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जिला कारागार में बंदियों की मौत के मामले में 2 हेड जेल वार्डर सस्पेंड, जेल अधीक्षक का ट्रांसफर - Case of death of prisoners in Sultanpur

सुलतानपुर जिला कारागार में 21 जून को दो बंदियों की मौत का मामले में नया मोड़ आ गया है. परिजनों का आरोप हकीकत की शक्ल लेता नजर आ रहा है. मामले में बुधवार को जिला कारागार के 2 हेड जेल वार्डर के निलबंन के साथ ही जेल अधीक्षक का ट्रांसफर कर दिया.

death Case of prisoners in Sultanpur
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Published : Jun 28, 2023, 1:06 PM IST

सुलतानपुरः जिला कारागार में अमेठी के 2 बंदियों की मौत के मामले में दो हेड जेल वार्डर को सस्पेंड कर दिया गया है. वरिष्ठ अधीक्षक जिला कारागार बाराबंकी और प्रभारी अधिष्ठान अयोध्या मंडल ने यह कार्रवाई की. वहीं, दोनों बंदियों के परिजन जिस जेल अधीक्षक पर हत्या का आरोप लगा रहे थे. उनका वाराणसी सेंट्रल जेल ट्रांसफर कर दिया गया है. बता दें कि दोनों बंदी हत्या के मामले में जेल में बंद थे, जिनका मामला कोर्ट में विचाराधीन था.

गौरतलब है कि 21 जून (बुधवार) को अमेठी के 2 युवक विजय पासी और मनोज रैदास की सुलतानपुर जिला कारागार में मौत हो गई थी. जेल प्रशासन ने दोनों की मौत को आत्महत्या बताया था. वहीं, दोनों बंदियों के परिजनों ने जेल के अंदर उनकी हत्या का आरोप लगाया था. मामले की जांच के लिए डीएम सुलतानपुर जसजीत कौर, जिला जज और पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा जिला कारागार पहुंचे थे. उस दौरान लगभग 5 घंटे तक गहन छानबीन चली थी.

वहीं, नगर कोतवाल राम आशीष उपध्याय के अनुसार, घटना के बाद फॉरेंसिक टीम की मदद से पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरू की गई थी. तीन चिकित्सकों की पैनल ने दोनों का पोस्टमार्टम किया था. पोस्टमार्टम का वीडियोग्राफी भी कराया गया था. इस दौरान उनके शरीर पर 13 जख्म के निशान पाए गए थे. मामले की जांच अभी जारी है.

मंगलवार को दोनों बंदियों के परिवार वालों ने अमेठी और सुलतानपुर डीएम ऑफिस के सामने प्रदर्शन कर जेल अधीक्षक के खिलाफ नारेबाजी की. परिजनों ने जेल अधीक्षक के विरुद्ध कार्रवाई और मुआवजों की भी मांग की. इस दौरान सुलतानपुर डीएम ने परिजनों ने उन्हें आश्वस्त किया कि ज्यूडिशियल जांच जारी है. 2 से 3 दिन में रिपोर्ट आ जाएगी, जो भी दोषी होगा. वो बख्शा नहीं जाएगा.

बुधवार को जेल अधीक्षक उमेश सिंह केंद्रीय कारागार वाराणसी भेजा गया है. वहीं, प्रभारी अधिष्ठान अयोध्या मंडल ने जेल में तैनात दो हेड जेल वार्डर धीरज चौबे और चंद्रशेखर को निलंबित कर दिया है. इसके साथ ही अंबेडकरनगर जिला जेल के कारापाल को इसकी जांच दी गई है. इन्हें 3 माह के भीतर जांच कर रिपोर्ट सौंपना होगा.

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. डीके त्रिपाठी के अनुसार, दोनों बंदियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे हुए. दोनों के शव के लगभग 2-3 तीन दिन पुराने पाए गए. साथ ही उसमें से दुर्गंध भी आने लगी थी. गौरतलब है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद से मामले में जेल प्रशासन पर सवालिया निशान खड़े होने लगे है. हालांकि मामले की गंभीरता को देखते हुए मामले की मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में ज्यूडिशियल जांच की जा रही है. इसमें सीजेएम के नेतृत्व में एसडीएम सदर और सीओ सिटी जांच कर रहे हैं.

