सुलतानपुर: सांसद मेनका संजय गांधी ने प्रधानों को उनके दायित्वों की याद दिलाई है. उन्होंने कहा कि विवादों के निस्तारण में इनकी अहम भूमिका होनी चाहिए. इनकी भी ट्रेनिंग होनी चाहिए. इससे ग्रामीण स्तर पर विवादों का बेहतर ढंग से निराकरण करा सकें.
जम्मू कश्मीर में प्रधानमंत्री के पंचायती राज दिवस का सीधा प्रसारण सुलतानपुर में भी दिखाया जा रहा था. इसी क्रम में गुप्तारगंज कस्बे में पंचायत प्रतिनिधियों सांसद मेनका गांधी और विधायक विनोद सिंह के साथ बड़ी संख्या में भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता रविवार को एकत्र हुए. यहां पर पीएम नरेंद्र मोदी के संबोधन को सुनने के बाद ग्राम पंचायतों के विस्तार और पंचायती राज व्यवस्था को सफल बनाने का आह्वान किया गया.
इस दौरान सांसद मेनका गांधी ने प्रधानों को दायित्व का एहसास करने की सलाह दी. इस मौके पर जिलाधिकारी रवीश गुप्ता, मुख्य विकास अधिकारी अतुल वत्स, सांसद प्रतिनिधि रंजीत कुमार, खंड विकास अधिकारी, जिला पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य, स्थानीय कई ग्राम प्रधान समेत बड़ी संख्या में पंचायत सदस्य भी मौजूद रहे. विधानसभा क्षेत्र के पंचायत समिति 7 पंचायतों में चौपाल के माध्यम से जन समस्याओं का निस्तारण करने की पहल भी की.
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ग्राम प्रधान, ब्लाॅक प्रमुख और सरपंचों की ट्रेनिंग होनी चाहिए. उन्हें अपने दायित्व का एहसास होना चाहिए. पुराने सरपंच की तरह वे अपने अधिकार और कर्तव्य को समझें. पूरे गांव की जमीनी समस्या और आपसी विवाद के समाधान का वे सार्थक प्रयास कर सकते हैं. अभी तक हमें उन्हें सिखाया है कि आपको पैसे दे रहे हैं और आप पैसे खर्च करिए.
जनप्रतिनिधि अपनी ग्राम पंचायत को साफ और सुंदर भी बना सकते हैं. प्रधान गांव में पेड़ लगवाएं और बच्चों को फल खिलाएं. बिजली की समस्या पहले से कम हुई है. सिस्टम में सुधार हुआ है. रातों-रात कोई परिवर्तन नहीं होगा, ट्रांसफार्मर क्षमता बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं.
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