सोनभद्र: जिले की पुलिस ने एक अंतरराज्यीय मानव तस्करी गिरोह का खुलासा किया है. पुलिस ने इस गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है. पुलिस गैंग के दोनों सदस्यों से पूछताछ कर रही है.
सीओ चारु द्विवेदी के मुताबिक ओबरा क्षेत्र के बग्घानाला से पुलिस ने मुखबिर खास की सूचना पर मानव तस्करी में संलिप्त दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया. उनके पास से दो तमंचे और कारतूस बरामद किए गए. उनसे पूछताछ में पता चला कि गैंग सोनभद्र की आदिवासी लड़कियों को बहला-फुसला कर पड़ोस के राज्यों में बेच देता था.
उनके मुताबिक ओबरा थाना क्षेत्र के एक शिकायतकर्ता ने 15 मार्च को इस संबंध में प्रार्थना पत्र दिया था. आरोप लगाया था कि एक व्यक्ति ने उसकी और मित्र की दो बेटियों को ले जाकर बिहार के छपरा में बेच दिया था. इस संबंध में पुलिस ने धारा 363 और 370 आईपीसी और पॉक्सो व एससीएसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया था. इसके बाद पुलिस अभियुक्तों की तलाश में जुट गई थी.
मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने इस मामले में संलिप्त नामजद अभियुक्त शहादत उर्फ सोनू को ओबरा थाना क्षेत्र के बिल्ली रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार कर किया. उसके पास से एक देसी तमंचा और कारतूस बरामद किया गया. पूछताछ में उसने बताया कि सोनभद्र से लड़कियों को ले जाकर बिहार में बेचने पर उसे पैसा और हथियार मिलते थे. लड़कियों को वह हृदयराम को बेचता था. पुलिस ने टीम बनाकर अभियुक्त हृदयराम को भी गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से तमंचा बरामद हुआ.
उनके मुताबिक दोनों बदमाश आदिवासी लड़कियों को बहलाकर बिहार में बेच देते थे. दोनों अभियुक्तों की निशानदेही पर बिहरा के छपरा जिले से तीनों किशोरियों को बरामद कर लिया गया है. किशोरियों को बिहार के चाइल्ड वेलफेयर कमेटी(सीडब्लूसी) के सामने प्रस्तुत किया गया है ताकि इन लड़कियों के वापसी की प्रक्रिया पूरी की जा सके.
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