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सोनभद्र: पोषाहार कालाबाजारी का मामला, 28 आंगनबाड़ी कर्मियों की सेवा समाप्त - सोनभद्र समाचार

यूपी के सोनभद्र में पोषाहार कालाबाजारी का मामला सामने आया था, जिसके बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर इस मामले की जांच जिला कार्यक्रम अधिकारी ने कराई, जिसके जांच में दोषी पाए जाने पर 28 आंगनबाड़ी कर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया है.

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28 आंगनबाड़ी कर्मी निलंबित.
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Published : Dec 15, 2019, 6:18 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST

सोनभद्र: जनपद में पिछले माह म्योरपुर बाल विकास परियोजना का पोषाहार बभनी में पकड़ा गया था और दुद्धी बाल विकास परियोजना का पोषाहार म्योरपुर में पकड़ा गया था, जिसके बाद जिलाधिकारी ने इस मामले की जांच के निर्देश दिए थे. जिला कार्यक्रम अधिकारी के नेतृत्व में टीमों ने कई जगह छापेमारी की. इस छापेमारी में दुद्धी बाल विकास परियोजना और म्योरपुर बाल विकास परियोजना में काम करने वाली कई आंगनबाड़ी कर्मचारियों के घर से निर्धारित मात्रा से कम पोषाहार बरामद हुआ था, जिसके बाद जांच में दोषी पाई गईं आंगनबाड़ी कर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया है.

28 आंगनबाड़ी कर्मी निलंबित.

28 आंगनबाड़ी कर्मी बर्खास्त

  • पोषाहार कालाबाजारी की शिकायत पर जिला कार्यक्रम अधिकारी के नेतृत्व में टीमों ने कई जगह छापेमारी की थी.
  • जिसमें दुद्धी बाल विकास परियोजना और म्योरपुर बाल विकास परियोजना में काम करने वाली कई आंगनबाड़ी कर्मियों के घर से निर्धारित मात्रा से कम पोषाहार बरामद हुआ था.
  • जिसके बाद इसकी जांच की जा रही थी.
  • इस जांच में दोषी पाए जाने पर 28 आगंनबाडी कर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया.
  • जिसमें 14 म्योरपुर बाल विकास परियोजना की और 14 दुद्धी बाल विकास परियोजना की आगंनबाडी कर्मी हैं.

इस मामले में जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला कार्यक्रम अधिकारी ने पोषाहार वितरण की जांच कराई तो मामला संज्ञान में आया कि पोषाहार की लगातार कालाबाजारी की जा रही है. इस क्रम में जिलाधिकारी ने प्रमुख सचिव और बाल विकास परियोजना के निदेशक को पत्र भेजा था, जिसमें दो सीडीपीओ, चार लिपिक और आठ मुख्य सेविकाओं को निलंबित किया गया.

इसके साथ ही दोनों परियोजनाओं में काम करने वाली 28 आंगनबाड़ी कर्मियों से जवाब-तलब किया गया था, लेकिन संतोषजनक जवाब न देने पर 28 आंगनबाड़ी कर्मियों को जिलाधिकारी के अनुमोदन पर जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बर्खास्त कर दिया है.

सितंबर माह में दुद्धी परियोजना का पोषाहार अवैध रूप से म्योरपुर में पकड़ा गया था और 19 तारीख को म्योरपुर परियोजना का पोषाहार बभनी में पकड़ा गया था. इसकी जांच की गई थी और जांच आख्या शासन में भेजी गई थी. शासन स्तर से दो सीडीपीओ, चार लिपिक और आठ क्षेत्र मुख्य सेविका का पहले निलंबन किया जा चुका है. उसी क्रम में पोषाहार कम पाए जाने पर और संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर जिलाधिकारी की अनुमति से 28 आंगनबाड़ी कर्मियों की सेवा समाप्त कर दी गई.
-अजीत कुमार सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी

सोनभद्र: जनपद में पिछले माह म्योरपुर बाल विकास परियोजना का पोषाहार बभनी में पकड़ा गया था और दुद्धी बाल विकास परियोजना का पोषाहार म्योरपुर में पकड़ा गया था, जिसके बाद जिलाधिकारी ने इस मामले की जांच के निर्देश दिए थे. जिला कार्यक्रम अधिकारी के नेतृत्व में टीमों ने कई जगह छापेमारी की. इस छापेमारी में दुद्धी बाल विकास परियोजना और म्योरपुर बाल विकास परियोजना में काम करने वाली कई आंगनबाड़ी कर्मचारियों के घर से निर्धारित मात्रा से कम पोषाहार बरामद हुआ था, जिसके बाद जांच में दोषी पाई गईं आंगनबाड़ी कर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया है.

28 आंगनबाड़ी कर्मी निलंबित.

