सोनभद्र: बभनी विकासखंड के अंतर्गत सड़क टोला प्राथमिक विद्यालय में गुरुवार को राशन न होने की वजह से मिड डे मील नहीं बना. इससे स्कूल में पढ़ने आए 86 बच्चों को भूखे ही घर वापस लौटना पड़ा. घर जाकर बच्चों ने मिड डे मील न मिलने की जानकारी परिजनों की दी. इस पर गुस्साए परिजनों ने स्कूल परिसर में हंगामा किया.
इसलिए नहीं बन सका मिड डे मील
शिकायत करने पर पता चला कि एमडीएम प्रभारी अध्यापिका की बोर्ड परीक्षा में ड्यूटी लगी है. शिक्षामित्र ने बताया कि स्कूल में राशन न होने की सूचना उन्हें दे दी गई थी. इसके बाद भी उन्होंने राशन का इंतजाम नहीं किया. डीएम ने बीएसए के नेतृत्व में एक टीम गठित कर मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
भूखे ही घर लौटे 86 बच्चे
प्रदेश की योगी सरकार प्राथमिक विद्यालय की शिक्षा स्तर सुधारने की तमाम दावे कर रही है, लेकिन सोनभद्र में ये दावे खारिज होते जा रहे हैं. अभी कुछ महीने पहले ही एक लीटर दूध 81 बच्चों को बांटने का मामला सामने आया था. जिसके बाद प्रदेश भर में मिड डे मील को लेकर सवाल खड़े हुए थे. अब सोनभद्र के सड़क टोला प्राथमिक विद्यालय में गुरुवार को खाद्य सामग्री न होने की वजह से मिड डे मील ही नहीं बना. इसकी वजह से 86 बच्चों को भूखे ही घर पर लौटना पड़ा.
शिक्षक ने बताया मैडम को दी थी सूचना
इस संबंध में विद्यालय पर मौजूद शिक्षामित्र सुरेंद्र प्रसाद का कहना है कि स्कूल में खाद्य सामग्री नहीं है. इसके संबंध में मैंने मैडम को सूचना दे दी थी, लेकिन खाद्य सामग्री नहीं मिली. इसी वजह से स्कूल में खाना नहीं बना था.
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महीने में तीसरी बार बच्चों को नहीं मिला खाना
इस संबंध में बच्चों के परिजनों का कहना है इस महीने में यह तीसरी बार हुआ है कि बच्चों को खाना नहीं मिला है. इस संबंध में हम लोगों ने बीआरसी पर भी शिकायत की है.
डीएम ने जांच के लिए गठित की टीम
जिलाधिकारी एस. राजलिंगम का कहना है कि मीडिया के माध्यम से इस विषय में जानकारी मिली है. मैंने बेसिक शिक्षा अधिकारी के नेतृत्व में एक टीम गठित कर दी है. यह टीम इस मामले की जांच कर रही है. जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.