सोनभद्र: पीएम नरेंद्र मोदी स्वच्छता का संदेश भले ही पूरे विश्व में दे रहे हो, लेकिन इसका असर उनके संसदीय क्षेत्र से 100 किमी. दूरी पर स्थित सोनभद्र जिले में दिखाई नहीं पड़ रहा है. यहां नगर पालिका प्रशासन द्वारा डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए रिक्शा ट्राली के माध्यम से कूड़ा इकठ्ठा किया जाता है, जिसके लिए वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर बने फ्लाईओवर के नीचे डम्पिंग यार्ड भी बनाया गया है और इस डम्पिंग यार्ड से बड़ी गाड़ियां कूड़े को उठाकर दूसरे स्थान पर निस्तारित करती है लेकिन इससे उठने वाली दुर्गन्ध और फैले कूड़े नगर की सुंदरता पर ग्रहण लगा रहे हैं, वहीं नगर पालिका प्रशासन मूक दर्शक बना देख रहा है.
जानिए क्या है पूरा मामला
- नगर पालिका प्रशासन द्वारा डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए रिक्शा ट्राली के माध्यम से कूड़ा इकठ्ठा किया जाता है.
- जिसके लिए वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर डंपिंग यार्ड भी बनाया गया है.
- डंपिंग यार्ड पर डाला गए कूड़े से उठने वाली दुर्गन्ध और फैला कूड़ा नगर की सुंदरता पर ग्रहण लगा रहे हैं.
- नगर पालिका प्रशासन मूक दर्शक बना देख रहा है.
नगर पालिका बोर्ड द्वारा डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का निर्णय लिया गया था, जिसके तहत फ्लाईओवर के नीचे डम्पिंग यार्ड बनाया गया है. जहां से नगर का कूड़ा इकट्ठा होने के बाद जेसीबी से बड़ी गाड़ियों पर लोड कर कूड़े को निर्धारित स्थान पर फेंक दिया जाता है. इसके साथ ही कूड़े से उठने वाली दुर्गन्ध को रोकने के लिए प्रतिदिन चूने का छिड़काव कराया जाता है.
प्रदीप गिरि, अधिशाषी अधिकारी, नगर पालिका परिषद