सुलतानपुर: जिले की दो महिला प्रधानों ने ग्राम में विकास के क्षेत्र में एक मिसाल कायम की है. खुले खेत में शौच को जाने वाली महिलाओं को शौचालय का तोहफा दिया है, खड़ंजा बनवाए हैं, पेयजल का प्रबंध कराया है. दोनों प्रधानों के कार्यों से खुश होकर केंद्रीय पंचायत राज विभाग की तरफ से आठ लाख और 12 लाख रुपए का पुरस्कार प्रदान किया गया है. जिलाधिकारी कार्यालय पर इनका सम्मान समारोह कार्यक्रम आयोजित हुआ.
पंडित दीनदयाल उपाध्याय पंचायती सशक्तिकरण पुरस्कार से सम्मानित
दोनों ग्राम प्रधान जयसिंहपुर तहसील क्षेत्र के मोतिगरपुर ब्लाक अंतर्गत से जुड़ी हुई हैं. जहां के दियरा ग्राम प्रधान सुनीता गुप्ता व हरसायन नागपुर की ग्राम प्रधान कमला वर्मा को पंडित दीनदयाल उपाध्याय पंचायती सशक्तिकरण पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. केंद्रीय पंचायतीराज मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने उनके खाते में 8 लाख और 12 लाख का पुरस्कार भेजा है. कोविड-19 के चलते ग्राम प्रधानों को दिल्ली के समारोह में नहीं शामिल किया जा सका था. केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की तरफ से भेजे गए प्रशस्ति पत्र को जिलाधिकारी रवीश कुमार गुप्ता ने दोनों ग्राम प्रधानों को देकर सम्मानित किया. घर की दहलीज पार कर विकास के क्षेत्र में इबारत लिखने वाली दोनों महिला प्रधानों की हौसला अफजाई सामाजिक संगठनों ने भी की है.
'गांव में लागू की सारी योजनाएं'
हरसायन नागपुर की ग्राम प्रधान कमला वर्मा ने बताया कि हमारे प्रधानमंत्री ने जो भी योजनाएं लागू कीं, उसको हमने ग्राम पंचायत में लागू किया और नागरिकों को इसका लाभ दिलाया. इसी वजह से पंडित दीनदयाल उपाध्याय पुरस्कार से मुझे सम्मानित किया गया है.
'गांव में बनवाए शौचालय'
दियरा ग्राम प्रधान सुनीता गुप्ता ने बताया कि गांव की जो महिलाएं शौच के लिए बाहर जाती थीं, उनके लिए शौचालय बनवाया. प्रधानमंत्री की तरफ से जो भी योजनाएं आती हैं, उसका शत-प्रतिशत क्रियान्वयन कराया जाता है.
'अन्य प्रधान लें प्रेरणा'
विधायक जयसिंहपुर सीताराम वर्मा ने कहा कि इन महिला ग्राम प्रधानों ने जो विकास कार्य कराए हैं, वाकई में प्रेरणा के स्रोत हैं. दोनों ग्राम पंचायतों में नाली-खड़ंजा समेत अन्य विकास कार्य बहुत ही सुंदर हुए हैं, हमने अपनी आंखों से देखा है. इसी सिलसिले में पंडित दीनदयाल पुरस्कार योजना के तहत इन्हें सम्मानित किया गया है. अन्य ग्राम प्रधानों के लिए यही संदेश है कि इसी तर्ज पर अपने गांव का भी विकास करें.