गोरखपुर: जिले में उप आबकारी आयुक्त गोरखपुर के नेतृत्व में कैंट थाना क्षेत्र के बेतियाहाता स्थित एक गोदाम में छापेमारी की गई. इस दौरान भारी मात्रा में अंग्रेजी, देशी शराब के पैकिंग की डुप्लीकेट सामग्री और बार कोड बरामद किए गए हैं. साथ ही एक आरोपी को गिरफ्तार भी किया गया है. बरामद सामग्री की कीमत करीब 50 लाख रुपये बताई जा रही है. आबकारी टीम ने मकान मालिक से भी पूछताछ की.
उप आबकारी आयुक्त आरके सिन्हा के नेतृत्व में आबकारी विभाग ने गुरुवार को एक ऐसे गिरोह का खुलासा किया है, जो ब्रांडेड शराब की बोतलों के ढक्कन और बारकोड को अपनी फैक्ट्री में बनाकर नकली शराब बाजारों में बेचते थे. यह काम यह पिछले कई सालों से बड़े स्तर पर कर रहे थे. गुरुवार को करीब 50 लाख रुपये के ब्रांडेड कंपनियों के ढक्कन और बारकोड वाले स्टीकर बरामद किए गए.
आबकारी विभाग को पिछले कुछ दिनों से सूचना मिल रही थी कि नामी-कंपनियों के नाम पर नकली शराब की बोतलें गोरखपुर मंडल में सप्लाई की जा रही हैं. इसको लेकर आबकारी विभाग ने टीम बनाकर जांच शुरू किया था और इसी जांच में आबकारी विभाग को पता चला कि इस गिरोह का एक सदस्य नकली शराब की खेप दुकानों पर पहुंचाने जा रहा है. इस सूचना के आधार पर जब पुलिस ने उसको पकड़ा तो उससे मिली जानकारी के आधार पर शराब के गोदाम पर छापेमारी की गई, जहां करीब 50 लाख रुपये के कीमत की सामानों की बरामदगी की गई.
आबकारी विभाग के अधिकारियों का कहना है कि शराब माफिया पिछले कई सालों से ब्रांडेड कंपनियों के नाम पर नकली शराब सरकारी ठेकों पर मिलीभगत करके बेचा करते थे. इससे सरकार को राजस्व का नुकसान होता था. इस बरामदगी के बाद पूरे मंडल में अब आबकारी विभाग की टीमें छापेमारी कर शराब की दुकानों की जांच करेंगी और असली के नाम पर नकली शराब बेचने वालों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी.