सोनभद्र: जिला मुख्यालय राबर्ट्सगंज में नगर पालिका की तरफ से लाखों रुपये खर्च करके शिवाजी मिनी स्टेडियम बनाया गया है. आज यह स्टेडियम कहीं न कहीं अधिकारियों की लापरवाही का शिकार हो रहा है. स्टेडियम में इतने गड्ढे हैं कि यहां जो खेलने आता है वह इन गड्ढों को देखकर खेलने की हिम्मत नहीं करता. यहां पर खेलने आए बच्चों का भी कहना है कि कई बार खेलते समय हम लोग गिर जाते हैं, जिससे चोट आ जाती है. यहां पर जिस जगह इंडोर गेम की व्यवस्था होनी चाहिए थी, वहां पर भूसा रखा गया है.
स्टेडियम की जर्जर हालत
नगर के मध्य बनाए गए इस शिवाजी मिनी स्टेडियम में सुबह और शाम खेलने के लिए जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक सहित जनपद के अन्य अधिकारी भी आते हैं. यही नहीं यहां पर खेलने के लिए जनपद के अधिकारियों के साथ कई संभ्रांत लोग भी पहुंचते हैं, लेकिन इन लोगों के आने के बावजूद भी स्टेडियम लगातार उपेक्षा का शिकार हो रहा है.
ग्राउंड में हैं तमाम गड्ढे
स्टेडियम के ग्राउंड में तमाम गड्ढे हैं. वहीं इनडोर गेम के लिए बनाए गए कमरों में भूसा रखा है. यहां पर खेलने आए बच्चों का कहना है कि खेलते समय कई बार वे चोटिल भी हो जाते हैं, लेकिन अधिकारी यहां पर आते हैं और खेल कर चले जाते हैं. इसकी तरफ कोई भी ध्यान नहीं देता है.
खिलाड़ियों ने बयां किया अपना दर्द
स्टेडियम में खेलने आए अंशु और रोशन का कहना है कि ग्राउंड में बहुत सारे गड्ढे हैं. उनकी पिच भी नहीं बन पाई है. खेलते समय उन्हें चोट भी लग जाती है. बहुत लोग गिर भी जाते हैं. अधिकारी आते हैं और खेल कर चले जाते हैं. किसी से कहने का मौका ही नहीं मिलता.
अधिशासी अधिकारी ने बताया
इस संबंध में अधिशासी अधिकारी प्रदीप गिरि का कहना है कि ग्राउंड में जो भी गड्ढे हैं, उनको धीरे-धीरे लेवल में लाया जा रहा है, जिससे वहां पर विभिन्न प्रकार के आउटडोर गेम खेले जा सकें. नगर पालिका में स्थाई गोशाला संचालित हो रही है, जिसके लिए हमेशा भूसे की आवश्यकता रहती है. मौसम को देखते भूसे को स्टेडियम में सुरक्षित रखा गया है. अधिकारियों को अवगत कराते हुए हमने उसे अस्थाई रूप से स्टोर किया है.