सुलतानपुर: अपराध को छिपाने के लिए नर्सिंग होम संचालक ने मृत गर्भवती महिला को जिंदा बताकर परिजनों को सौंप दिया और एंबुलेंस से लखनऊ ट्रामा सेंटर ले जाने को कहा. मामले के खुलासे के बाद परिजन नगर कोतवाली पहुंचे. पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेकर गर्भवती के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने संज्ञान में लेते हुए जांच के लिए चिकित्सीय पैनल गठित कर दिया है.
अंबेडकर नगर जिले के हैदरगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत बेरुगंज से जुड़ा हुआ है. 4 अक्टूबर को सुनीता अपनी भाभी बंदना को लेकर जिला अस्पताल पहुंची. जहां उसे महिला चिकित्सालय में भर्ती किया गया. भाभी बंदना को प्रसव होना था. जिसे लेकर चिकित्सीय उपचार जिला अस्पताल में किया जा रहा था. आरोप के अनुसार महिला दलाल सक्रिय हुई और सुनीता को झांसे में लेना शुरू किया. सरकारी अस्पताल में चिकित्सक नहीं होने का हवाला देकर वंदना और उसकी ननद सुनीता को शहर के हंसा नर्सिंग होम में ले जाया गया. जहां पर ऑपरेशन के बाद गर्भवती की मौत हो गई. मामले में परिजनों ने गुस्से का इजहार करते हुए एंबुलेंस सीधे लेकर नगर कोतवाली पहुंचे.
प्रभारी नगर कोतवाल संतोष शुक्ला को प्रार्थना पत्र देते हुए विधिक कार्रवाई की मांग उठाई गई है. मामले में मृत गर्भवती को इलाज के लिए लखनऊ भेजे जाने के नर्सिंग होम के कारनामे से स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. सीएमओ ने उच्चस्तरीय जांच कराते हुए सख्त से सख्त कार्रवाई नर्सिंग होम के खिलाफ करने की बात कही है.
परिजनों ने बताया कि बंदना की डिलीवरी के लिए जिला अस्पताल लेकर आए थे. कुछ दलालों ने जिला अस्पताल में चिकित्सक न होने का झांसा दिया और बंदना को हंसा अस्पताल ले गए. जहां ऑपरेशन के बाद बंदना की मौत हो गई. अस्पताल प्रशासन ने बंदना की मौत की जानकारी नहीं दी और इलाज के लिए उसे लखनऊ ले जाने को कहा. घटना की जानकारी पर नगर कोतवाली पहुंच कर प्रार्थना पत्र दिया गया है.
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