सुलतानपुर: पीएम मोदी के स्वच्छ भारत अभियान के नाम पर जमकर धांधली की गई है. पंचायत राज विभाग के अफसरों ने शौचालयों का मुआयना किए बिना ही दो अरब का बजट किस्तों में जारी करा दिया. वहीं 10 करोड़ की अनियमितता सामने आने के बाद अफसरों के पैरों तले से जमीन खिसक गई है. मुख्य विकास अधिकारी ने आरोपियों की पहचान के लिए पूरे प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए हैं.
जिले में पंचायत राज विभाग को केंद्र सरकार और राज्य सरकार की संयुक्त स्वीकृति पर 2 अरब का बजट जारी किया गया है. स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत से लेकर अब तक प्रत्येक ग्राम पंचायत के हर घर में शौचालय बनाया जाना था. इसकी जिम्मेदारी सेक्रेटरी और प्रधानों को दी गई थी. इन लोगों ने धन उगाही कर दूसरे चरण में आए बजट को गबन की भेंट चढ़ा दिया. इसमें लगभग 10 करोड़ की अनियमितता सामने आई. इसके तहत किसी में गड्ढा नहीं बना, तो किसी का ढांचा अधूरा रह गया है.
जिला विकास अधिकारी मधुसूदन नागराज का कहना है कि शौचालय निर्माण में बड़े पैमाने पर खामियां सामने आई हैं. उन्होंने यह भी कहा कि धांधली किस स्तर पर हुई है. इसका सही पता लगाने के लिए फोटोग्राफी कराने का निर्देश दिया गया है. फोटो वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी. इसके आधार पर ही सत्यापन का कार्य पूरा होगा. अनियमितता करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.