जिला कारागार में बंदियों की मौत की गुत्थी उलझी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जेल प्रशासन के दावों पर सवाल

सुलतानपुरः जिला कारागार में अमेठी के 2 बंदियों की मौत के मामले में दो हेड जेल वार्डर को सस्पेंड कर दिया गया है. वरिष्ठ अधीक्षक जिला कारागार बाराबंकी और प्रभारी अधिष्ठान अयोध्या मंडल ने यह कार्रवाई की. वहीं, दोनों बंदियों के परिजन जिस जेल अधीक्षक पर हत्या का आरोप लगा रहे थे. उनका वाराणसी सेंट्रल जेल ट्रांसफर कर दिया गया है. बता दें कि दोनों बंदी हत्या के मामले में जेल में बंद थे, जिनका मामला कोर्ट में विचाराधीन था.

गौरतलब है कि 21 जून (बुधवार) को अमेठी के 2 युवक विजय पासी और मनोज रैदास की सुलतानपुर जिला कारागार में मौत हो गई थी. जेल प्रशासन ने दोनों की मौत को आत्महत्या बताया था. वहीं, दोनों बंदियों के परिजनों ने जेल के अंदर उनकी हत्या का आरोप लगाया था. मामले की जांच के लिए डीएम सुलतानपुर जसजीत कौर, जिला जज और पुलिस अधीक्षक सोमेन बर्मा जिला कारागार पहुंचे थे. उस दौरान लगभग 5 घंटे तक गहन छानबीन चली थी.

वहीं, नगर कोतवाल राम आशीष उपध्याय के अनुसार, घटना के बाद फॉरेंसिक टीम की मदद से पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरू की गई थी. तीन चिकित्सकों की पैनल ने दोनों का पोस्टमार्टम किया था. पोस्टमार्टम का वीडियोग्राफी भी कराया गया था. इस दौरान उनके शरीर पर 13 जख्म के निशान पाए गए थे. मामले की जांच अभी जारी है.

मंगलवार को दोनों बंदियों के परिवार वालों ने अमेठी और सुलतानपुर डीएम ऑफिस के सामने प्रदर्शन कर जेल अधीक्षक के खिलाफ नारेबाजी की. परिजनों ने जेल अधीक्षक के विरुद्ध कार्रवाई और मुआवजों की भी मांग की. इस दौरान सुलतानपुर डीएम ने परिजनों ने उन्हें आश्वस्त किया कि ज्यूडिशियल जांच जारी है. 2 से 3 दिन में रिपोर्ट आ जाएगी, जो भी दोषी होगा. वो बख्शा नहीं जाएगा.

बुधवार को जेल अधीक्षक उमेश सिंह केंद्रीय कारागार वाराणसी भेजा गया है. वहीं, प्रभारी अधिष्ठान अयोध्या मंडल ने जेल में तैनात दो हेड जेल वार्डर धीरज चौबे और चंद्रशेखर को निलंबित कर दिया है. इसके साथ ही अंबेडकरनगर जिला जेल के कारापाल को इसकी जांच दी गई है. इन्हें 3 माह के भीतर जांच कर रिपोर्ट सौंपना होगा.

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. डीके त्रिपाठी के अनुसार, दोनों बंदियों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे हुए. दोनों के शव के लगभग 2-3 तीन दिन पुराने पाए गए. साथ ही उसमें से दुर्गंध भी आने लगी थी. गौरतलब है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद से मामले में जेल प्रशासन पर सवालिया निशान खड़े होने लगे है. हालांकि मामले की गंभीरता को देखते हुए मामले की मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में ज्यूडिशियल जांच की जा रही है. इसमें सीजेएम के नेतृत्व में एसडीएम सदर और सीओ सिटी जांच कर रहे हैं.

जिला कारागार में बंदियों की मौत की गुत्थी उलझी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जेल प्रशासन के दावों पर सवाल

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