सुलतानपुर: मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने नगरी समाधान का अभियान शुरु किया है. सुलतानपुर जिले में इसका जमकर मजाक उड़ाया जा रहा है. यहां नगरीय समाधान दिवस चल रहा है, लेकिन न तो चेयरमैन हैं और न ही अधिशासी अधिकारी और जूनियर इंजीनियर. ऐसे में फरियादी आ रहे हैं और प्रतीक्षा कर लौट जा रहे हैं. नगरीय समाधान दिवस की सार्थकता पर सवालिया निशान लग रहे हैं.
क्या है पूरा मामला
- मामला सुलतानपुर जिले के नगर पालिका से जुड़ा है.
- सुबह 10 बजे शुरू होने वाला नगरीय समाधान दिवस दोपहर दो बजे तक चलता है.
- अध्यक्षता की शुरूआत जिलाधिकारी से होती है.
- सोमवार को न ही जिलाधिकारी इंदुमती आईं और न ही अफसरों ने जायजा लिया.
- इसी के चलते बड़ी संख्या में फरियादी आए और भटकते रहे.
- इससे नगरीय समाधान दिवस की सार्थकता पर सवाल खड़े हो रहे हैं.
हम यहां काफी देर से आए हैं, लेकिन कोई अधिकारी नहीं मिल रहा है. इस वजह से सुनवाई नहीं हो पा रही है. हम यहां नाली की सफाई की मांग करने नगरीय समाधान दिवस में आए थे.
-अली मोहम्मद, शहर निवासी