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सुलतानपुर: स्वच्छ भारत मिशन में 10 करोड़ की धांधली, जांच के दिए निर्देश - up news

जिले के सभी ब्लॉक अंतर्गत गांवों में शौचालयों की फोटोग्राफी कराने का निर्देश दिया गया है. फोटोग्राफी वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी. इसके आधार पर शौचालय और संबंधित ग्राम पंचायत का फिर से सत्यापन किया जाएगा. फर्जीवाड़ा करने वालों को चिन्हित किया जाएगा और उन पर प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज की जाएगी.

स्वच्छ भारत मिशन के नाम पर हुई धांधली.
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Published : Apr 7, 2019, 3:13 PM IST

सुलतानपुर: पीएम मोदी के स्वच्छ भारत अभियान के नाम पर जमकर धांधली की गई है. पंचायत राज विभाग के अफसरों ने शौचालयों का मुआयना किए बिना ही दो अरब का बजट किस्तों में जारी करा दिया. वहीं 10 करोड़ की अनियमितता सामने आने के बाद अफसरों के पैरों तले से जमीन खिसक गई है. मुख्य विकास अधिकारी ने आरोपियों की पहचान के लिए पूरे प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं.

स्वच्छ भारत मिशन के नाम पर हुई धांधली.

जिले में पंचायत राज विभाग को केंद्र सरकार और राज्य सरकार की संयुक्त स्वीकृति पर 2 अरब का बजट जारी किया गया है. स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत से लेकर अब तक प्रत्येक ग्राम पंचायत के हर घर में शौचालय बनाया जाना था. इसकी जिम्मेदारी सेक्रेटरी और प्रधानों को दी गई थी. इन लोगों ने धन उगाही कर दूसरे चरण में आए बजट को गबन की भेंट चढ़ा दिया. इसमें लगभग 10 करोड़ की अनियमितता सामने आई. इसके तहत किसी में गड्ढा नहीं बना, तो किसी का ढांचा अधूरा रह गया है.

जिला विकास अधिकारी मधुसूदन नागराज का कहना है कि शौचालय निर्माण में बड़े पैमाने पर खामियां सामने आई हैं. उन्होंने यह भी कहा कि धांधली किस स्तर पर हुई है. इसका सही पता लगाने के लिए फोटोग्राफी कराने का निर्देश दिया गया है. फोटो वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी. इसके आधार पर ही सत्यापन का कार्य पूरा होगा. अनियमितता करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

सुलतानपुर: पीएम मोदी के स्वच्छ भारत अभियान के नाम पर जमकर धांधली की गई है. पंचायत राज विभाग के अफसरों ने शौचालयों का मुआयना किए बिना ही दो अरब का बजट किस्तों में जारी करा दिया. वहीं 10 करोड़ की अनियमितता सामने आने के बाद अफसरों के पैरों तले से जमीन खिसक गई है. मुख्य विकास अधिकारी ने आरोपियों की पहचान के लिए पूरे प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं.

स्वच्छ भारत मिशन के नाम पर हुई धांधली.

जिले में पंचायत राज विभाग को केंद्र सरकार और राज्य सरकार की संयुक्त स्वीकृति पर 2 अरब का बजट जारी किया गया है. स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत से लेकर अब तक प्रत्येक ग्राम पंचायत के हर घर में शौचालय बनाया जाना था. इसकी जिम्मेदारी सेक्रेटरी और प्रधानों को दी गई थी. इन लोगों ने धन उगाही कर दूसरे चरण में आए बजट को गबन की भेंट चढ़ा दिया. इसमें लगभग 10 करोड़ की अनियमितता सामने आई. इसके तहत किसी में गड्ढा नहीं बना, तो किसी का ढांचा अधूरा रह गया है.