28 आंगनबाड़ी कर्मी बर्खास्त

  • पोषाहार कालाबाजारी की शिकायत पर जिला कार्यक्रम अधिकारी के नेतृत्व में टीमों ने कई जगह छापेमारी की थी.
  • जिसमें दुद्धी बाल विकास परियोजना और म्योरपुर बाल विकास परियोजना में काम करने वाली कई आंगनबाड़ी कर्मियों के घर से निर्धारित मात्रा से कम पोषाहार बरामद हुआ था.
  • जिसके बाद इसकी जांच की जा रही थी.
  • इस जांच में दोषी पाए जाने पर 28 आगंनबाडी कर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया.
  • जिसमें 14 म्योरपुर बाल विकास परियोजना की और 14 दुद्धी बाल विकास परियोजना की आगंनबाडी कर्मी हैं.

इस मामले में जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला कार्यक्रम अधिकारी ने पोषाहार वितरण की जांच कराई तो मामला संज्ञान में आया कि पोषाहार की लगातार कालाबाजारी की जा रही है. इस क्रम में जिलाधिकारी ने प्रमुख सचिव और बाल विकास परियोजना के निदेशक को पत्र भेजा था, जिसमें दो सीडीपीओ, चार लिपिक और आठ मुख्य सेविकाओं को निलंबित किया गया.

इसके साथ ही दोनों परियोजनाओं में काम करने वाली 28 आंगनबाड़ी कर्मियों से जवाब-तलब किया गया था, लेकिन संतोषजनक जवाब न देने पर 28 आंगनबाड़ी कर्मियों को जिलाधिकारी के अनुमोदन पर जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बर्खास्त कर दिया है.

सितंबर माह में दुद्धी परियोजना का पोषाहार अवैध रूप से म्योरपुर में पकड़ा गया था और 19 तारीख को म्योरपुर परियोजना का पोषाहार बभनी में पकड़ा गया था. इसकी जांच की गई थी और जांच आख्या शासन में भेजी गई थी. शासन स्तर से दो सीडीपीओ, चार लिपिक और आठ क्षेत्र मुख्य सेविका का पहले निलंबन किया जा चुका है. उसी क्रम में पोषाहार कम पाए जाने पर और संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर जिलाधिकारी की अनुमति से 28 आंगनबाड़ी कर्मियों की सेवा समाप्त कर दी गई.
-अजीत कुमार सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी

Intro:anchor.. पोषाहार कालाबाजारी करने की शिकायत कई महीने पूर्व मिली थी जिसके बाद जिला कार्यक्रम अधिकारी के नेतृत्व में टीमों ने कई जगह छापामारी की थी तो दुद्धी बाल विकास परियोजना और म्योरपुर बाल विकास परियोजना में काम करने वाली कई आंगनवाड़ियों के यहां से कम मात्रा में पोषाहार बरामद हुआ था जिसके बाद इसकी लगातार जांच की जा रही थी वही जांच में दोषी पाए जाने पर 28 आगनबाडी को बर्खास्त कर दिया गया




Body:vo..पिछले माह जनपद सोनभद्र के म्योरपुर बाल विकास परियोजना का पोषाहार बभनी में पकड़ा गया था और दुद्धी बाल विकास परियोजना का पोषाहार म्योरपुर में पकड़ा गया था जिसके बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला कार्यक्रम अधिकारी ने पोषाहार वितरण की जांच कराई तो मामला संज्ञान में आया कि पोषाहार की लगातार कालाबाजारी की जा रही है जिससे चोला भरते हैं उनको पोषाहार नहीं मिल पा रहा है इस क्रम में जिलाधिकारी ने प्रमुख सचिव और बाल विकास परियोजना के निदेशक को पत्र भेजा था जिसमें दो सीडीपीओ 4 लिपिक और 8 मुख्य सेविकाओं को निलंबित कर दिया गया वही दोनों परियोजनाओं में काम करने वाली 28 आंगनवाड़ियों को जवाब तलब किया गया था और उनसे जवाब मांगा गया था लेकिन संतोषजनक जवाब न देने पर 28 आंगनवाड़ियों को जिला अधिकारी के अनुमोदन पर जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बर्खास्त कर दिया


Conclusion:vo.. आंगनबाड़ियों के बर्खास्तगी के संबंध में जिला कार्यक्रम अधिकारी का कहना है कि सितंबर माह में बुद्धि परियोजना का पोषाहार अवैध रूप से म्योरपुर में पकड़ा गया था और 19 तारीख को म्योरपुर परियोजना का पोषाहार बभनी में पकड़ा गया था जिस पर जांच की गई थी और जांच आख्या शासन में भेजी गई थी शासन स्तर से दो सीडीपीओ 4 लिपिक और 8 क्षेत्र मुख्य सेविका का पहले निलंबन किया जा चुका है उसी क्रम में पोषाहार कम पाए जाने पर आंगनवाड़ियों को जवाब तलब किया गया था उनको अंतिम अवसर दिया गया और परीक्षण प्रांत पाया गया कि उनका जवाब संतोषजनक नहीं है उस आधार पर जिला अधिकारी की अनुमति से 28 आंगनवाड़ियों की सेवा समाप्त कर दी गई जिसमें 14 म्योरपुर बाल विकास परियोजना की और 14 दुद्धी बाल विकास परियोजना की है

byte..अजीत कुमार सिंह जिला कार्यक्रम अधिकारी सोनभद्र
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST
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