सुलतानपुरः सीएम योगी ने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे (Purvanchal Expressway) सिर्फ आवागमन का माध्यम नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश को विकास की एक नई जीवन रेखा के रूप में स्थापित करने वाला होगा. इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अलावा केंद्र और यूपी सरकार के मंत्री शामिल हुए.
सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने कहा कि आज पूरे प्रदेश में 9 एयरपोर्ट फंक्शनल हैं. जबकि 11 एयरपोर्ट पर काम हो रहा है. ये नए भारत के नए उत्तर प्रदेश की तस्वीर है. इस दौरान उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन हो गया है और बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का काम भी तेजी से चल रहा है. इसके साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश को पूर्वी उत्तर प्रदेश से जोड़ने के लिए गंगा एक्सप्रेस-वे का काम तेजी से चल रहा है.
पूर्वांचल एक्सप्रेस के उद्घाटन से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने जनता को संबोधित किया. सीएम योगी ने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का शिलान्यास 3 साल पहले हुआ था. कोरोना महामारी के बाद भी इस एक्सप्रेस-वे का काम पूरा हुआ है. उन्होंने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए जीवनरेखा बनेगा. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी का आगमन पूर्वी उत्तर प्रदेश को विकास की राह दिखाएगा. इसके साथ ही सीएम योगी ने कहा कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे को जल्द ही जनता को समर्पित किया जाएगा, वहीं गंगा एक्सप्रेस पर भी जल्द ही काम शुरू होने वाला है. सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में यूपी के 5 शहरों में मेट्रो संचालन हो रहा है.
वहीं, प्रधानमंत्री का भाषण सुनने के लिए बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए हैं. प्रधानमंत्री के भाषण के बाद एयर-शो शुरू होगा. उल्लेखनीय है कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पूर्वी यूपी के गाजीपुर से शुरू होकर राजधानी लखनऊ में समाप्त होगा. इसके साथ ही राज्य के महत्वपूर्ण जिलों वाराणसी, अयोध्या, गोरखपुर और प्रयागराज को लिंक रोड से आपस में जोड़ेगा.
22,494 करोड़ रुपये की लागत से बना है पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के निर्माण में 22,494 करोड़ रुपये की लागत आई है, जिसमें अधिग्रहित भूमि की कीमत भी शामिल है. पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे 340.824 किलो मीटर लंबा है जो कि पूर्वी यूपी के गाजीपुर से शुरू होकर राजधानी लखनऊ में समाप्त होता है.
ये है पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का रूट मैप
बता दें कि ये एक्सप्रेस-वे प्रदेश के नौ जनपदों, लखनऊ, बाराबंकी, फैजाबाद, अंबेडकर नगर, अमेठी, सुलतानपुर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर से निकलेगा. छह लेन का यह एक्सप्रेस-वे आठ लेन तक बढ़ाया जा सकता है. साथ ही अब 300 किलो मीटर की यात्रा केवल साढ़े तीन घंटे में पूरी की जा सकेगी.
यूपी में शुरू हुई सियासी ब्रांडिंग
कुछ माह बाद सूबे में विधानसभा चुनाव होने हैं. योगी सरकार पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे को उनकी सरकार की एक बड़ी उपलब्धि के रूप में पेश कर रही है. इस एक्सप्रेस-वे के बनने से प्रदेश के पूर्वांचल के जिलों का अब लखनऊ से सड़क संपर्क बेहतर होगा. सुलतानपुर में इस एक्सप्रेस-वे पर तीन किलो मीटर लंबा रनवे बनाया गया है. जिस पर अब लड़ाकू जहाज उतर सकते हैं.
इन शहरों से निकला एक्सप्रेस-वे
340.824 किलोमीटर लंबा ये एक्सप्रेस-वे पूर्वी और पश्चिमी यूपी को जोड़ेगा. एक्सप्रेस-वे लखनऊ के चांद सराय गांव से शुरू होगा और ये एक्सप्रेस-वे राजधानी लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुलतानपुर, अंबेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर से होकर निकलेगा. वहीं, योगी सरकार का दावा है कि यह एक्सप्रेस-वे न सिर्फ उद्योग धंधों का मार्ग प्रशस्त करने में अहम भूमिका निभाएगा, बल्कि क्षेत्रीय स्तर पर रोजगार भी यहां सृजित होंगे.
यूपी के साथ ही बिहार को भी होगा फायदा
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से न केवल यूपी बल्कि बिहार के लोगों को भी फायदा होगा. इसके बनने के बाद अब दिल्ली से बिहार तक का सफर आसान हो जाएगा. असल में दिल्ली से यमुना एक्सप्रेस-वे के जरिए आगरा, फिर आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से लखनऊ तक का सफर पूरा होगा. इसके बाद लखनऊ से पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से गाजीपुर आसानी से पहुंचा जा सकेगा. गाजीपुर से बिहार की सीमा महज 18 किलोमीटर दूर है.
इन 12 जिलों में जमीन खरीद रही योगी सरकार
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के चालू होने के बाद सूबे की योगी सरकार अगले माह से इंडस्ट्रियल कॉरिडोर पर काम शुरू करेगी. इसके लिए एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर 12 जिलों में कुल 9179 हेक्टेयर जमीन पर चिन्हित की गई है. साथ ही बताया गया कि इन स्थानों पर टेक्सटाइल, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, खाद्य प्रसंस्करण, होजरी, रसायन, दवा व मशीनरी बनाने के उद्योग लगाए जाएंगे.
वहीं, यूपीडा ने एक्सप्रेस-वे के आसपास के जिलों में जमीन चिन्हित कर ली है. इसके अलावा एक्सप्रेस-वे के जरिए वाराणसी, गोरखपुर, लखनऊ, आगरा, नोएडा और दिल्ली के बीच कनेक्टिविटी भी बढ़ेगी.
11 स्थलों पर टोल टैक्स की व्यवस्था
यूपीडा ने 13 इंटरचेंज और 11 स्थानों पर टोल टैक्स की व्यवस्था की है. इसमें छह जगहों पर टोल प्लाजा और पांच रैम्प प्लाजा भी बनाए गए हैं.
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