सोनभद्र : सपा सरकार में पूर्व शिक्षा मंत्री रहे राम आसरे विश्वकर्मा आज सोनभद्र पहुंचे. वो विश्वकर्मा समाज के लोगों के कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे. बाद में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने भाजपा सरकार पर शिक्षा को महंगा करने और उसके निजीकरण का आरोप लगाया. साथ ही साथ महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर भी भाजपा सरकार को उन्होंने नाकाम बताया.
भाजपा सरकार पर शिक्षा का स्तर गिराने का आरोप लगाया
पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री राम आसरे विश्वकर्मा ने भाजपा सरकार पर शिक्षा के स्तर को गिराने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सपा सरकार की कोशिश थी कि गांव के गरीब बच्चे को भी उच्च शिक्षा मिल सके, इसी को देखते हुए फीस का स्ट्रक्चर बनाया गया था. लेकिन आज भाजपा सरकार ने शिक्षा का निजीकरण कर दिया है. जिससे अब आम आदमी का बच्चा शिक्षा महंगी होने के कारण उच्च शिक्षा ग्रहण नहीं कर सकता है.
'लॉकडाउन के समय की स्कूलों की फीस माफ होनी चाहिए'
सपा सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रहे राम आसरे विश्वकर्मा ने कहा की लॉकडाउन की अवधि की फीस में सरकार को रियायत देनी चाहिए. सरकार को रास्ता निकालना चाहिए. भले ही सरकार को ही इसकी भरपाई क्यों न करनी पड़े.
'महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार फेल'
पूर्व मंत्री ने कहा कि आज पेट्रोल और डीजल के साथ-साथ घरेलू गैस की कीमतें भी लगातार बढ़ रही हैं. घरेलू गैस अब लोगों की पहुंच से दूर हो गया है. सरकार कहती है कि पेट्रोल की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार से जुड़ी हुई हैं, लेकिन जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोल की कीमतें लगातार गिर रही हैं तब सरकार इनका दाम नहीं घटा रही है. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के समय में लगभग दो करोड़ लोग बेरोजगार हो गए थे, लेकिन सरकार तो सरकारी नौकरी की भर्तियां ही पूरी नहीं कर पा रही है.