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सुलतानपुर में डॉक्टरों की कमीशन खोरी की खुली पोल - मुख्य विकास अधिकारी मधुसूदन नागराज

जिले में सरकारी अस्पताल में लाख रुपए तक सैलरी लेने वाले डॉक्टर लोगों की परेशानियों को दूर करने के बजाय उन पर जुल्म करते नजर आ रहे है. डॉक्टर्स की मिल रही लगातार शिकायतों के बाद गुरुवार को जब मुख्य विकास अधिकारी जिला अस्पताल जांच के लिए पहुंचे तो वह कमीशनखोरी देख कर खुद हैरत में पड़ गए.

सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों की कमीशनखोरी की खुली पोल
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Published : Jul 19, 2019, 2:08 AM IST

सुलतानपुर: सुलतानपुर के जिला अस्पताल से डॉक्टरों की कमीशन खोरी का मामला सामने आया है. जिलाधिकारी सी इंदुमती को जिला अस्पताल के डॉक्टरों के भ्रष्टाचार की शिकायतें बड़े पैमाने पर मिली थी. मामले की जांच कर रहे मुख्य विकास अधिकारी मधुसूदन नागराज के सामने डॉक्टरों की कमीशनखोरी की सच सामने आया है.

सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों की कमीशनखोरी की खुली पोल

क्यों है सरकारी अस्पताल में मरीज परेशान?

  • जिले के सरकारी अस्पताल में मरीज परेशान.
  • सरकारी अस्पताल में मुफ्त दवाएं होने के बावजूद बाहर से दवाइंया खरीदने को बोल रहे डॉक्टर.
  • कमीशन खोरी के लिए डॉक्टर पर्चे पर लिकते हैं दवाईयां.
  • अस्पताल का यह सच मुख्य विकास अधिकारी की जांच के दौरान आया सामने.
  • जिलाधिकारी सी इंदुमती को जिला अस्पताल के डॉक्टरों के भ्रष्टाचार की बड़े पैमाने पर मिल रही थी शिकायतें.
  • ऑपरेशन के दौरान मरीजों से पैसा लेने और बाहर से कमीशन के एवज में दवाई लिखे जाने का मामला सामने आया है.
  • मुख्य विकास अधिकारी मधुसूदन नागराज को जांच के लिए किया गया अधिकृत.
  • मुख्य विकास अधिकारी मामले की जांच में जुटे है.

पता नहीं किस वजह से डॉक्टर बाहर से दवाएं लिख रहे है. हालांकि उन्होंने कमीशन बाजी की बात अपरोक्ष रूप से कही है, कहा कि सरकारी अस्पताल में दवाएं भरमार है. फाइलों में भी अनियमितता की बात सामने आई है. अस्पताल प्रशासन से इसकी मांग की जाएगी. जांच कर सच्चाई का पता लगाया जाएगा.
मधुसूदन नागराज, मुख्य विकास अधिकारी

सुलतानपुर: सुलतानपुर के जिला अस्पताल से डॉक्टरों की कमीशन खोरी का मामला सामने आया है. जिलाधिकारी सी इंदुमती को जिला अस्पताल के डॉक्टरों के भ्रष्टाचार की शिकायतें बड़े पैमाने पर मिली थी. मामले की जांच कर रहे मुख्य विकास अधिकारी मधुसूदन नागराज के सामने डॉक्टरों की कमीशनखोरी की सच सामने आया है.

सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों की कमीशनखोरी की खुली पोल

क्यों है सरकारी अस्पताल में मरीज परेशान?

  • जिले के सरकारी अस्पताल में मरीज परेशान.
  • सरकारी अस्पताल में मुफ्त दवाएं होने के बावजूद बाहर से दवाइंया खरीदने को बोल रहे डॉक्टर.
  • कमीशन खोरी के लिए डॉक्टर पर्चे पर लिकते हैं दवाईयां.
  • अस्पताल का यह सच मुख्य विकास अधिकारी की जांच के दौरान आया सामने.
  • जिलाधिकारी सी इंदुमती को जिला अस्पताल के डॉक्टरों के भ्रष्टाचार की बड़े पैमाने पर मिल रही थी शिकायतें.
  • ऑपरेशन के दौरान मरीजों से पैसा लेने और बाहर से कमीशन के एवज में दवाई लिखे जाने का मामला सामने आया है.
  • मुख्य विकास अधिकारी मधुसूदन नागराज को जांच के लिए किया गया अधिकृत.
  • मुख्य विकास अधिकारी मामले की जांच में जुटे है.

पता नहीं किस वजह से डॉक्टर बाहर से दवाएं लिख रहे है. हालांकि उन्होंने कमीशन बाजी की बात अपरोक्ष रूप से कही है, कहा कि सरकारी अस्पताल में दवाएं भरमार है. फाइलों में भी अनियमितता की बात सामने आई है. अस्पताल प्रशासन से इसकी मांग की जाएगी. जांच कर सच्चाई का पता लगाया जाएगा.
मधुसूदन नागराज, मुख्य विकास अधिकारी

Intro:एक्सक्लूसिव रिपोर्ट
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शीर्षक : कमीशनखोरी : गरीबों पर भी तरस नहीं खा रहे 'धरती के भगवान'।


सुल्तानपुर

एंकर : लाख रुपए तक सैलरी लेने वाले गरीबों के भगवान गरीबी से जूझ रहे लोगों पर क्या जुल्म ढा रहे हैं । सरकारी अस्पताल में मुफ्त दवाएं भरमार हैं और बाहर से कमीशन खोरी के लिए पर्चे पर दवाई लिखी जा रही हैं। यह सच सुल्तानपुर जिला अस्पताल में मुख्य विकास अधिकारी की जांच के दौरान सामने आया है। उन्होंने माना कि पता नहीं किस वजह से डॉक्टर बाहर से दवाएं लिख रहे हैं। उन्होंने सरकारी अस्पताल में और खामियों का इशारा किया। कहा कि गड़बड़ झाले का पर्दाफाश होगा।


Body:वीओ : जिलाधिकारी सी इंदुमती को जिला अस्पताल में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार की शिकायतें मिली थी जिसमें ऑपरेशन के दौरान मरीजों से पैसा लेने और बाहर से कमीशन के एवज में दवाई लिखे जाने का मामला सामने आया था जिस पर उन्होंने मुख्य विकास अधिकारी मधुसूदन नागराज को जांच के लिए अधिकृत किया गुरुवार को जब मुख्य विकास अधिकारी जिला अस्पताल जांच के लिए पहुंचे तो यह सब देख वे खुद हैरत में पड़ गए।





Conclusion:बाइट : मुख्य विकास अधिकारी मधुसूदन नागराज ने बताया कि पता नहीं किस वजह से डॉक्टर बाहर से दवाएं लिख रहे हैं। हालांकि उन्होंने कमीशन बाजी की बात अपरोक्ष रूप से कही। कहा कि सरकारी अस्पताल में दवाएं भरमार हैं। फाइलों में भी अनियमितता की बात सामने आई है। अस्पताल प्रशासन से इसकी मांग की जाएगी। जांच कर सच्चाई का पता लगाया जाएगा।





आशुतोष मिश्रा, सुल्तानपुर , 94 15049 256
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