादा ध्यान देने और मृदु व्यवहार करने की आवश्यकता है.
एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद का कहना है कि लगातार वारदातों के खुलासे किए गए हैं और अपराधियों को जेल भेजा गया है. सभी सीओ, एसओ और अन्य पुलिसकर्मी अपना काम पूरी तन्मयता से कर रहे हैं. चीता मोबाइल, ईगल मोबाइल, पीआरवी समेत सभी को पेट्रोलिंग के सख्त आदेश हैं. रात में भी फोर्स बढ़ाया गया है. पुलिस अपना काम पूरी तन्मयता से कर रही है.