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Indian Oil के अधिकारी का बेतुका बयान, बोले- LPG से होने वाले हादसों की वजह महिलाएं

इंडियन ऑयल (Indian Oil) के राज्य प्रमुख और कार्यकारी निदेशक संजीव कक्कड़ सुलतानपुर में जागरूकता अभियान के सिलसिले में आए थे. उनका बयान चर्चा का विषय बना गया है.

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इंडियन ऑयल के अधिकारी संजीव कक्कड़.
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Published : Feb 19, 2023, 7:57 PM IST

सुलतानपुर में मीडिया से बात करते इंडियन ऑयल के अधिकारी संजीव कक्कड़.

सुलतानपुर: इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के उत्तर प्रदेश राज्य प्रमुख संजीव कक्कड़ ने एलपीजी सिलेंडर से होने वाले हादसों को लेकर बेतुका बयान दिया है. उन्होंने हादसों के लिए महिलाओं को जिम्मेदार ठहराया है. उनका कहना है कि महिलाओं में जागरूकता की कमी के कारण इतने अधिक संख्या में हादसे हो रहे हैं. जिससे बचने के लिए हमने जागरूकता अभियान चलाया है. उनका यह बयान चर्चा का विषय बना हुआ है.

इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के अधिकारियों ने सुल्तानपुर में गैस रिसाव से होने वाली दुर्घटनाओं से बचाव के लिए सेफ्टी क्लीनिक के माध्यम से 300 महिला ग्राहकों को प्रशिक्षित कर जागरूक किया है. इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के कार्यकारी निदेशक व राज्य प्रमुख संजीव कक्कड़ ने बताया कि कंपनी पूरे देश में गैस रिसाव से बचने के लिए "सुरक्षा समृद्धि" अभियान के माध्यम से ग्राहकों को जागरूक करने का काम कर रही है. उज्जवला गैस के अधिकांश ग्राहक ग्रामीण क्षेत्रों में हैं. गैस रिसाव से बढ़ती दुर्घटनाओं के मद्देनजर उन्हें जागरूक करना अति आवश्यक हो गया है.

उन्होंने बताया कि गैस सिलेंडर को हमेशा चूल्हे से नीचे रखना चाहिए, तार युक्त पाइप ही प्रयोग में लानी चाहिए, हमेशा कंपनी का ही रेगुलेटर प्रयोग करना चाहिए. कंपनी का छोटू के नाम से प्रचलित छोटा गैस सिलेंडर छात्रों, ठेले वालों के लिए बेहद उपयोगी सिद्ध हो रहा है. बिना ब्रांड के कोई भी गैस सिलेंडर प्रयोग में लाना जानलेवा हो सकता है.

कार्यकारी निदेशक ने बताया कि यदि किसी उपभोक्ता या उसके परिजन की मौत गैस रिसाव की दुर्घटना से हो जाती है तो उसे 10 लाख रुपए तक की सहायता तेल कंपनी द्वारा दी जाती है. कार्यकारी निदेशक संजीव कक्कड़ ने बताया कि घरेलू महिलाएं सिलेंडर के रखरखाव एवं उसके उपयोग के प्रति थोड़ा सा जागरूक कम हैं. इसी को लेकर इंडियन ऑयल के सिलेंडर में हादसे अधिक हो रहे हैं. हम इसकी रोकथाम के लिए ही जागरूकता अभियान लेकर आए हैं. एलपीजी से हादसों की दशा में वैध कागज होने पर कंपनी 1000000 तक का कंपनसेशन प्रदान करती है.

संजीव कक्कड़ ने बताया कि क्षति का भुगतान करने में हम देरी नहीं करते हैं. हमें हमेशा सिलेंडर को चूल्हे से ऊपर रखना चाहिए. लिक्विड गैस हमेशा जमीन की तरफ भागती है. एलपीजी भारी होने की वजह से यदि आपका गैस चूल्हा नीचे है तो उसमें आग पकड़ लेती है और हादसा हो जाता है. पाइप को हॉर्स पाइप के रूप में इस्तेमाल करने की जरूरत है जो आईएसआई ब्रांड से युक्त होगा.

