सुलतानपुर: जिला मुख्यालय पर स्थित अमहट मंडी में 40 साल से व्यापारी अनाज का कारोबार कर रहे हैं. अक्सर चुनाव में इनसे मंडी खाली कराई जाती है. इन्हें अस्थायी रूप से स्थान दिया जाता है, जहां यह चुनाव के दौरान कारोबार करते हैं. वहीं इस बार मंडी के बाहर अनाज कारोबारियों को खदेड़ने की कार्रवाई शुरू हो गई है, लेकिन उन्हें कोई अस्थायी स्थान नहीं दिया गया है. सरकारी खरीद कम होने पर व्यापारी सार्वजनिक वितरण प्रणाली को गेहूं और चावल देते हैं. भारतीय खाद्य निगम का भंडारण पूरा करने में व्यापारी अहम भूमिका निभाते हैं.
- मामला सुलतानपुर जिला मुख्यालय पर स्थित अमहट मंडी का है.
- लोकसभा चुनाव के दौरान यहां ईवीएम, वीवी पैड रखे जाएंगे. पीठासीन अधिकारी और कर्मचारी यहां एकत्रित होंगे.
- अफसरों ने अनाज कारोबारी को पहले चरण में बाहर जाने का आदेश जारी कर दिया है.
- जिलाधिकारी के आदेश पर मंडी सचिव ने कार्रवाई शुरू कर दी है. आदेश के अनुपालन का कार्य भी प्रारंभ कर दिया गया है.
- वहीं व्यापारियों के लिए कोई अस्थायी जगह नहीं दी गई है, जहां से वो व्यापार कर सकें.
- गुस्साए व्यापारी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं, लेकिन अफसर कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हैं.
क्या है व्यापारियों का कहना
फल और व्यापार मंडल अध्यक्ष मोहम्मद शमीम का कहना है कि हर साल चुनाव के दौरान व्यापारियों को मंडी का कुछ स्थान दिया जाता रहा है. व्यापारी रतन कुमार ने बताया कि बाहर किए जाने पर कारोबार प्रभावित हो जाएगा. मंडी से जुड़े व्यापारी इम्तियाज रिजवी ने कहा कि व्यापारियों को एक स्थान दिया जाना चाहिए, जिससे कार्य प्रभावित न हो.
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर ईवीएम मशीन मंडी में रखी जाएगी. यहीं से पोलिंग पार्टियां रवाना होंगी. चुनाव संबंधी कार्यक्रम यहीं से आयोजित किए जाते हैं. इस लिहाज से अनाज व्यापारियों को जिलाधिकारी के आदेश पर मंडी से बाहर जाने को कहा गया है. जरूरत पड़ी तो फल और सब्जी व्यापारियों को भी बाहर किया जाएगा.
-अजय प्रताप सिंह, मंडी सचिव