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जेल से बोल रहे हैं, आपका बेटा मिलना चाहता है...आइए मिल लीजिए - सुलतानपुर जेल

सुलतानपुर जिला जेल (sultanpur district jail)में अनोखी पहल की गई है. बंदियों की ख्वाहिश पर उनके परिजनों से मिलाने के लिए जेल प्रशासन अनूठा प्रयास कर रहा है. चलिए जानते हैं इस बारे में.

जेल से बोल रहे हैं
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Published : Nov 14, 2022, 8:11 PM IST

सुलतानपुरः जनपद में जिला कारागार की ओर से बंदियों को उनके परिजनों से मिलाने के लिए अनोखी पहल की गई है. इसके तहत जेल प्रशासन की ओर से बंदियों के घरों पर फोन कर मिलाई के लिए आमंत्रण दिया जा रहा है. इसके बाद परिजनों की बंदियों से मुलाकात कराई जा रही है.

जेल प्रशासन के मुताबिक करीब 200 बंदी वाराणसी सेंट्रल जेल (Varanasi Central Jail) और नैनी जेल (Naini Jail) भेजे जा रहे हैं. इस प्रक्रिया से अब जिला जेल में बंदियों की संख्या घटकर करीब डेढ़ हजार रह जाएगी. इनपुट मिला है कि दो गुटों के कई बंदी भी यहीं निरुद्ध है. इससे जेल कर्मियों को उन पर बराबर निगाह रखने में मुश्किल पेश आती थी. पूर्व की कई घटनाओं के तार बंदियों से जुड़े मिलते थे. अब ऐसे बंदियों का भार जेल प्रशासन कम करने जा रहा है. साथ ही बंदियों को परिजनों से मिलाने के लिए भी उनके घरों में फोन से सूचना भिजवा रहा है.

जेल अधीक्षक उमेश सिंह के मुताबिक परिजनों से मिलने की ख्वाहिश रखने वाले बंदियों के घर पर फोन किया जाता है और परिजनों को जेल आकर मुलाकात करने के लिए आमंत्रित किया जाता है.

यह भी पढ़ें- संभल में होमवर्क न करने पर शिक्षक ने छात्र को पीटा, कान से सुनाई देना बंद

सुलतानपुरः जनपद में जिला कारागार की ओर से बंदियों को उनके परिजनों से मिलाने के लिए अनोखी पहल की गई है. इसके तहत जेल प्रशासन की ओर से बंदियों के घरों पर फोन कर मिलाई के लिए आमंत्रण दिया जा रहा है. इसके बाद परिजनों की बंदियों से मुलाकात कराई जा रही है.

जेल प्रशासन के मुताबिक करीब 200 बंदी वाराणसी सेंट्रल जेल (Varanasi Central Jail) और नैनी जेल (Naini Jail) भेजे जा रहे हैं. इस प्रक्रिया से अब जिला जेल में बंदियों की संख्या घटकर करीब डेढ़ हजार रह जाएगी. इनपुट मिला है कि दो गुटों के कई बंदी भी यहीं निरुद्ध है. इससे जेल कर्मियों को उन पर बराबर निगाह रखने में मुश्किल पेश आती थी. पूर्व की कई घटनाओं के तार बंदियों से जुड़े मिलते थे. अब ऐसे बंदियों का भार जेल प्रशासन कम करने जा रहा है. साथ ही बंदियों को परिजनों से मिलाने के लिए भी उनके घरों में फोन से सूचना भिजवा रहा है.

जेल अधीक्षक उमेश सिंह के मुताबिक परिजनों से मिलने की ख्वाहिश रखने वाले बंदियों के घर पर फोन किया जाता है और परिजनों को जेल आकर मुलाकात करने के लिए आमंत्रित किया जाता है.

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