सोनभद्रः जिले में पर्यटन की असीम संभावनाओं को देखते हुए जिला प्रशासन ने पर्यटन स्थलों के विकास का काम शासन के निर्देश पर शुरू कर दिया है. इन स्थलों पर राष्ट्रीय आजीविका मिशन के महिला समूह को भी जिम्मेदारी दी गई है, जिससे महिलाओं की आमदनी बढ़ सके. पर्यटक स्थलों पर महिला समूहों को वाहन स्टैंड, जलपान गृह, झूले इत्यादि स्थापित करने की अनुमति दी गई है.
8 हजार महिलाओं को मिलेगा रोजगार
जिला प्रशासन की इस पहल से जिले में पर्यटन का विकास हो रहा है. वहीं इससे जिले की महिलाओं को रोजगार मिलना भी शुरू हो गया है. राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़े जिले भर में लगभग 8 हजार महिला समूह और इनसे जुड़ी हुई लगभग एक लाख महिलाएं हैं. इनमें से जिले में अच्छा प्रदर्शन करने वाले समूहों को पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों के लिए सुविधाएं मुहैया कराने की जिम्मेदारी दी गई है. इससे करीब 8 से 10 हजार महिलाओं को रोजगार मिलेगा.
महिलाओं की आामदनी शुरू
राबर्ट्सगंज के लोढ़ी गांव में संचालित गरिमा आजीविका महिला स्वयं सहायता समूह को इको व्यू प्वाइंट स्थल पर झूला और पार्किंग स्टैंड संचालित करने की जिम्मेदारी दी गई है. इस समूह से जुड़ी महिला संजू ने बताया कि झूले के माध्यम से अभी लगभग 200 रुपये प्रतिदिन की इनकम हो रही है और अभी पार्किंग स्टैंड का संचालन भी शुरू होना है.
प्रशासन प्रयत्नशील
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला प्रबंधक एमजी रवि ने बताया कि जिले में पर्यटन स्थलों के विकास के लिए प्रशासन प्रयत्नशील है. जिले भर में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़े महिला समूह को पर्यटन स्थल पर जलपान गृह, स्टैंड और अन्य सुविधाएं प्रदान करने की अनुमति दी गई है. इससे पर्यटन के विकास के साथ समूह की महिलाओं को भी लाभ मिल सकेगा.
लोक नृत्यों का होगा कार्यक्रम
पर्यटन स्थलों में समूह की महिलाएं गाइड का भी काम करेंगी और वाहनों के माध्यम से टूर ऑपरेटर का भी काम समूह की महिलाएं ही करेंगी. जिला प्रबंधक ने बताया कि इन पर्यटन स्थलों पर स्थानीय कलाकारों के कार्यक्रम भी समय-समय पर आयोजित किए जाएंगे. इसमें लोक गीत और नृत्य प्रस्तुति होगी, जिससे लोक नृत्यों को संजोने में आसानी होगी.