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सोनभद्र मिड-डे-मील मामला: बेसिक शिक्षा मंत्री ने कहा, 'तीनों स्तरों पर हुई कठोर कार्रवाई' - बेशिक शिक्षा मंत्री का मिड-डे-मील पर बयान

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में सलईबनवा प्राथमिक विद्यालय में एक लीटर दूध में पानी मिलाकर 81 बच्चों में बांटा गया था. इस मामले में बेसिक शिक्षा मंत्री ने मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि जांच के बाद कार्रवाई की गई है.

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बेशिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी.
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Published : Nov 30, 2019, 8:29 AM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST

सोनभद्र: जिले के चोपन विकासखंड के सलईबनवा प्राथमिक विद्यालय में एक लीटर दूध में पानी मिलाकर 81 बच्चों में बांटने का मामला सामने आया था. इस मामले में डीएम ने कार्रवाई करते हुए एक शिक्षक को सस्पेंड कर दिया, जबकि शिक्षामित्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया गया है. सूबे के बेसिक शिक्षा मंत्री ने कहा कि जिलाधिकारी से बातकर जांच करवाई गई. जांच में तीन स्तर पर गड़बड़ियां मिलीं. जांच के आधार पर कार्रवाई की गई है.

मीडिया से बात करते बेशिक शिक्षा मंत्री.

सोनभद्र के प्रभारी मंत्री व यूपी के बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉक्टर सतीश चंद्र द्विवेदी मिड-डे-मील मामले में मीडिया से बातचीत की. उन्होंने कहा कि एक लीटर दूध में पानी मिलाकर बच्चों को बांटने का मामला संज्ञान में आया था. सही समय पर जिलाधिकारी द्वारा जांचकर कार्रवाई की गई है.

ये भी पढ़ें- प्रयागराज: शेल्टर होम कांड की मुख्य आरोपी गिरिजा त्रिपाठी को मिली जमानत

उन्होंने कहा कि स्थाई शिक्षिकाओं को खंड शिक्षा अधिकारी ने एक साथ अवकाश दे दिया, जिसके कारण वहां कोई स्थाई शिक्षक नहीं था, जो शिक्षामित्र था वह चाहता था कि मिड-डे-मील की संचालन व्यवस्था वही करे. विभाग में ऐसा नियम नहीं है. स्थाई शिक्षक की देखरेख में मिड-डे-मील चलता है. इसलिए पास के स्कूल के अध्यापक को तब तक के लिए व्यवस्था सौंपी गई. जब तक कोई स्थाई शिक्षक नहीं था.

ये भी पढ़ें- सोनभद्र: 81 बच्चों में बांटा गया था 1 लीटर दूध, शिक्षामित्र पर FIR, एक शिक्षक सस्पेंड

बेसिक शिक्षा मंत्री का कहना है कि शिक्षामित्र ने लापरवाही के कारण जानबूझकर ऐसा किया, जिससे मिड-डे-मील की व्यवस्था उसको मिल जाए. शिक्षामित्र के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए उसकी सेवा समाप्त कर दी गई है. उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दिया गया है. शिक्षक को लापरवाही निलंबित कर दिया गया है. खंड शिक्षा अधिकारी को एक साथ सभी स्थाई शिक्षकों को अवकाश पर नहीं भेजना चाहिए था. इस दायित्व में जो शिथिलता बरती है. उसके लिए उनके खिलाफ रिपोर्ट आ रही है.

सोनभद्र: जिले के चोपन विकासखंड के सलईबनवा प्राथमिक विद्यालय में एक लीटर दूध में पानी मिलाकर 81 बच्चों में बांटने का मामला सामने आया था. इस मामले में डीएम ने कार्रवाई करते हुए एक शिक्षक को सस्पेंड कर दिया, जबकि शिक्षामित्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया गया है. सूबे के बेसिक शिक्षा मंत्री ने कहा कि जिलाधिकारी से बातकर जांच करवाई गई. जांच में तीन स्तर पर गड़बड़ियां मिलीं. जांच के आधार पर कार्रवाई की गई है.

मीडिया से बात करते बेशिक शिक्षा मंत्री.

सोनभद्र के प्रभारी मंत्री व यूपी के बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉक्टर सतीश चंद्र द्विवेदी मिड-डे-मील मामले में मीडिया से बातचीत की. उन्होंने कहा कि एक लीटर दूध में पानी मिलाकर बच्चों को बांटने का मामला संज्ञान में आया था. सही समय पर जिलाधिकारी द्वारा जांचकर कार्रवाई की गई है.

