सुलतानपुर: भरत मिलाप से शुरू होने वाले दुर्गा पूजा महोत्सव का सिलसिला पूर्णिमा तक चलता है. केंद्रीय पूजा समिति के नेतृत्व में स्थानीय प्रशासन सहयोगी बनता है. गंगा-जमुना तहजीब के तहत हिंदू और मुस्लिम भाई मिल-जुलकर इस महोत्सव को मनाते हैं.
इसे भी पढ़ें-सुलतानपुर: फाइनेंस कंपनी के स्टेट हेड और प्रबंधक पर ठगी का आरोप, FIR के आदेश
दुर्गा पूजा महोत्सव की शुरुआत
- रावण दहन के साथ दुर्गा पूजा महोत्सव की शुरुआत होती है.
- मेले का आरंभ भरत मिलाप से होता है और पूर्णिमा तक चलने वाले इस मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगता है.
- इसे देखते हुए प्रशासन और केंद्रीय पूजा समिति व्यापक तैयारी करते हैं.
- दुर्गा पूजा महोत्सव में दशहरे से मां दुर्गा की प्रतिमाओं के कपाट खुलते हैं.
- भरत मिलाप से मेला जोर पकड़ता है, जो 13 अगस्त यानि पूर्णिमा तक निर्बाध चलता है.
- जगह-जगह भंडारे का आयोजन और मां दुर्गा के जगराते होते हैं.
मेले की तैयारियों के मद्देनजर केंद्रीय पूजा समिति अन्य समितियों के साथ बैठक कर चुकी है. प्रशासन भी अपने सहयोगी अधिकारी और कर्मचारियों के साथ बैठक कर इस बारे में तैयारी कर चुका है. प्रशासन के निर्देश पर उनकी इकाइयां काम कर रही हैं. शहर में 145 मंडल लगे हैं, लेकिन विसर्जन के दिन दो से ढाई सौ इसकी संख्या हो जाती है.
-ओम प्रकाश पांडे, केंद्रीय पूजा समिति अध्यक्ष
मेले की तैयारियां लगभग हो चुकी हैं. अग्निशमन विभाग को विशेष निर्देश दिए गए हैं कि वे पंडाल की अगल-अगल सुरक्षा व्यवस्था मुस्तैद रखें.
-एसएन साबत, एडीजी