सोनभद्रः जिले में स्वास्थ्य विभाग के एक सर्वे में पाया गया कि 50 फीसदी से अधिक महिलाएं एवं बच्चे एनीमिया से ग्रसित हैं. इनको एनीमिया से मुक्ति दिलाने के लिए एनीमिया मूलक कार्यक्रम चलाया जा रहा है, जिसके मद्देनजर सीएमओ कार्यालय में एक संगोष्ठी और धर्मगुरुओं के साथ बैठक और एक जागरूकता रैली का आयोजन किया गया. इस रैली का उद्देश्य लोगों को एनीमिया के प्रति जागरूक करना है.
महिलाएं एवं बच्चे एनीमिया से ग्रसित
जिले में 50 फीसदी से अधिक महिलाएं व बच्चे एनीमिया से ग्रसित हैं. एनीमिया से मुक्ति दिलाने के लिए एक जागरूकता रैली का आयोजन किया गया. एनीमिया की स्थितियों मुश्किल गंभीरता के कारण थकान, कमजोरी, चक्कर आना संज्ञानात्मक विकास में मंदता और मृत्यु दर में वृद्धि के रूप में सामने आती है.
50 फीसदी लोग एनीमिया से पीड़ित
स्वास्थ्य विभाग के सर्वे में पाया गया कि 50 फीसदी लोग एनीमिया से पीड़ित हैं. उत्तर प्रदेश में 6 माह से 59 माह के 63.2 फीसदी बच्चों में एनीमिया की कमी है. सोनभद्र जिले में 15 से 49 वर्ष की महिलाओं में 52.4 फीसदी एनीमिया हैं. वहीं 52.4 फीसदी गर्भवती महिलाओं में एनीमिया की समस्या है.
इसे भी पढ़ें- चित्रकूट: बाल पोषण माह की हुई शुरुआत, बच्चों को पिलाया विटामिन A सिरप
आने वाले समय में महिलाओं व बच्चों को एनीमिया से बचाना है, जिससे उनको किसी भी प्रकार की बीमारी न हो पाए. इसी के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से एनीमिया मुक्त भारत का कार्यक्रम चलाया जा रहा है. जनपद में भी एक रैली का आयोजन किया गया, जिसमें स्कूली बच्चे और स्वास्थ विभाग के तमाम कर्मचारी शामिल हुए.
-डॉ शशिकांत उपाध्याय, सीएमओ