सोनभद्रः म्योरपुर थाना क्षेत्र के चैरी गांव से तस्करी कर ले जाए गए 6 किशोरों को तेलंगाना में बरामद किया गया है. सभी किशोरों को तस्करी करके तेलंगाना ले जाया गया था. जहां उन्हें बंधुआ मजदूर बना दिया गया था. लेकिन तेलंगाना राज्य की खम्मम पुलिस ने ऑपरेशन स्माइल अभियान के तहत सभी बच्चों को कंस्ट्रक्शन साइट से रिहा करवा लिया. तेलंगाना की पुलिस ने सभी किशोरों को सोमवार को सोनभद्र बाल कल्याण समिति के सुपुर्द कर दिया. सभी बच्चे म्योरपुर के चैरी गांव के रहने वाले हैं और उन्हें परिजनों को सौंपने की प्रक्रिया चल रही है.
किशोरों को बनाया गया था बंधुआ मजदूर
तस्करों से चंगुल से रिहा करवाए गये किशोरों ने बताया कि उन्हें एक स्थानीय दलाल ने तेलंगाना भिजवाया था. किशोरोंं ने बताया उन्हे अच्छी सैलरी का लालच दिया गया था.तेलंगाना पहुंचने पर उन्हें एक कंस्ट्रक्शन साइट पर बंधुआ मजदूर बना दिया गया. यहां तक उन्हें मजदूरी भी नहीं दी जाती थी. तेलंगाना पुलिस ने ऑपरेशन स्माइल अभियान के तहत किशोरों का रेस्क्यू किया. सभी किशोरों को सोनभद्र की बाल कल्याण समिति के सुपुर्द किया गया है.
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सोनभद्र से जारी है बाल तस्करी
सोनभद्र के ग्रामीण और आदिवासी इलाके से किशोरों की लगातार बाल तस्करी की जा रही है. पिछले महीने भी छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में 11 बच्चों का रेस्क्यू किया गया था. बाद में उन्हें सोनभद्र में उनके परिजनों को सौंपा गया था. लगातार बाल तस्करी के मामले सामने आने के बाद भी सोनभद्र का जिला प्रशासन इन मामलों को गंभीरता से नहीं ले रहा है. लगातार पिछड़े और आदिवासी क्षेत्रों से बच्चों को बहला-फुसलाकर बंधुआ मजदूरी के काम में लगाया जा रहा है.