सुलतानपुर: भारतीय मूल के युवकों को नौकरी का झांसा देकर विदेशों में ले जाकर बेचा जा रहा है. ऐसा ही एक मामला सुलतानपुर जिले में सामने आया है. यहां के अखंड नगर थाना क्षेत्र के युवक को मलेशिया में ले जाकर 2700 रिंग्गित (मलेशिया की मुद्रा) में बेच दिया गया.
तीन महीने से युवक को बंधक बनाकर रखा गया है. वहीं पिता को जब इसकी भनक लगी तो उसने जिलाधिकारी के पास पहुंच कर न्याय की गुहार लगाई है. पूरे मामले को पुलिस ने संजीदगी से लेते हुए एफआईआर दर्ज कर युवक को वापस लाने के प्रयास शुरू कर दिए हैं.
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क्या है पूरा मामला-
- मामला जिले के अखंड नगर थाना क्षेत्र से जुड़ा हुआ है.
- भरथीपुर के रहने वाले प्रहलाद का पुत्र मानव तस्करों के चंगुल में आ गया.
- तस्करों ने बेहतर नौकरी का झांसा देकर फर्जी वीजा के सहारे उसे मलेशिया भेज दिया.
- जब पिता प्रहलाद को सच्चाई का पता चला तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई.
- आनन-फानन में वह जिलाधिकारी सी इंदुमती के पास पहुंचा.
- जिलाधिकारी से प्रहलाद अपने बेटे को वापस भारत लाने की गुहार लगाने लगा.
- पुलिस अधीक्षक कार्यालय में युवक के पिता ने अपनी आप बीती ईटीवी भारत को सुनाई .
- प्रहलाद का कहना है कि उसके बेटे को तीन महीने से बंधक बनाकर रखा गया है.
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मामले में मुकदमा दर्ज करने का आदेश दे दिया गया है. मलेशिया से बच्चे को वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं.
-शिवराज, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण
युवक के पिता प्रहलाद ने बताया कि कादीपुर तहसील के एक व्यक्ति मोहम्मद कासिम ने मेरे बेटे को नौकरी का झांसा देकर मलेशिया भेज दिया. जब मुझे इस बात की जानकारी हुई तो मैंने जिलाधिकारी के पास न्याय की गुहार लगाई, जिस पर उन्होंने मुकदमा दर्ज कर बच्चे को वापस लाने का आश्वासन दिया है.