ये भी पढ़ेंः सात साल बाद सपा मुख्यालय पहुंचे शिवपाल सिंह यादव ने विधायकों को दी हिदायत, कहा- रामचरितमानस पर कुछ भी न बोलें

सुलतानपुर में मीडिया से बात करते इंडियन ऑयल के अधिकारी संजीव कक्कड़.

सुलतानपुर: इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के उत्तर प्रदेश राज्य प्रमुख संजीव कक्कड़ ने एलपीजी सिलेंडर से होने वाले हादसों को लेकर बेतुका बयान दिया है. उन्होंने हादसों के लिए महिलाओं को जिम्मेदार ठहराया है. उनका कहना है कि महिलाओं में जागरूकता की कमी के कारण इतने अधिक संख्या में हादसे हो रहे हैं. जिससे बचने के लिए हमने जागरूकता अभियान चलाया है. उनका यह बयान चर्चा का विषय बना हुआ है.

इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के अधिकारियों ने सुल्तानपुर में गैस रिसाव से होने वाली दुर्घटनाओं से बचाव के लिए सेफ्टी क्लीनिक के माध्यम से 300 महिला ग्राहकों को प्रशिक्षित कर जागरूक किया है. इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के कार्यकारी निदेशक व राज्य प्रमुख संजीव कक्कड़ ने बताया कि कंपनी पूरे देश में गैस रिसाव से बचने के लिए "सुरक्षा समृद्धि" अभियान के माध्यम से ग्राहकों को जागरूक करने का काम कर रही है. उज्जवला गैस के अधिकांश ग्राहक ग्रामीण क्षेत्रों में हैं. गैस रिसाव से बढ़ती दुर्घटनाओं के मद्देनजर उन्हें जागरूक करना अति आवश्यक हो गया है.

उन्होंने बताया कि गैस सिलेंडर को हमेशा चूल्हे से नीचे रखना चाहिए, तार युक्त पाइप ही प्रयोग में लानी चाहिए, हमेशा कंपनी का ही रेगुलेटर प्रयोग करना चाहिए. कंपनी का छोटू के नाम से प्रचलित छोटा गैस सिलेंडर छात्रों, ठेले वालों के लिए बेहद उपयोगी सिद्ध हो रहा है. बिना ब्रांड के कोई भी गैस सिलेंडर प्रयोग में लाना जानलेवा हो सकता है.

कार्यकारी निदेशक ने बताया कि यदि किसी उपभोक्ता या उसके परिजन की मौत गैस रिसाव की दुर्घटना से हो जाती है तो उसे 10 लाख रुपए तक की सहायता तेल कंपनी द्वारा दी जाती है. कार्यकारी निदेशक संजीव कक्कड़ ने बताया कि घरेलू महिलाएं सिलेंडर के रखरखाव एवं उसके उपयोग के प्रति थोड़ा सा जागरूक कम हैं. इसी को लेकर इंडियन ऑयल के सिलेंडर में हादसे अधिक हो रहे हैं. हम इसकी रोकथाम के लिए ही जागरूकता अभियान लेकर आए हैं. एलपीजी से हादसों की दशा में वैध कागज होने पर कंपनी 1000000 तक का कंपनसेशन प्रदान करती है.

संजीव कक्कड़ ने बताया कि क्षति का भुगतान करने में हम देरी नहीं करते हैं. हमें हमेशा सिलेंडर को चूल्हे से ऊपर रखना चाहिए. लिक्विड गैस हमेशा जमीन की तरफ भागती है. एलपीजी भारी होने की वजह से यदि आपका गैस चूल्हा नीचे है तो उसमें आग पकड़ लेती है और हादसा हो जाता है. पाइप को हॉर्स पाइप के रूप में इस्तेमाल करने की जरूरत है जो आईएसआई ब्रांड से युक्त होगा.

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