पीलीभीत: जनपद के सांसद वरुण गांधी ने जिले के चिकित्सकों को अमानवता के कठघरे में लाकर खड़ा कर दिया है. वरुण गांधी ने सीधे तौर पर आरोप लगाया है कि जिले में पिछ्ले काफी समय से इलाज के दौरान होने वाली मौतों के लिए चिकित्सक जिम्मेदार हैं.
वरुण गांधी ने डीएम वैभव श्रीवास्तव को सोमवार को एक पत्र भेजा है, जिसमें लिखा है कि जिले के चिकित्सक अपनी जिम्मेदारी का निर्वाहन करने के प्रति पर्याप्त गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं. मरीजों के परिजन बड़े ही विश्वास के साथ किसी अस्पताल में उन्हें ले जाते हैं, जहां इलाज के दौरान मरीज की मौत हो जाने जैसी घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं.
दरअसल पत्र के मुताबिक ग्राम पोटा खुर्द के रहने वाले बालक राम ने वरुण गांधी से शिकायत की थी कि उनके भाई की इलाज के दौरान मौत हो गई थी. शिकायत के बाद वरुण गांधी ने डीएम को इस संबंध में सोमवार को एक पत्र में उक्त शिकायत की.
वरुण गांधी ने डीएम से अपेक्षा जताते हुए कहा कि जनहित में ऐसे मामलों को गंभीरता से लेकर ऐसी व्यवस्था की जाए, जिससे कोई जनहानि न हो और गरीबों को अच्छा उपचार मिल सके.
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ऐसा प्रतीत हो रहा है कि डॉक्टर अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करने के प्रति पर्याप्त गंभीर नहीं हैं. इलाज के दौरान मरीज की मौत हो जाने जैसी घटनाएं डॉक्टरों की डिग्रियों और उनके अनुभव पर सवाल उठाते हैं.
-वरुण गांधी,सांसद,पीलीभीतसांसद वरुण गांधी जी की ओर से एक पत्र मिला है, जिसमें जिले के निजी अस्पतालों के चिकित्सकों की डिग्री की जांच संबंधी बात कही गई है, जिसके अनुपालन सम्बंधी कार्य किए जा रहे हैं.
-वैभव श्रीवास्तव,जिलाधिकारी