सुल्तानपुर: उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में वकीलों ने भगवाधारी माफिया की सूची तैयार की है. सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय के सामने अधिवक्ताओं ने इन भगवाधारी माफिया यानी भारतीय जनता पार्टी का झंडा ओढ़कर बैठे माफिया की सूची पढ़ी. इस दौरान ऐसे माफिया के मुकदमों की गिनती कराते हुए अधिवक्ताओं ने कहा कि इनके अवैध कब्जे और ढांचों पर बुलडोजर कब चलेंगे. प्रदर्शन के दौरान अधिवक्ताओं ने विधानसभा के घेराव की चेतावनी भी दी है.
राष्ट्रीय पाल/धनगर महासभा के नेतृत्व में सोमवार को कार्यकर्ता और सदस्य बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट पर एकत्र हुए. इसके बाद अधिवक्ताओं का दल भी कलेक्ट्रेट पहुंच गया और बैनर पोस्टर लेकर प्रदर्शन करने लगे. उमेश पाल और कृष्ण कुमार पाल हत्याकांड को लेकर अधिवक्ताओं ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारे भी लगाए. बैनर पोस्टर लेकर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर अधिवक्ताओं ने सवाल खड़े करते हुए निष्पक्ष कार्रवाई की मांग उठाई.
अधिवक्ताओं ने कहा कि ऐसे शातिर शूटर के खिलाफ फांसी देने की कार्रवाई सुनिश्चित की जानी चाहिए. प्रदर्शन के बाद एसडीएम सदर सीपी पाठक मौके पर पहुंचे और ज्ञापन लेकर जिलाधिकारी के जरिए राज्यपाल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजे जाने की बात कही. एसडीम सदर सीपी पाठक के आने पर भी प्रदर्शनकारी काफी उग्र रहे. बैनर लेकर कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट पर भी अधिवक्ता और धनगर सभा के कपड़ा अधिकारी व कार्यकर्ता गुस्से का इजहार करते रहे. इस दौरान कलेक्ट्रेट आने और जाने वाले लोगों को परेशानियों का सामना भी करना पड़ा. यातायात व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए कोतवाली नगर क्षेत्र के सीता कुंड चौकी प्रभारी पुलिस बल के साथ मौके पर भीड़ को तितर-बितर करने में लगे रहे.
अधिवक्ता राम प्रकाश मौर्य ने कहा कि प्रयागराज के उमेश हत्याकांड में शासन प्रशासन सिर्फ दिखावा कर रहा है. कोई ठोस कार्रवाई अभी तक सुनिश्चित नहीं की जा सकती है. जीरो टॉलरेंस की बात करने वाले सीएम योगी की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई है. वह तो केवल बुलडोजर लेकर घूमते रहते हैं. जो ऐसी निर्मम हत्याएं करा रहा है उनके खिलाफ कार्रवाई को लेकर सीएम योगी के पास कोई प्लानिंग नहीं है. योगी सरकार पूरी तरह फेल है और इसकी पूरी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन पर जाती है.
अधिवक्ता मौर्य ने कहा कि कुलदीप सिंह सेंगर पर 28 मुकदमे हैं, आखिर उन पर कब बुलडोजर चलेगा. बृजेश सिंह के ऊपर 106 मुकदमे और धनंजय सिंह के ऊपर 46 और राजा भैया के ऊपर 31 मुकदमे हैं, इन पर कब कार्रवाई होगी. उदय भान सिंह के ऊपर 83 मुकदमे और अशोक सिंह चंदेल पर 37 मुकदमे हैं. बृजेश सिंह पर 84 मुकदमे और चुलबुल सिंह के ऊपर 53 और सोनू सिंह के ऊपर 57 मुकदमे हैं. अजय सिंह सिपाही के ऊपर 81 मुकदमे हैं. अधिवक्ता राम प्रकाश मौर्य का कहना है कि सीएम योगी आदित्यनाथ तय करें कि वह माफिया के साथ नहीं जनता के साथ हैं. आखिर योगी आदित्यनाथ किस को मूर्ख बनाने का काम कर रहे हैं.
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