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उन्होंने कहा कि स्थाई शिक्षिकाओं को खंड शिक्षा अधिकारी ने एक साथ अवकाश दे दिया, जिसके कारण वहां कोई स्थाई शिक्षक नहीं था, जो शिक्षामित्र था वह चाहता था कि मिड-डे-मील की संचालन व्यवस्था वही करे. विभाग में ऐसा नियम नहीं है. स्थाई शिक्षक की देखरेख में मिड-डे-मील चलता है. इसलिए पास के स्कूल के अध्यापक को तब तक के लिए व्यवस्था सौंपी गई. जब तक कोई स्थाई शिक्षक नहीं था.

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बेसिक शिक्षा मंत्री का कहना है कि शिक्षामित्र ने लापरवाही के कारण जानबूझकर ऐसा किया, जिससे मिड-डे-मील की व्यवस्था उसको मिल जाए. शिक्षामित्र के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए उसकी सेवा समाप्त कर दी गई है. उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दिया गया है. शिक्षक को लापरवाही निलंबित कर दिया गया है. खंड शिक्षा अधिकारी को एक साथ सभी स्थाई शिक्षकों को अवकाश पर नहीं भेजना चाहिए था. इस दायित्व में जो शिथिलता बरती है. उसके लिए उनके खिलाफ रिपोर्ट आ रही है.

Intro:Anchor.. बुधवार को चोपन विकासखंड के सलईबनवा प्राथमिक विद्यालय में एक लीटर दूध में पानी मिलाकर 80 बच्चों को देने का मामला प्रकाश में आया लेकिन जब मामला मीडिया में पहुंचा तो जिला प्रशासन के साथ प्रदेश सरकार भी जाग उठी इस मामले में सूबे के बेसिक शिक्षा मंत्री का कहना है कि मामले की जानकारी लगते ही जिलाधिकारी से बात कर वहां पर जांच करवाई गई जांच में तीनों स्तर पर गड़बड़ियां मिली इसलिए तीनों स्तर पर कठोर कार्यवाही की गई हैBody:Vo.. सोनभद्र के प्रभारी मंत्री उत्तर प्रदेश शासन ने बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉक्टर सतीश चंद्र वेदी का कहना है कि जो सोनभद्र की घटना आई है 1 लीटर दूध में पानी मिलाकर बच्चों को बांटने की इसमें कल जैसे घटना संज्ञान में आई जिलाधिकारी सोनभद्र से मेरी बात हुई वह मौके पर गए और जांच की जांच में जो चीजें सामने आए उसमें स्थाई शिक्षिकाओं को खंड शिक्षा अधिकारी ने एक साथ अवकाश दे दिया जिसके कारण वहां कोई अस्थाई शिक्षक नहीं था और जो शिक्षामित्र था वह चाहता था कि मिड डे मील की संचालन व्यवस्था करें लेकिन विभाग में ऐसा नियम नहीं है स्थाई शिक्षक की देखरेख में मिड डे मील चलता है इसलिए पास के स्कूल के अध्यापक को तब तक के लिए व्यवस्था सौंपी गई जब तक स्थाई शिक्षकों नहीं था

Vo.. बेसिक शिक्षा मंत्री का कहना है कि शिक्षामित्र में लापरवाही के कारण जानबूझकर ऐसा किया कि कोई घटना घट जाएगी तो उसको व्यवस्था सौंप दी जाएगी जिसके कारण से छवि खराब हुई है उस शिक्षामित्र के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करते हुए उसकी सेवा समाप्त कर दी गई है उसके खिलाफ दुर्भावना से प्रेरित कृत के कारण एफ आई आर दर्ज करा दिया गया है वहीं प्रभारी मंत्री का कहना है कि जिस पास के शिक्षक को जिम्मेदारी मिली थी उसने जो लापरवाही की कम दूध भेजा उसको निलंबित कर दिया गया है खंड शिक्षा अधिकारी को एक साथ सभी स्थाई शिक्षकों को अवकाश पर नहीं भेजना चाहिए था इस दायित्व में जो शिथिलता बरती है उसके लिए उनके खिलाफ रिपोर्ट आ रही है निदेशालय में रिपोर्ट आते हैं उन को निलंबित किया जाएगा इस मामले में तीनों स्तरों पर कठोर कार्यवाही कर दी गई है अभी जो तत्कालिक परिस्थिति है यही लोग जिम्मेदार हैं इसलिए तीनों स्तरों पर कठोर कार्यवाही की गई

बाइट डॉक्टर सतीश चंद्र द्विवेदी बेसिक शिक्षा मंत्री उत्तर प्रदेश शासनConclusion:
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST
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