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सोनभद्र: कोरोना संक्रमित आयुष्मान कार्ड धारकों के इलाज के लिए रेट निर्धारित

सोनभद्र जिले में कोरोना संक्रमित आयुष्मान कार्ड धारकों के लिए सरकार की तरफ से रेट निर्धारित कर दिया गया है. जारी किए रेट के हिसाब से ही आयुष्मान कार्ड धारकों के इलाज का भुगतान लिया जाएगा और यह इलाज सरकार की ओर से निर्धारित अस्पताल में ही किया जाएगा.

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आयुष्मान कार्ड धारकों के कोरोना इलाज हेतु रेट निर्धारित
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Published : Jun 19, 2020, 1:03 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST

सोनभद्र: कोरोना संक्रमित आयुष्मान कार्ड धारकों के लिए सरकार ने रेट निर्धारित कर दिया है. आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पत्र लिखकर बताया है कि तय रेट के हिसाब से ही आयुष्मान कार्ड धारकों के इलाज का भुगतान लिया जाएगा और यह इलाज सरकार की ओर से निर्धारित अस्पतालों में ही किया जाएगा.

सरकार ने आयुष्मान योजना के कार्ड धारक जो करोना संक्रमित हैं, उनके लिए इलाज का रेट निर्धारित कर दिया है. दरअसल, कोरोनावायरस एक नई बीमारी के रूप में उभरा है, इसके लिए अभी तक सरकार की तरफ से इसके इलाज के लिए रेट का निर्धारण नहीं किया गया था, बाकी सभी बीमारियों के लिए आयुष्मान कार्ड धारकों का रेट सरकार ने पहले से निर्धारित कर रखा था. जिसके तहत आयुष्मान कार्ड धारकों को 5 लाख तक का मुफ्त इलाज मिलता है. सरकार की तरफ से पत्र जारी करके इसके रेट निर्धारण किया गया है.

आयुष्मान कार्ड धारकों के रेट लिस्ट
1. जनरल वार्ड आइसोलेशन में भर्ती संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए प्रतिदिन 1800 रुपये
2. हार्डडिफेंसी यूनिट आइसोलेशन में भर्ती संक्रमित व्यक्तियों के इलाज के लिए प्रतिदिन 2700 रुपये
3. आईसीयू बिना वेंटिलेटर की भर्ती संक्रमित मरीजों के लिए 3600
4. आईसीयू और वेंटिलेटर के साथ भर्ती संक्रमित मरीजों के लिए 4500 प्रतिदिन के हिसाब से निर्धारित की गई है.

मुख्य कार्यपालक अधिकारी, संगीता सिंह ने कहा है कि इसके तहत उन्हीं लोगों का इलाज किया जा सकता है, जो गोल्डन कार्ड धारक हैं. यदि योजना के अंतर्गत चिन्हित लाभार्थी का गोल्डन कार्ड नहीं बना है तो आरोग्य मित्र के माध्यम से उसका गोल्डन कार्ड बनवाकर संबंधित का उपचार सुनिश्चित कराया जाए. साथ ही कोविड-19 संक्रमण के चलते वर्तमान में योजना के अंतर्गत उपचार करने के लिए बायोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन अनिवार्यता समाप्त कर दी गई है.

मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉ शशिकांत उपाध्याय ने कहा कि आयुष्मान कार्ड धारकों का इलाज करने के लिए हर तरह की फीस निर्धारित होती है. संबंधित चिकित्सालय उसी हिसाब से फीस लेते हैं क्योंकि कोरोनावायरस अभी आया है जिसकी वजह से उसकी फीस पहले से निर्धारित नहीं थी. इसलिए शासन ने विभिन्न चिकित्सालयों की और उनके बीमारियों का जो स्तर है, उसके हिसाब से फीस निर्धारित कर दिया है. आयुष्मान कार्ड धारक का जहां इलाज होगा वह चिकित्सालय बीमारी के हिसाब से अपना चार्ज लेगा. इनका इलाज सरकार ने जिन अस्पतालों को निर्धारित किया है वहीं होगा अन्य कहीं नहीं होगा.

सोनभद्र: कोरोना संक्रमित आयुष्मान कार्ड धारकों के लिए सरकार ने रेट निर्धारित कर दिया है. आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को पत्र लिखकर बताया है कि तय रेट के हिसाब से ही आयुष्मान कार्ड धारकों के इलाज का भुगतान लिया जाएगा और यह इलाज सरकार की ओर से निर्धारित अस्पतालों में ही किया जाएगा.

सरकार ने आयुष्मान योजना के कार्ड धारक जो करोना संक्रमित हैं, उनके लिए इलाज का रेट निर्धारित कर दिया है. दरअसल, कोरोनावायरस एक नई बीमारी के रूप में उभरा है, इसके लिए अभी तक सरकार की तरफ से इसके इलाज के लिए रेट का निर्धारण नहीं किया गया था, बाकी सभी बीमारियों के लिए आयुष्मान कार्ड धारकों का रेट सरकार ने पहले से निर्धारित कर रखा था. जिसके तहत आयुष्मान कार्ड धारकों को 5 लाख तक का मुफ्त इलाज मिलता है. सरकार की तरफ से पत्र जारी करके इसके रेट निर्धारण किया गया है.

आयुष्मान कार्ड धारकों के रेट लिस्ट
1. जनरल वार्ड आइसोलेशन में भर्ती संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए प्रतिदिन 1800 रुपये
2. हार्डडिफेंसी यूनिट आइसोलेशन में भर्ती संक्रमित व्यक्तियों के इलाज के लिए प्रतिदिन 2700 रुपये
3. आईसीयू बिना वेंटिलेटर की भर्ती संक्रमित मरीजों के लिए 3600
4. आईसीयू और वेंटिलेटर के साथ भर्ती संक्रमित मरीजों के लिए 4500 प्रतिदिन के हिसाब से निर्धारित की गई है.

मुख्य कार्यपालक अधिकारी, संगीता सिंह ने कहा है कि इसके तहत उन्हीं लोगों का इलाज किया जा सकता है, जो गोल्डन कार्ड धारक हैं. यदि योजना के अंतर्गत चिन्हित लाभार्थी का गोल्डन कार्ड नहीं बना है तो आरोग्य मित्र के माध्यम से उसका गोल्डन कार्ड बनवाकर संबंधित का उपचार सुनिश्चित कराया जाए. साथ ही कोविड-19 संक्रमण के चलते वर्तमान में योजना के अंतर्गत उपचार करने के लिए बायोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन अनिवार्यता समाप्त कर दी गई है.

मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉ शशिकांत उपाध्याय ने कहा कि आयुष्मान कार्ड धारकों का इलाज करने के लिए हर तरह की फीस निर्धारित होती है. संबंधित चिकित्सालय उसी हिसाब से फीस लेते हैं क्योंकि कोरोनावायरस अभी आया है जिसकी वजह से उसकी फीस पहले से निर्धारित नहीं थी. इसलिए शासन ने विभिन्न चिकित्सालयों की और उनके बीमारियों का जो स्तर है, उसके हिसाब से फीस निर्धारित कर दिया है. आयुष्मान कार्ड धारक का जहां इलाज होगा वह चिकित्सालय बीमारी के हिसाब से अपना चार्ज लेगा. इनका इलाज सरकार ने जिन अस्पतालों को निर्धारित किया है वहीं होगा अन्य कहीं नहीं होगा.

Last Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST
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