सुलतानपुर : UP Teacher Vacancy : सुलतानपुर जिला कलेक्ट्रेट में शनिवार को छात्रों ने जोरदार प्रदर्शन किया. छात्रों की मांग है कि सहायक अध्यापक की कुल 97000 वेकेंसी निकाली जाए. वहीं, प्रदर्शन के दौरान अपनी पीड़ा बयां करते हुए कुछ छात्राएं रो भी पड़ीं. उनका कहना है कि सरकार ने उनके साथ उपेक्षित रवैया अपना रखा है. छात्राओं का कहना था कि नौकरी को लेकर घरवालों ने भी नाक में दम कर दिया है. ऐसे में हम जाएं तो जाएं कहां.
दरअलस, यूपी में मात्र 17000 भर्ती निकालने पर छात्र-छात्राएं विरोध में सड़कों पर उतरने लगे हैं. इसी क्रम में शनिवार को छात्र-छात्राएं सुलतानपुर कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन करने पहुंचे. इनका कहना है कि प्रदेश में पास छात्र-छात्राओं की तादाद करीब 25 लाख है, ऐसे में 97000 भर्ती से ही हमारा समायोजन संभव है. साथ ही उनका कहना था कि सरकार पक्षपात कर रही है. 17000 के बजाय 97000 भर्ती निकाला जाए, ताकि हम भी रोजगार से जुड़ सकें.
लखनऊ : 69000 सहायक शिक्षक भर्ती के आरक्षण में गड़बड़ी का आरोप लगा रहे अभ्यर्थियों ने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास पर धरना प्रदर्शन किया. अभ्यर्थियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. अभ्यर्थी इको गार्डन से एक एक कर सबसे पहले चारबाग पहुंचे तथा चारबाग से सभी आरक्षण पीड़ित अभ्यर्थियों ने प्राइवेट बस एवं टेंपो को हायर कर मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचे तथा वहां पहुंचकर धरना प्रदर्शन किया. मुख्यमंत्री आवास पर आरक्षण पीड़ित अभ्यर्थियों का धरना प्रदर्शन करीब 20 मिनट तक चला. इस दौरान पुलिस बल और प्रदर्शनकारियों के बीच जमकर नोकझोंक हुई.
ओबीसी तथा एससी वर्ग के अभ्यर्थियों का कहना है कि इस भर्ती में 18000 से अधिक सीटों पर आरक्षण घोटाला हुआ है तथा सरकार 18000 आरक्षण घोटाले की सीट में से मात्र 6800 सीट देकर इस मामले को शांत करना चाहती है, लेकिन अभ्यर्थी शांत नहीं बैठेंगे. इस भर्ती में ओबीसी वर्ग को 27% तथा एससी वर्ग को 21% आरक्षण नहीं दिया गया है. अभ्यर्थियों का कहना है कि वह हर कीमत पर आरक्षण लेकर रहेंगे तथा उनका धरना प्रदर्शन तभी समाप्त होगा जब उन्हें इस भर्ती में पूरी तरह से न्याय मिल जाएगा.
दरअसल, ये अभ्यर्थी पिछले 205 दिन से लखनऊ के इको गार्डन पार्क में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. इनका कहना है कि ओबीसी वर्ग को इस भर्ती में 18598 सीट में से मात्र 2637 सीट दी गई है तथा ओबीसी वर्ग को 27% की जगह मात्र 3.86% आरक्षण दिया गया है. वहीं, दूसरी तरफ एससी वर्ग को इस भर्ती में 21% की जगह मात्र 16.6% आरक्षण दिया गया है. उन्हें इस भर्ती में अनारक्षित की कटऑफ 67.11 से नीचे ओबीसी वर्ग को 27% आरक्षण मिलना था, वहीं दूसरी तरफ एससी वर्ग को 21% आरक्षण मिलना था, लेकिन सरकार ने इस आरक्षण को पूरा नहीं दिया.
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6800 पर नहीं है संतुष्ट
अभ्यर्थियों का कहना है कि अब से 20 दिन पूर्व आरक्षण पीड़ित अभ्यर्थियों की मुलाकात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुख्यमंत्री आवास पर हुई थी. तब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को इस भर्ती में 27% एवं 21% आरक्षण पूरा करने का निर्देश दिया था, लेकिन अधिकारियों ने मुख्यमंत्री के आदेश का उल्लंघन कर 18000 आरक्षण घोटाले की सीट में से मात्र 6800 सीट पर आरक्षण घोटाला स्वीकार किया है. जो पूरी तरह से गलत है. तथा अभ्यर्थी इस 6800 सीट देने से नाराज हैं तथा अभ्यर्थियों ने बेसिक शिक्षा विभाग के इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया है.
अभ्यर्थी 6800 सीट देने के इस मामले में सोमवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर चैलेंज करेंगे तथा 6800 सीट पर कोर्ट से स्टे की मांग करेंगे. मुख्यमंत्री आवास पर आरक्षण पीड़ित अभ्यर्थियों के 20 मिनट तक चले घेराव एवं प्रदर्शन के बाद, सभी आरक्षण पीड़ित अभ्यर्थियों को पुलिस ने हिरासत में लेकर बस में बैठाकर इको गार्डन भेज दिया. प्रदर्शन करने वालों में प्रमुख से सुशील कश्यप, भास्कर यादव, राजेश चौधरी, पुष्पेंद्र यादव, मंजू बघेल, सौरभ शाक्य, संतोष, धर्मेंद्र पाल, शक्ति सिंह, आदि मौजूद थे.
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