सोनभद्र : भारतीय सामाजिक न्याय मोर्चा के नेतृत्व में मंगलवार को दंडईत बाबा मंदिर परिसर राबर्ट्सगंज में वनाधिकार कानून लागू करने के लिए आदिवासियों ने प्रदर्शन किया. वनाधिकार से वंचित आदिवासियों को उनके अधिकार दिलाने के लिए प्रदर्शन किया गया. इस दौरान भारतीय सामाजिक न्याय मोर्चा के संस्थापक समेत तमाम लोग उपस्थित रहे.
इस दौरान सामाजिक न्याय मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी यशवंत सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला वापस लिया है उसका वो स्वागत करते हैं और सुप्रीम कोर्ट को बधाई देते हैं. केंद्र और प्रदेश सरकार ने मिर्जापुर, चंदौली और सोनभद्र के निरस्त 53 हजार दावों को स्वीकार करते हुए वनवासियों को उनकी जमीन पर मालिकाना हक दे यही उनकी मुख्य मांग है.
दरअसल सोनभद्र, मिर्जापुर और चंदौली के जंगलों में रहने वाले 53 हजार आदिवासियों ने अपने जमीन पर वनाधिकार दिए जाने की मांग को लेकर सरकार के समक्ष दावा पेश किया था. पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने 12 हजार दावों को स्वीकार करते हुए शेष 53 हजार दावों को निरस्त कर दिया था.
वहीं प्रदर्शन के दौरान भारतीय सामाजिक न्याय मोर्चा के संस्थापक ने बताया कि वनाधिकार कानून को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने जो अपना फैसला वापस लिया है, इसके लिए सुप्रीम कोर्ट को वो बधाई देते हैं. 12 फरवरी को जो गलत फैसला लिया गया था, सुप्रीम कोर्ट ने उसको वापस ले लिया. उसका वो लोग स्वागत करते हैं और सरकार को चेतावनी देते हैं कि 10 जुलाई तक जितने दावे सरकार ने निरस्त किए हैं अगर उसको स्वीकार नहीं करते हैं तो वो आंदोलन करने को मजबूर होंगे. वहीं आदिवासियों की मांग है कि उनके पुश्तैनी जमीन पर उनको मौलिक अधिकार दिया जाए.