सुलतानपुर: सपा के पूर्व विधायक संतोष पांडेय (Former SP MLA Santosh Pandey) ने स्पेशल मजिस्ट्रेट एमपी/एमएलए की अदालत में सोमवार को सरेंडर करते हुए जमानत अर्जी पेश की. स्पेशल मजिस्ट्रेट योगेश यादव की अदालत ने पूर्व विधायक को न्यायिक हिरासत में लिया.
पूर्व विधायक संतोष कुमार पांडेय कोर्ट कस्टडी में हैं. करीब एक वर्ष पूर्व कोतवाली देहात थाना क्षेत्र के नरहरपुर में आयोजित एक जन्मदिन के कार्यक्रम के दौरान व्यापारी संगठन और भाजपा नेता जयशंकर त्रिपाठी पर हुए हमले के आरोपों से जुड़े मामले में उन्होंने समर्पण किया है. जयशंकर त्रिपाठी ने पूर्व विधायक संतोष कुमार पांडेय और उनके सहयोगियों के खिलाफ कोतवाली देहात थाने में जान से मार डालने के प्रयास की धारा में मुकदमा दर्ज कराया था.
मुकदमा दर्ज होते ही पूर्व विधायक क्षेत्र से गायब हो गए थे. लखनऊ में पत्रकार वार्ता आयोजित कर साजिश किए जाने का आरोप लगाया था. मुकदमा हत्या के प्रयास समेत अन्य गंभीर धाराओं में दर्ज हुआ था. विवेचक ने आरोप-पत्र में हत्या के प्रयास से संबंधित साक्ष्य न मिलने पर हल्की धाराओं में कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया है. पूर्व विधायक संतोष पांडेय ने अधिवक्ता के माध्यम से सोमवार को इसी मामले में सरेंडर करते हुए जमानत अर्जी दाखिल की.
विदित हो कि विधानसभा चुनाव में प्रचार प्रसार करते हुए यह घटना घटित हुई थी. चुनाव में पूर्व विधायक संतोष पांडे को हार का सामना करना पड़ा था जबकि प्रतिद्वंदी भाजपा उम्मीदवार सीताराम वर्मा को जीत हासिल हुई थी. उनके अधिवक्ता संतोष कुमार पांडे ने बताया कि पूर्व विधायक की जमानत अर्जी न्यायालय की तरफ से स्वीकार कर ली गई है. जमानत पर उन्हें रिहा कर दिया गया है.
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