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सुलतानपुर: इमरजेंसी से फुटपाथ पर पहुंच रहे मरीज, घर पहुंचाने में नागरिक जनप्रतिनिधि बन रहे सहारा

उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर जिले में सड़क दुर्घटना में घायल को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल प्रशासन द्वारा घर जाने के लिए कह दिया गया, लेकिन उसे घर भेजने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई. इसके बाद मौके पर पहुंचे जिला पंचायत सदस्य ने अपनी गाड़ी से मरीज और उसके तीमारदारों को अपनी गाड़ी से घर भेज दिया.

जिला पंचायत सदस्य.
जिला पंचायत सदस्य.
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Published : Mar 27, 2020, 5:56 PM IST

सुलतानपुर: जिले के जयसिंहपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत तेहरी गांव निवासी निखिल तिवारी सड़क दुर्घटना में घायल हो गए. इस दुर्घटना में उनके सिर और पैर में गभीर चोटें आईं थी. जिला अस्पताल के भर्ती वार्ड बंद होने के कारण प्राथमिक उपचार के बाद निखिल को प्लास्टर बांधकर घर जाने के लिए कह दिया गया. कोरोना वायरस के चलते देश में लॉक डाउन घोषित किया गया है, जिसके कारण सरकारी और निजी वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी गई है.

जानकारी देते जिला पंचायत सदस्य.

ऐसे में घायल को उपचार के बाद अस्पताल से बाहर कर दिया गया, लेकिन उसके घर जाने की कोई व्यवस्था नहीं की गई. इससे फुटपाथ पर मरीज और तीमारदार महिलाएं परेशान थी. जबकि योगी सरकार ने रोगियों को घर पहुंचाने की इमरजेंसी आपातकालीन सेवा जारी रखने के निर्देश दिए हैं. जिला पंचायत सदस्य अजय जायसवाल को मामले की जानकारी होने पर उन्होंने वाहन से मरीज और उसके तीमारदारों को घर के लिए रवाना कर दिया.

इसे भी पढे़ं- लखनऊ: कोरोना से लड़ने के लिए सीएम योगी ने गठित की 11 कमेटियां, 20 IAS-5 IPS शामिल

दुर्घटना में घायल मरीज का अस्पताल में इलाज किया गया. इसके बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया गया. अस्पताल प्रशासन ने मरीज को घर भेजने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की है. जब एंबुलेंस सेवा 108 को फोन किया गया तो पता वह नहीं आ रही है.
-अजय जायसवाल, जिला पंचायत सदस्य

सुलतानपुर: जिले के जयसिंहपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत तेहरी गांव निवासी निखिल तिवारी सड़क दुर्घटना में घायल हो गए. इस दुर्घटना में उनके सिर और पैर में गभीर चोटें आईं थी. जिला अस्पताल के भर्ती वार्ड बंद होने के कारण प्राथमिक उपचार के बाद निखिल को प्लास्टर बांधकर घर जाने के लिए कह दिया गया. कोरोना वायरस के चलते देश में लॉक डाउन घोषित किया गया है, जिसके कारण सरकारी और निजी वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी गई है.

जानकारी देते जिला पंचायत सदस्य.

ऐसे में घायल को उपचार के बाद अस्पताल से बाहर कर दिया गया, लेकिन उसके घर जाने की कोई व्यवस्था नहीं की गई. इससे फुटपाथ पर मरीज और तीमारदार महिलाएं परेशान थी. जबकि योगी सरकार ने रोगियों को घर पहुंचाने की इमरजेंसी आपातकालीन सेवा जारी रखने के निर्देश दिए हैं. जिला पंचायत सदस्य अजय जायसवाल को मामले की जानकारी होने पर उन्होंने वाहन से मरीज और उसके तीमारदारों को घर के लिए रवाना कर दिया.

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दुर्घटना में घायल मरीज का अस्पताल में इलाज किया गया. इसके बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया गया. अस्पताल प्रशासन ने मरीज को घर भेजने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की है. जब एंबुलेंस सेवा 108 को फोन किया गया तो पता वह नहीं आ रही है.
-अजय जायसवाल, जिला पंचायत सदस्य

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