सुलतानपुर: उत्तर प्रदेश में अयोध्या के औषधि आयुक्त, अंबेडकरनगर और अमेठी के ड्रग इंस्पेक्टर समेत 5 से 6 लोगों के खिलाफ लूट और छेड़छाड़ का मुकदमा पंजीकृत किया गया है. मेडिकल स्टोर संचालक की तरफ से कोर्ट में दी गई अर्जी को संज्ञान में लेते हुए न्यायालय ने एफआईआर दर्ज करने के आदेश दी थी. जिसके बाद मंगलवार को कोतवाली देहात थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है. इस पूरे मामले की जांच उपनिरीक्षक यादवेंद्र सोनकर को दी गई है.
मामला सुलतानपुर जिले के कोतवाली देहात थाना क्षेत्र का है, जहां की प्रमिला पत्नी नरेंद्र कुमार ग्राम झौवारा का मेडिकल स्टोर लखनऊ वाराणसी फोरलेन के दो मुंहा तिराहे पर चलता है. बीते 26 अगस्त को सुलतानपुर ड्रग इंस्पेक्टर अनीता कुरील, अमेठी और अंबेडकरनगर के ड्रग इंस्पेक्टर गणेश चंद्र, शैलेंद्र प्रताप सिंह, पूर्वार्ध रस्तोगी समेत कई लोगों के साथ आए. प्रमिला का आरोप है कि ये लोग जबरन दुकान में घुसकर 21,600 लूट की वारदात को अंजाम दिया. इस दौरान उन्होंने उसके साथ अभद्रता की. उसकी साड़ी खींचकर उसे निर्वस्त्र करने का प्रयास किया.
स्थानीय पुलिस की तरफ से मुकदमा नहीं दर्ज करने पर पीड़ित पक्ष न्यायालय गया, जहां पर न्यायाधीश सपना त्रिपाठी ने पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए अभियोग पंजीकृत करने का आदेश दिया है. कोर्ट के आदेश पर यह घटना कोतवाली देहात थाने में दर्ज कर लिया गया है.
सुलतानपुर की ड्रग इंस्पेक्टर अनीता कुरील ने बताया कि कोतवाली देहात थाना क्षेत्र में मौजूद गायत्री मेडिकल स्टोर समेत दो स्टोर पर छापेमारी की कार्रवाई की गई थी, जिसमें अयोध्या के सहायक आयुक्त, अमेठी और अंबेडकरनगर के ड्रग इंस्पेक्टर शामिल थे. यह मेडिकल स्टोर बिना लाइसेंस के चल रहा था. यह स्टोर गुमटी में चल रहा था. इस मामले में कार्रवाई करते हुए सारी दवाओं को थाना कोतवाली देहात में रख दिया गया. सीजीएम कोर्ट से कस्टडी ऑर्डर मिलने के बाद कार्रवाई सुनिश्चित की गई है. जांच के लिए सभी दवाओं के नमूने लैंब भेज दिए गए है. ड्रग इंस्पेक्टर के खिलाफ लगाए गए सभी आरोप झूठ हैं.
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