सुलतानपुर: जिले में पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर के सामानों की आपूर्ति में अनियमितता करने के आरोप विधायक देवमणि दुबे ने डीएम पर लगाए थे. इस संदर्भ में विधायक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जिलाधिकारी के खिलाफ पत्र लिखकर शिकायत की थी. इसके बाद विधायक के आरोपों को डीएम ने सिरे से खारिज किया था. डीएम ने कहा कि प्रशासन की छवि खराब करने के लिए विधायक ने ऐसा किया है. अब इस मामले ने तूल पकड़ लिया है. विधायक ने एक बार फिर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि योगी सरकार जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही है. जांच में दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा.
- विधायक देवमणि दुबे ने डीएम पर कोविड-19 सर्वेक्षण किट की खरीद में अनियमितता के आरोप लगाए थे.
- मुख्यमंत्री कार्यालय से इस प्रकरण की जांच कराकर आख्या उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं.
- विधायक के आरोपों को डीएम ने प्रेस वार्ता कर सिरे से खारिज किया.
- विधायक देवमणि दुबे ने फिर से बयान दिया जांच में दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा.
पल्स ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर के सामानों की आपूर्ति में अनियमितता करने के आरोप के संबंध में जिलाधिकारी सी इंदुमती ने प्रेस वार्ता की. इस प्रेस वार्ता में उन्होंने आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. इसके बाद लंभुआ से बीजेपी विधायक देवमणि द्विवेदी ने फिर बयान दिया. उन्होंने कहा कि हमने कोविड-19 उपचार से संबंधित सामग्रियों की खरीद में घोटाले के लिए पत्र लिखा था, इस पर शासन की तरफ से कार्रवाई की जा रही है.
योगी सरकार जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही है. जांच में दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा. हमारी सरकार घोटाले और गुंडागर्दी के खिलाफ आई है इसलिए जीरो टॉलरेंस पर काम होगा. प्रमुख सचिव संजय प्रसाद ने इस बारे में पत्र जारी किया है. 24 जुलाई से 17 अगस्त के बीच हायर रेट के लगे डोंगल की रिकवरी होनी है.
-देवमणि दुबे, विधायक