जिला विकास अधिकारी मधुसूदन नागराज का कहना है कि शौचालय निर्माण में बड़े पैमाने पर खामियां सामने आई हैं. उन्होंने यह भी कहा कि धांधली किस स्तर पर हुई है. इसका सही पता लगाने के लिए फोटोग्राफी कराने का निर्देश दिया गया है. फोटो वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी. इसके आधार पर ही सत्यापन का कार्य पूरा होगा. अनियमितता करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

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शीर्षक : स्वच्छ भारत मिशन में 10 करोड़ की धांधली, फोटोग्राफी से सामने आएंगे घोटालेबाज।



मोदी के स्वच्छ भारत अभियान का अफसरों ने जमकर फायदा उठाया है। पंचायत राज विभाग के अफसरों ने शौचालयों का मौका मुआयना किए बिना ही 2 अरब का बजट किस्तों में जारी करा दिया। स्थिति यह निकली की 10 करोड़ की अनियमितता जब सामने आई तो विकास विभाग के अफसरों के पैरों तले जमीन खिसक गई है। मुख्य विकास अधिकारी ने आरोपियों की पहचान के लिए पूरे प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं । जिले के सभी ब्लॉक अंतर्गत गांवों में शौचालयों की फोटोग्राफी कराने का निर्देश दिया गया है। फोटोग्राफी वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी। इसके आधार पर शौचालय और संबंधित ग्राम पंचायत का पुनः सत्यापन किया जाएगा। फर्जीवाड़ा करने वालों को चिन्हित किया जाएगा और उन पर प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज की जाएगी।


Body:सुलतानपुर जिले से बड़ी खबर है। जहां पंचायत राज विभाग को केंद्र सरकार और राज्य सरकार की संयुक्त स्वीकृति पर 2 अरब का बजट जारी किया गया है। यह स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत से अब तक की तस्वीर है। जिसके तहत प्रत्येक ग्राम पंचायत के हर घर में शौचालय बनाया जाना था। खासकर उन घरों को फोकस किया जाना था। जहां के परिवार जन अभी भी खुले में शौच करने जा रहे हैं। स्वच्छ भारत मिशन को पलीता लगा रहे हैं। इसकी जिम्मेदारी सेक्रेटरी और प्रधानों को शुरुआत में दी गई थी। इन लोगों ने इस कदर धन उगाही की कि दूसरे चरण में आए बजट को गबन की भेंट चढ़ा दिया। स्थिति यह बनी कि लगभग 10 करोड़ की अनियमितता सामने आई है। जिसमें किसी में गड्ढा नहीं बनाया गया है। तो किसी में ढांचा अधूरा हुआ है। कहीं ऐसी स्थिति है कि खाली मिट्टी का गड्ढा खोदकर शौचालय को दर्शा दिया गया है।


Conclusion:वॉइस ओवर : स्वच्छ भारत मिशन में इस कदर धांधली की गई है कि कभी बैनर पोस्टर के नाम पर तो कभी कभी गड्ढा बनाने के नाम पर धन उगाही की गई है। जिसमें अफसरों की कर्मचारियों के बराबर ही भागीदारी रही है। प्रधान और सेक्रेटरी मालामाल हुए हैं ।कंगाल हुए हैं तो ग्राम पंचायत के नियम कायदे से अनजान ग्रामीण। जो शौचालय तो लिखा पढ़ी में पा चुके हैं , लेकिन अभी खुले में शौच जा रहे हैं।



बाइट : जिला विकास अधिकारी मधुसूदन नागराज कहते हैं कि शौचालय निर्माण में बड़े पैमाने पर खामियां सामने आई हैं। उन्होंने यह भी कहा कि धांधली किस स्तर पर हुई है। इसका सही पता लगाने के लिए फोटोग्राफी कराने का निर्देश दिया गया है। फोटो वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी। इसके आधार पर ही सत्यापन का कार्य पूरा होगा। अनियमितता करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रथम सूचना रिपोर्ट भी दर्ज होगी।

आशुतोष मिश्रा 94 150 49256
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