सुलतानपुर: नगर पालिका चेयरमैन के खिलाफ नगर पालिका के कई सभासद बगावत पर उतर आए हैं. इन सभासदों ने ठेकेदारों के चयन में पक्षपात और कमीशनखोरी का आरोप चेयरमैन पर लगाया है. सभासदों के शिकायती पत्र को जिलाधिकारी ने संज्ञान में लिया है. पूरे मामले में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व से रिपोर्ट तलब की जा रही है.
सुलतानपुर नगर पालिका में टेंडर मैनेजमेंट में बड़े पैमाने पर खेल चल रहा है. चेयरमैन अपने ठेकेदारों को टेंडर देने के लिए शासनादेश का उल्लंघन कर रहे हैं, जबकि शासन का स्पष्ट आदेश है कि रजिस्ट्रेशन की कोई प्रक्रिया नहीं होगी. कोई भी ठेकेदार निविदा में शामिल हो सकता है. ऑनलाइन टेंडर के माध्यम से काम कराने का अधिकृत ठेकेदार बन सकता है, लेकिन भाजपा सरकार में चेयरमैन नियम कायदों को दरकिनार कर रहे हैं.
सभासद अमोल वाजपेई का कहना है कि नगरपालिका चेयरमैन द्वारा भ्रष्टाचार फैलाया गया. दो-दो बार जांच हुई. ये दोनों बार दोषी पाए गए. निर्माण कार्य में अधिकारियों द्वारा बराबर टिप्पणी की जा रही है कि वह दोषी हैं, लेकिन इसके बावजूद अनियमितता जारी है.
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सभासद ने कहा कि हम लोग यहां आए हैं कि चेयरमैन शासनादेश का पालन करें. नगर पालिका के उपबंधों का पालन करें. हाईकोर्ट के आदेश का पालन करें. बहुत हुआ भ्रष्टाचार, अबकी बार मोदी सरकार के नारे को चरितार्थ किया जाए. भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया जाए.
सभासदों का शिकायती पत्र प्राप्त हुआ है. कोई मामला है, जिसमें शासनादेश से इतर टेंडर कराए जाने की बात है. इसकी जांच कराई जाएगी. अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व को इसकी जांच सौंपी गई है. जांच रिपोर्ट के आधार पर विधिक कार्रवाई की जाएगी.
-सी इंदुमती, जिलाधिकारी