सुलतानपुर: जिलाधिकारी आवास से चंद कदम की दूरी पर बसफोड़वा समुदाय के अट्ठारह परिवार फुटपाथ पर निवास करते हैं. इन्हें भोजन तो मिल रहा है, लेकिन पेट भरने भर का नहीं. दिन में केवल एक बार लंच पैकेट मिलने से बच्चे दिन भर कुछ खाने की आस में टकटकी लगाए रहते हैं.
बसफोड़वा समुदाय के यह लोग बांस का काम करते हैं. लाश के लिए तख्ती बनाना, शादी ब्याह में सामग्रियां तैयार करना, बांस के विभिन्न घरेलू उपयोग की चीजें बनाना इनका प्रमुख पेशा है.
इसे भी पढ़ें:-नाबार्ड, सिडबी और नेशनल हाउसिंग बैंक को 50,000 करोड़ की मदद: आरबीआई गवर्नर
2-3 डिब्बा लंच पैकेट मिलता है जो पेट भरने में नाकाफी रहता है. एक पैकेट में तीन से चार पूड़ियां ही होती हैं. ऐसे में बच्चों तक ही यह सीमित रह पाता है. हम लोगों तक लंच पैकेट नहीं पहुंच पाता है.
सरजू ,बांस फोड़वा समुदायरोजी रोजगार बंद है. बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. खाने-पीने की समस्याएं सामने आ रही हैं. सूखा अनाज भी नहीं दिया जा रहा है. किसी तरह पेट भर रहा है.
विजय,बांस फोड़वा समुदायनगर पालिका क्षेत्र में तीन स्थानों पर कम्युनिटी किचन चल रहा है. 26 स्थानों पर ग्रामीण क्षेत्र में कम्युनिटी किचन संचालित कराया जा रहा है. लोगों को भोजन मुहैया कराया जा रहा है. शहर में 3484 लोगों को भोजन दिया गया है.
रामजी लाल, एसडीएम सदर, सुलतानपुर