सुलतानपुर : स्वयं सहायता समूह के जरिए सामुदायिक शौचालयों (Community Toilet) का संचालन करने वाले प्रोपराइटर को बाहर का रास्ता दिखाने का पंचायत राज विभाग ने मन बना लिया है. ऐसे 19 स्वयं सहायता समूह को बर्खास्तगी नोटिस जारी की गई है. संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर इन्हें व्यवस्था से बाहर कर दिया जाएगा.
पंचायत राज विभाग की जांच में यह खुलासा हुआ है. मुख्य विकास अधिकारी अतुल वत्स के आदेश पर जिला पंचायत राज अधिकारी आरके भारती ने पूरे जिले स्तर की टीम गठित की थी. जिससे मोतिगरपुर ब्लॉक की 46 ग्राम पंचायतों में एकसाथ सत्यापन करने के लिए लगाया गया था. सभी टीमों ने अपनी अलग-अलग रिपोर्ट डीपीआरओ को प्रेषित की थीं. जिसमें 19 सामुदायिक शौचालय (Community Toilet) बंद पाए गए थे. इनका उपयोग ग्रामीण क्षेत्र में पुरुष और महिलाओं की तरफ से नहीं किया जा रहा है.
ताला लटका मिलने पर ऐसे 19 स्वयं सहायता समूह के संचालकों को बर्खास्तगी नोटिस पंचायत राज विभाग की तरफ से जारी की गई है. बड़ी कार्रवाई से स्वयं सहायता समूह संचालकों में हड़कंप मच गया है. वहीं, पूरे मामले में सेटिंग करने की प्रक्रिया भी तेज हो गई है. पंचायत राज विभाग के अधिकारी कर्मचारियों से स्वयं सहायता समूह के संचालक व्यवस्था ठीक करने को लेकर जुट गए हैं. ऐसे में देखा जा रहा है कि बर्खास्तगी नोटिस कार्रवाई के रूप में क्या असर दिखा पाती है. बहरहाल पंचायत राज विभाग ने 19 को बाहर रास्ता दिखाने के उद्देश्य से बर्खास्त की नोटिस जारी की है.
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दरअसल, एक साथ 46 ग्राम पंचायतों का सत्यापन कराया गया है. इसमें 19 सामुदायिक शौचालयों (Community Toilet) को बंद पाया गया है. डीपीआरओ की जांच रिपोर्ट पर बर्खास्तगी नोटिस जारी की गई है. जिले के अन्य इलाकों में भी सामुदायिक शौचालयों की स्थिति की जांच पड़ताल कर ठोस कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.
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