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सोनभद्र: उम्भा गांव में ग्रामीणों में जमीन के पट्टे को लेकर असंतोष - उम्भा जमीन विवाद

यूपी के सोनभद्र में उम्भा गांव में विगत वर्ष जमीन के विवाद को लेकर जमकर हिंसा हुई थी. प्रशासन ने वहां की जमीन को 281 लोगों में वितरित किया. जमीन मिलने पर कुछ ग्रामीण अभी भी संतुष्ट नहीं हैं.

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उम्भा गांव
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Published : Jan 11, 2020, 12:05 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST

सोनभद्र: जिले के उम्भा गांव में बीते वर्ष जुलाई माह में जमीन विवाद को लेकर भीषण गोलीबारी हुई, जिसमें 11 की मौत और 27 लोग घायल हुए थे. जिसके बाद प्रशासन ने वहां 1135 बीघे जमीन जो सोसाइटी के नाम थी, उससे मुक्त कराया और इस जमीन को ग्राम समाज कराकर 851 बीघा जमीन 281 लोगों में वितरित किया. गांव के रहने वाले कुछ लोगों का आरोप है कि हम जहां रहते है, प्रशासन वहां पर दूसरे को जमीन दे रहा है और हमें आपस में लड़ा रहा है. उनका कहना है कि हमें अगर वहीं जमीन मिलती है तो फिर से यह घटना हो सकती है.

उम्भा गांव में ग्रामीणों में जमीन के पट्टे को लेकर असंतोष.
मुख्यमंत्री ने दिया था प्रमाण पत्र
कुल 1135 बीघा जमीन को सोसाइटी से मुक्त कराकर ग्राम समाज किया गया था. इसमें से 851 बीघा जमीन 281 लाभार्थियों को दी जाएगी, वहीं 11 मृतकों के परिवार के 14 परिजनों को 7.5- 7.5 बीघा और 20 घायलों को 7.5, 7.5 बीघा जमीन दी जाएगी. बाकी 247 लोगों को पात्रता के अनुसार ढाई बीघा से लेकर एक बीघा तक जमीन पट्टा की गई थी. गोली कांड के पीड़ित परिजनों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जमीन का प्रमाण पत्र दिया था.

इसे भी पढ़ें - रायबरेली पहुंचे डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, अधिकारियों के साथ कर रहे बैठक

ग्रामीणों ने लगाया आरोप
उम्भा गांव के बसंत लाल गौड़ का कहना है कि जिस जमीन पर हम लोग पुश्तैनी से जोतते चले आ रहे हैं, उसी को लेकर मुकदमा बाजी और नरसंहार हुआ. आज हमें उस जमीन को न देकर 6 से 7 किलोमीटर दूसरे गांव में पट्टा दिया जा रहा है. जहां प्रधान यज्ञदत्त का घर है, उन्हीं के घर के पास हमें भेजा जा रहा है. वह जब 6 किमी दूर आकर गोलीबारी कर सकते हैं तो अगर हम उनके पास रहेंगे तो हमारा क्या दशा होगा. हमें ढाई बीघा जमीन पट्टा मिला है वो भी सपही गांव में मिला है. जहां उम्भा में मैं हूं वहां पर जमीन दूसरे को पट्टा किया जा रहा है. हमें वहां से हटाया जा रहा है.

जिलाधिकारी ने दी जानकारी
सोनभद्र के जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने जानकारी देते हुए बताया कि जब आदर्श कोऑपरेटिव सोसाइटी से ग्राम सभा में जमीन वापस ली गई थी. उसमें से 281 लोगों को पट्टा दिया गया था, घटना में कुछ लोगों को मृत्यु हुई थी उनको 7.5 बीघा के हिसाब से जमीन दिया गया था बाकी जितने भूमिहीन लोग थे उनको बराबर बांटा गया. लोगों की शिकायत आई है, हम देख रहे हैं अगर यह एडजेस्ट हो सकता है तो हम एडजेस्ट कर देंगे.

सोनभद्र: जिले के उम्भा गांव में बीते वर्ष जुलाई माह में जमीन विवाद को लेकर भीषण गोलीबारी हुई, जिसमें 11 की मौत और 27 लोग घायल हुए थे. जिसके बाद प्रशासन ने वहां 1135 बीघे जमीन जो सोसाइटी के नाम थी, उससे मुक्त कराया और इस जमीन को ग्राम समाज कराकर 851 बीघा जमीन 281 लोगों में वितरित किया. गांव के रहने वाले कुछ लोगों का आरोप है कि हम जहां रहते है, प्रशासन वहां पर दूसरे को जमीन दे रहा है और हमें आपस में लड़ा रहा है. उनका कहना है कि हमें अगर वहीं जमीन मिलती है तो फिर से यह घटना हो सकती है.

उम्भा गांव में ग्रामीणों में जमीन के पट्टे को लेकर असंतोष.
मुख्यमंत्री ने दिया था प्रमाण पत्र
कुल 1135 बीघा जमीन को सोसाइटी से मुक्त कराकर ग्राम समाज किया गया था. इसमें से 851 बीघा जमीन 281 लाभार्थियों को दी जाएगी, वहीं 11 मृतकों के परिवार के 14 परिजनों को 7.5- 7.5 बीघा और 20 घायलों को 7.5, 7.5 बीघा जमीन दी जाएगी. बाकी 247 लोगों को पात्रता के अनुसार ढाई बीघा से लेकर एक बीघा तक जमीन पट्टा की गई थी. गोली कांड के पीड़ित परिजनों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जमीन का प्रमाण पत्र दिया था.

