सोनभद्र: सरकार द्वारा चलाए जा रहे अभियान के तहत जिला प्रशासन जिले के सभी 637 ग्राम पंचायतों को डिजिटल प्लेटफॉर्म से जोड़ेगा. ग्राम प्रधान अब डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से ग्रामीणों की समस्या ब्लॉक, तहसील और जिला स्तरीय अधिकारियों तक पहुंचा सकेंगे. ऐसे में ग्रामीणों को कोरोना काल में अधिकारियों से व्यक्तिगत रूप से मिलने की आवश्यकता नहीं होगी और उनकी समस्याओं का समाधान भी डिजिटल माध्यम से आसानी से हो जाएगा. इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए जिला प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है.
जिला पंचायती राज अधिकारी धनंजय जायसवाल ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते अब तहसील दिवस बंद हो चुके हैं. ऐसे में ग्रामीणों की समस्याओं के समाधान के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म का सहारा लिया जा रहा है. प्रत्येक माह विभिन्न विभागों के अधिकारी ग्राम प्रधान से रूबरू होंगे और ग्रामीणों की समस्याओं पर चर्चा करेंगे. दूसरे चरण में ग्राम पंचायत सचिवालय में प्रशासन कंप्यूटर और इंटरनेट की व्यवस्था मुहैया कराएगा और ग्राम पंचायत सचिव के माध्यम से ग्रामीणों की समस्याएं अधिकारियों तक सीधे पहुंचेंगी.
जिला पंचायती राज अधिकारी ने बताया कि इसके लिए 22, 23 और 24 जुलाई को 67 मास्टर ट्रेनर अपने टेबलेट और स्मार्टफोन के माध्यम से ग्राम प्रधानों को प्रशिक्षित करेंगे. जिला पंचायती राज अधिकारी ने बताया कि अगस्त माह तक सभी ग्राम पंचायतों में कंप्यूटर और इंटरनेट की व्यवस्था कर दी जाएगी.
गांव से हो सकेंगे ये कार्य
जिले के लोढ़ी ग्राम पंचायत के ग्राम प्रधान शमशेर बहादुर सिंह ने बताया की ग्राम सचिवालय में कंप्यूटर और इंटरनेट की व्यवस्था होने से जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र, परिवार रजिस्टर की नकल, मनरेगा जॉब कार्ड समेत कई कार्य आसानी से हो सकेंगे. डिजिटलाइजेशन होने के बाद ग्रामीण, ग्राम प्रधान और ग्राम सचिवों के बीच बेहतर तालमेल हो सकेगा और आम लोगों को व्यवस्था का समुचित लाभ मिलेगा. डिजिटलाइजेशन की प्रक्रिया से ग्रामीणों की वित्तीय स्थिति भी सुधरेगी और कार्य में भी आसानी होगी.