सोनभद्र: अयोध्या विवाद पर फैसले से पहले जिला प्रशासन और पुलिस जिले में शांति व्यवस्था कायम करने के लिए विभिन्न समुदाय के धर्मगुरुओं और संभ्रांत नागरिकों के साथ बैठक कर मंथन कर रहा है. वहीं जिले के प्रमुख इलाकों में पैरामिलिट्री फोर्स और पुलिस बल के साथ मिलकर फ्लैग मार्च निकाला जा रहा है. असामाजिक तत्वों की निगरानी भी की जा रही है.
अयोध्या मामले के फैसले को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट
सुप्रीम कोर्ट अयोध्या मामले के फैसले को लेकर सोनभद्र में जिला प्रशासन की तरफ से पूरी तैयारी की जा रही है. जनपद वासियों में किसी प्रकार की भ्रांति न रहे इसको ध्यान में रखते हुए विभिन्न समुदाय के धर्मगुरुओं के साथ जिला प्रशासन मंथन करने में जुट गया है. इनके माध्यम से जिले के वासियों को यह संदेश दिया जा रहा है कि वह किसी भी प्रकार की भ्रांतियों में विश्वास न रखें और राम मंदिर मामले में जो भी फैसला सुप्रीम कोर्ट की तरफ से आता है उसको मानें.
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अपर पुलिस अधीक्षक का कहना है कि हम लोग फ्लैग मार्च, पेट्रोलिंग और विभिन्न समुदाय के धर्मगुरुओं के साथ बैठक कर रहे हैं. इसका एक उद्देश्य है कि सभी लोग आपस में भाईचारा बनाए रखें. अयोध्या प्रकरण में एक बहुत बड़ा फैसला आने वाला है. उस फैसले को लेकर किसी तरह की कोई अफवाह न फैलने पाए.
जनपद वासियों को जागरूक किया जा रहा है. इसमें सबका कर्तव्य है कि सुप्रीम कोर्ट का जो फैसला है उसका सभी लोग सम्मान करें. फ्लैग मार्च में सीआरपीएफ के जवान, पीएसी, पैरामिलिट्री फोर्स, सिविल पुलिस और इंटेलीजेंस के लोग शामिल हैं.
-ओपी सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक