बदायूं: केंद्र सरकार ने मोटर व्हीकल एक्ट में संशोधन कर जुर्माने की राशि में भारी बढ़ोतरी कर दी है, जिसके बाद से देश में वाहन चालकों के लाखों रुपये तक के चालान की खबरें सामने आ रहीं हैं. वहीं दूसरी तरफ सांसद को इस एक्ट की परवाह नहीं है.
क्या है पूरा मामला-
शुक्रवार को बीजेपी सांसद डॉक्टर संघमित्रा मौर्य और जिले के प्रभारी मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी बदायूं दौरे पर थे. दोनों नेता बदायूं जिला अस्पताल पहुंचे और अस्पताल की सुविधाओं की जानकारी ली. सांसद डॉ. संघमित्रा मौर्य जिस गाड़ी में बैठ कर आई थी उस गाड़ी में काले शीशे लगे हुए थे, जो कि मोटर व्हीकल एक्ट का खुला उल्लंघन है. इसके साथ ही डॉ संघमित्र मौर्य का गनर और ड्राइवर सीट बेल्ट भी नहीं लगाए थे.
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जो पुलिस आम आदमी को कोई मौका दिए बगैर चालान कर देती है, वह यह सब कुछ देखते हुए भी अनजान बनी हुई थी. जब गाड़ी के काले शीशे होने की बाबत सवाल पूछा गया तो सांसद ने गलती तो स्वीकार की लेकिन गाड़ी के शीशों से काली फिल्म नहीं उतरवाई. उनका जवाब था कि अगली बार जब आऊंगी तब आपको गाड़ी के शीशे काले नहीं दिखेंगे.
वहीं दूसरी ओर बदायूं जिले के प्रभारी मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी नए मोटर व्हीकल एक्ट के फायदे गिना रहे थे. उनका कहना था कि नए मोटर व्हीकल एक्ट के कारण दिल्ली जैसे शहरों में 90% लोग अब ट्रैफिक नियमों का पालन कर रहे हैं. प्रभारी मंत्री जहां एक ओर जनता को भगवान राम और कृष्ण के उदाहरण देकर जीवन के महत्व को समझा रहे थे. वहीं दूसरी ओर अपने साथ ही चल रही सांसद डॉक्टर संघमित्रा मौर्य को ट्रैफिक नियमों का पाठ नहीं पढ़ा पाए.