इसे भी पढ़ें - रायबरेली पहुंचे डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, अधिकारियों के साथ कर रहे बैठक

ग्रामीणों ने लगाया आरोप
उम्भा गांव के बसंत लाल गौड़ का कहना है कि जिस जमीन पर हम लोग पुश्तैनी से जोतते चले आ रहे हैं, उसी को लेकर मुकदमा बाजी और नरसंहार हुआ. आज हमें उस जमीन को न देकर 6 से 7 किलोमीटर दूसरे गांव में पट्टा दिया जा रहा है. जहां प्रधान यज्ञदत्त का घर है, उन्हीं के घर के पास हमें भेजा जा रहा है. वह जब 6 किमी दूर आकर गोलीबारी कर सकते हैं तो अगर हम उनके पास रहेंगे तो हमारा क्या दशा होगा. हमें ढाई बीघा जमीन पट्टा मिला है वो भी सपही गांव में मिला है. जहां उम्भा में मैं हूं वहां पर जमीन दूसरे को पट्टा किया जा रहा है. हमें वहां से हटाया जा रहा है.

जिलाधिकारी ने दी जानकारी
सोनभद्र के जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने जानकारी देते हुए बताया कि जब आदर्श कोऑपरेटिव सोसाइटी से ग्राम सभा में जमीन वापस ली गई थी. उसमें से 281 लोगों को पट्टा दिया गया था, घटना में कुछ लोगों को मृत्यु हुई थी उनको 7.5 बीघा के हिसाब से जमीन दिया गया था बाकी जितने भूमिहीन लोग थे उनको बराबर बांटा गया. लोगों की शिकायत आई है, हम देख रहे हैं अगर यह एडजेस्ट हो सकता है तो हम एडजेस्ट कर देंगे.

Intro:anchor. सोनभद्र के उम्भ गांव में बीते वर्ष जुलाई माह में जमीन विवाद को लेकर भीषण गोलीबारी हुई जिसमें 11 की मौत और 27 लोग घायल हुए थे जिसके बाद प्रशासन ने वहां की जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कराया और 1135 भीगे जमीन जो सोसाइटी के नाम थी उस से मुक्त कराया और इस जमीन को ग्राम समाज कराकर 851 बीघा जमीन 281 लोगों में वितरित किया वह गांव के रहने वाले कुछ लोगों का आरोप है कि हम जहां पर का बीच में प्रशासन वहां पर दूसरे को जमीन दे रहा है और हमें आपस में लड़ा रहा है हमको सपही में जमीन दी जा रही है जहां के यज्ञदत्त हैं अगर वह लोग इतना दूर आकर गोलीबारी कर सकते हैं तो हम वहां पर रहेंगे तो हमारा क्या हाल होगा


Body:vo.. दरअसल कुल 1135 बीघा जमीन को सोसाइटी से मुक्त कराकर ग्राम समाज किया गया था इसमें से 851 बीघा जमीन 281 लाभार्थियों को दी जाएगी वही 11 मृतकों के परिवार के 14 परिजनों को 7.5- 7.5 बीघा वही 20 घायलों को 7.5, 7.5 बीघा जमीन दी जाएगी बाकी 247 लोगों को पात्रता के अनुसार ढाई बीघा से लेकर एक बीघा तक जमीन पट्टा की गई थी गोली कांड के पीड़ित परिजनों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जमीन का प्रमाण पत्र दिया था


vo.. जिस जमीन पर हम लोग पुश्तैनी से जोत कोड करते चले आ रहे हैं उसी को लेकर मुकदमा बाजी और नरसंहार हुआ आज हमें उस जमीन को न देकर 6 से 7 किलोमीटर दूसरे गांव में पट्टा दिया जा रहा है जहां का प्रधान यज्ञदत्त उन्हीं के घर के पास हमें भेजा जा रहा है वह जब 6 किमी दूर आकर गोलीबारी कर सकते हैं तो अगर हम उनके पास रहेंगे तो हमारा क्या दशा होगा हमें ढाई बीघा जमीन पट्टा मिला है वह सपही गांव में मिला है जहां उम्भा में मैं हूं वहां पर जमीन दूसरे को पट्टा किया जा रहा है हमें वहां से हटाया जा रहा है हमें लगता है कि जो शासन सत्ता में जो भी बैठे हैं उनकी मानसिकता यही बना हुआ है कि आदिवासी का एक बार फिर से नरसंहार हो

byte..बसंत लाल गौड़ ग्रामीण उम्भा




Conclusion:वो.. जब आदर्श को ऑपरेटिव सोसाइटी से ग्राम सभा में जमीन वापस ली गई थी उसमें से 281 लोगों को पट्टा दिया गया था घटना में कुछ लोगों को मृत्यु हुई थी उनको 7.5 बीघा के हिसाब से जमीन दिया गया था बाकी जितने भूमिन लोग थे उनको बराबर बांटा गया अंबा में जितने उपलब्ध जमीन था उसको विकास कार्य के लिए थोड़ा सा जमीन छोड़कर बाकी बाकी मानक के हिसाब से बिना कब्जे को डिस्टर्ब करते हुए आवंटन ने कर दिया था बाकी सपही से जो जमीन लिखा जो लोग यहां वहां एडजेस्ट नहीं हो पाए थे वहां जमीन आवंटन किया गया था 281 में कुछ लोगों को यह शिकायत है हम देख रहे हैं अगर यह एडजेस्ट हो सकता है तो हम यहीं पर एडजेस्ट कर लेंगे

बाइट एस राजलिंगम जिलाधिकारी सोनभद्र
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST
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