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सुलतानपुर: डिफॉल्टरों की सूची में सबसे ऊपर सपा जिलाध्यक्ष का नाम, जारी होगा वारंट

समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष रघुवीर यादव का नाम सदर तहसील में डिफॉल्टर के तौर पर चस्पा की गई है. दस बड़े बकायेदारों की सूची में रघुवीर यादव का नाम सबसे ऊपर है. वहीं अब शहर में रघुवीर यादव को लेकर तरह-तरह की चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है.

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Published : Jun 22, 2019, 12:26 PM IST

बकायेदारों की सूची में सबसे ऊपर सपा जिलाध्यक्ष का नाम.

सुलतानपुर: सपा जिलाध्यक्ष रघुवीर यादव का नाम 34 लाख की डिफॉल्टर सूची में शामिल हो गया है. उनके बेटे के नाम से संचालित फर्म तहसील सदर में सबसे बड़े बकायेदारों की सूची में शामिल है. सदर तहसील में 10 बकायेदारों की सूची में सपा जिलाध्यक्ष का नाम सबसे शीर्ष पर मौजूद है, जो पूरी समाजवादी पार्टी के खेमे में हलचल पैदा कर रही है.

बकायेदारों की सूची में सबसे ऊपर सपा जिलाध्यक्ष का नाम.

क्या है मामला

  • समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष रघुवीर यादव के बेटे का नाम बकायेदारों की लिस्ट में सबसे ऊपर है.
  • जिला अध्यक्ष के बेटे हृदय नारायण यादव का हृदय स्टोर के नाम से एक फर्म संचालित है, जो बिल्डिंग मैटेरियल के सामानों के लिए जाना है.
  • सदर तहसील प्रशासन की मानें तो बकाये को लेकर कई बार नोटिस जारी की गई.
  • यहां तक की अमीन बकाये की नोटिस लेकर पहुंचे, लेकिन जिलाध्यक्ष होने के नाते वह अपनी हनक दिखा कर उसे वापस करते रहे.

दस बड़े बकायेदारों की सूची सदर तहसील में चस्पा कर दी गई है. नोटिस जारी करने की प्रक्रिया अपनाई गई है. समय पूरा होने पर वारंट जारी करने की कार्रवाई की जाएगी. गिरफ्तारी और एफआईआर दर्ज करने की कार्रवाई भी की जाएगी. बकाया मिलने के बाद उसे संबंधित विभाग को देय के रूप में जमा करा दिया जाएगा.
-लालजी राम, उपजिलाधिकारी

सुलतानपुर: सपा जिलाध्यक्ष रघुवीर यादव का नाम 34 लाख की डिफॉल्टर सूची में शामिल हो गया है. उनके बेटे के नाम से संचालित फर्म तहसील सदर में सबसे बड़े बकायेदारों की सूची में शामिल है. सदर तहसील में 10 बकायेदारों की सूची में सपा जिलाध्यक्ष का नाम सबसे शीर्ष पर मौजूद है, जो पूरी समाजवादी पार्टी के खेमे में हलचल पैदा कर रही है.

बकायेदारों की सूची में सबसे ऊपर सपा जिलाध्यक्ष का नाम.

क्या है मामला

  • समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष रघुवीर यादव के बेटे का नाम बकायेदारों की लिस्ट में सबसे ऊपर है.
  • जिला अध्यक्ष के बेटे हृदय नारायण यादव का हृदय स्टोर के नाम से एक फर्म संचालित है, जो बिल्डिंग मैटेरियल के सामानों के लिए जाना है.
  • सदर तहसील प्रशासन की मानें तो बकाये को लेकर कई बार नोटिस जारी की गई.
  • यहां तक की अमीन बकाये की नोटिस लेकर पहुंचे, लेकिन जिलाध्यक्ष होने के नाते वह अपनी हनक दिखा कर उसे वापस करते रहे.

दस बड़े बकायेदारों की सूची सदर तहसील में चस्पा कर दी गई है. नोटिस जारी करने की प्रक्रिया अपनाई गई है. समय पूरा होने पर वारंट जारी करने की कार्रवाई की जाएगी. गिरफ्तारी और एफआईआर दर्ज करने की कार्रवाई भी की जाएगी. बकाया मिलने के बाद उसे संबंधित विभाग को देय के रूप में जमा करा दिया जाएगा.
-लालजी राम, उपजिलाधिकारी

Intro:एक्सक्लूसिव ईटीवी भारत
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शीर्षक : सपा जिलाध्यक्ष का नाम 34 लाख के डिफाल्टर में, जल्द जारी होगा वारंट।

सुल्तानपुर के सपा जिला अध्यक्ष रघुवीर यादव 34 लाख की डिफाल्टर सूची में शामिल हो गए हैं। उनके बेटे के नाम से संचालित फर्म तहसील सदर में सबसे बड़े बकायेदारों की सूची में शामिल हो गई है। सदर तहसील में 10 बकायेदारों की सूची में सपा जिला अध्यक्ष का नाम सबसे शीर्ष पर मौजूद है। जो पूरे समाजवादी पार्टी के खेमे में हलचल पैदा कर रहा है। भाजपाई मुदित हैं। शहर में तरह-तरह की चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। बहरहाल इसे सपा की किरकिरी के तौर पर देखा जा रहा है।




Body:मामला सुल्तानपुर जिला मुख्यालय के करौंदिया मोहल्ले निवासी समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष रघुवीर यादव से जुड़ा हुआ है। जिला अध्यक्ष के बेटे हृदय नारायण यादव का हृदय स्टोर के नाम से एक फर्म संचालित है जो करौंदिया मोहल्ले में बिल्डिंग मटेरियल के सामानों के लिए जाना है। सदर तहसील प्रशासन की मानें तो कई बार नोटिस जारी की गई। अमीन बकाए की नोटिस लेकर पहुंचे । लेकिन समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष होने के नाते वे अपनी हनक का दुरुपयोग करते रहे और आखिरकार टॉप टेन बकायेदारों की सूची में सबसे ऊपर पहुंच गए हैं । उनका नाम तहसील सदर की टॉप टेन सूची में प्रदर्शित कर दिया गया है। जिससे यह पूरा मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।


Conclusion:बाइट : उपजिलाधिकारी सदर लाल जी राम कहते हैं कि 10 बड़े बकायेदारों की सूची सदर तहसील में चस्पा कर दी गई है। नोटिस जारी करने की प्रक्रिया अपनाई गई है । समय पूरा होने पर वारंट जारी करने की कार्रवाई की जाएगी । गिरफ्तारी और एफ आई आर दर्ज करने की कार्रवाई भी की जाएगी। बकाया मिलने के बाद उसे संबंधित विभाग को दे के रूप में जमा करा दिया जाएगा।

आशुतोष मिश्रा, सुल्तानपुर, 94 15049 256
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