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सूची से गायब हुए स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम, डीएम बोलीं- जांच कर शामिल करेंगे नाम

सुलतानपुर में मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम की सूची से स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम गायब हुए. वरिष्ठ नागरिकों ने जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अफसरों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है. डीएम ने जांच कर नाम शामिल करने का आश्वसन दिया है.

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Published : Aug 9, 2023, 5:11 PM IST

वरिष्ठ नागरिक श्याम बहादुर पांडे और जिलाधिकारी जसजीत कौर अपनी प्रतिक्रीया देते हुए

सुलतानपुर: जिले में बुधवार को 'मेरी माटी मेरा देश' कार्यक्रम के दौरान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम सूची से गायब मिले. कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ नागरिकों में काफी आक्रोश देखा गया. डीएम ने प्रकरण को संज्ञान में लेते हुए परिजनों से छूटे नामों का विवरण उपलब्ध कराने के लिए कहा है. डीएम ने कहा कि अधिकारियों से जांच कर उन्हें पुनः इस सूची में शामिल किया जाएगा.


केस कुमारी इंटर कॉलेज आयोजित मेरा देश कार्यक्रम में वरिष्ठ नागरिकों ने हाथ में माटी लेकर छात्र छात्राओं के साथ संकल्प लिया कि राष्ट्र उन्नति की दिशा में हर संभव प्रयास करेंगे. वहीं, दुबेपुर ब्लॉक के कटावा ग्राम पंचायत में रंगमंच के जरिए कुरीतियों को दूर करने का आह्वान किया गया. ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि डिंपल सिंह ने लोगों से आह्वान किया कि राष्ट्रीय एकता की भावना से ओतप्रोत होने की जरूरत है. इस दौरान प्रधान रिंकू सिंह ने कहा कि यह कार्यक्रम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के परिजनों को सम्मान देने के लिए आयोजित किया गया है. 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन करने वाले राम हर्ष सिंह, हेमराज देवी पत्नी राम हर्ष सिंह रामप्रताप त्रिपाठी और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और 11 माह तक जेल काटने वाले जितेंद्र कुमार मिश्रा के परिजनों को माला पहनाकर और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया. इस अवसर पर भारत छोड़ो आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाने वाले जंग बहादुर सिंह के पुत्र को सम्मानित कर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को याद किया गया.

इसे भी पढ़े-मुरादाबाद दंगे में भाजपा और आएसएस को क्लीन चिट, रिपोर्ट के अनुसार ज्यादातर मौतें भगदड़ से हुईं


जहां एक ओर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को याद किया जा रहा था. वहीं, दूसरी ओर गांव के प्रथम सेनानी का नाम इस लिस्ट में नहीं दिखा. इस पर वरिष्ठ नागरिक श्याम बहादुर पांडे ने अपनी भावना को जाहिर करते हुए कहा कि गांव में पहली बार युवाओं के लिए ऐसा कार्यक्रम हो रहा है. जहां स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को याद किया जा रहा है. लेकिन, इस गांव से पहली बार जो व्यक्ति स्वतंत्रता संग्राम में शामिल हुआ था, उसका इस लिस्ट में नाम नहीं है. जनप्रतिनिधि और अफसरों ने अभी तक स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की बहुत उपेक्षा की है. सूची से कई नाम गायब हो गए है. यह बहुत ही शर्मनाक स्थिति है. गायब स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम सूची में वापस आने चाहिए.

इस मामले में जिलाधिकारी जसजीत कौर ने कहा कि जिन स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के नाम सूची से हट गए हैं, उनका नाम गलती से गायब हुआ है. उनके परिजन हमें नामों को लेकर सूचित करें. अफसरों से जांच कराते हुए उन्हें सूची में वापस स्थान दिया जाएगा.

यह भी पढ़े-1.40 करोड़ की डकैती मामले में आरोपी अजीत मिश्रा की कस्टडी रिमांड मंजूर

वरिष्ठ नागरिक श्याम बहादुर पांडे और जिलाधिकारी जसजीत कौर अपनी प्रतिक्रीया देते हुए

सुलतानपुर: जिले में बुधवार को 'मेरी माटी मेरा देश' कार्यक्रम के दौरान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम सूची से गायब मिले. कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ नागरिकों में काफी आक्रोश देखा गया. डीएम ने प्रकरण को संज्ञान में लेते हुए परिजनों से छूटे नामों का विवरण उपलब्ध कराने के लिए कहा है. डीएम ने कहा कि अधिकारियों से जांच कर उन्हें पुनः इस सूची में शामिल किया जाएगा.


केस कुमारी इंटर कॉलेज आयोजित मेरा देश कार्यक्रम में वरिष्ठ नागरिकों ने हाथ में माटी लेकर छात्र छात्राओं के साथ संकल्प लिया कि राष्ट्र उन्नति की दिशा में हर संभव प्रयास करेंगे. वहीं, दुबेपुर ब्लॉक के कटावा ग्राम पंचायत में रंगमंच के जरिए कुरीतियों को दूर करने का आह्वान किया गया. ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि डिंपल सिंह ने लोगों से आह्वान किया कि राष्ट्रीय एकता की भावना से ओतप्रोत होने की जरूरत है. इस दौरान प्रधान रिंकू सिंह ने कहा कि यह कार्यक्रम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के परिजनों को सम्मान देने के लिए आयोजित किया गया है. 1930 में सविनय अवज्ञा आंदोलन करने वाले राम हर्ष सिंह, हेमराज देवी पत्नी राम हर्ष सिंह रामप्रताप त्रिपाठी और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और 11 माह तक जेल काटने वाले जितेंद्र कुमार मिश्रा के परिजनों को माला पहनाकर और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया. इस अवसर पर भारत छोड़ो आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाने वाले जंग बहादुर सिंह के पुत्र को सम्मानित कर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को याद किया गया.

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जहां एक ओर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को याद किया जा रहा था. वहीं, दूसरी ओर गांव के प्रथम सेनानी का नाम इस लिस्ट में नहीं दिखा. इस पर वरिष्ठ नागरिक श्याम बहादुर पांडे ने अपनी भावना को जाहिर करते हुए कहा कि गांव में पहली बार युवाओं के लिए ऐसा कार्यक्रम हो रहा है. जहां स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को याद किया जा रहा है. लेकिन, इस गांव से पहली बार जो व्यक्ति स्वतंत्रता संग्राम में शामिल हुआ था, उसका इस लिस्ट में नाम नहीं है. जनप्रतिनिधि और अफसरों ने अभी तक स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की बहुत उपेक्षा की है. सूची से कई नाम गायब हो गए है. यह बहुत ही शर्मनाक स्थिति है. गायब स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम सूची में वापस आने चाहिए.

इस मामले में जिलाधिकारी जसजीत कौर ने कहा कि जिन स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के नाम सूची से हट गए हैं, उनका नाम गलती से गायब हुआ है. उनके परिजन हमें नामों को लेकर सूचित करें. अफसरों से जांच कराते हुए उन्हें सूची में वापस स्थान दिया जाएगा.

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