सोनभद्र: पुलिस लाइन आवास परिसर में सेक्स रैकेट और मादक पदार्थों की तस्करी की बात सामने आने से हड़कंप मच गया है. इस संबंध में पुलिस लाइन आवास परिसर निवासी 17 पुलिसकर्मियों ने पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह को शिकायती पत्र सौंप कर कार्रवाई की मांग की थी. पुलिसकर्मियों ने एसपी, डीआईजी मिर्जापुर, आईजी वाराणसी और डीजीपी को भेजे इस कथित पत्र में आरोप लगाया था कि दो सिपाहियों की पत्नियां इन अवैध कार्यों में लिप्त हैं, जबकि उनके पतियों की तैनाती जिले के थानों में है. पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह ने कहा कि यह पूरा मामला और शिकायत फर्जी है.
सोनभद्र पुलिस लाइन में सेक्स रैकेट (sex racket in sonbhadra police line) और मादक पदार्थों की तस्करी की जानकारी सामने आने से हड़कंप मच गया. एसपी ने मामले की जांच सीओ पुलिस लाइन को सौंपी है. शिकायत करने वालों में इंस्पेक्टर, हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल महिला सिपाही भी शामिल हैं.
बता दें कि सोनभद्र पुलिस लाइन में सेक्स रैकेट चलने और वाले पदार्थों की तस्करी होने के संबंध में 17 पुलिसकर्मियों ने एसपी सोनभद्र डीआईजी विंध्याचल मंडल आईजी वाराणसी और डीजीपी को पत्र भेजकर कार्रवाई करने की मांग की है. शिकायत करने वाले पुलिसकर्मियों में महिला सिपाही भी शामिल है. इसके बाद पुलिस लाइन में हड़कंप की स्थिति है. एसपी डाक्टर यशवीर सिंह ने 2 दिनों में सीओ पुलिस लाइन को इस मामले की जांच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है.
इस मामले में जिले के एडिशनल एसपी मुख्यालय कालू सिंह ने बताया कि इस मामले (policemen wife running sex racket in sonbhadra) की जांच की जा रही है और यह किसी के द्वारा बदनाम करने की साजिश भी हो सकती है. इस संबंध में एडिशनल एसपी का कहना है कि यह भी हो सकता है कि पुलिस लाइन आवास की महिलाओं के बीच आपसी मनमुटाव हो. उन्होंने कहा कि इस संबंध में अपने स्तर से मैंने पहले भी जांच कराई थी, लेकिन कुछ निकला था. बहरहाल फिर से मामले की जांच कराई जा रही है. हालांकि पुलिस लाइन में इस तरह के अवैध कार्यों का रैकेट चलने की बात सामने आने से पूरे जिले के पुलिस महकमे में हड़कंप की स्थिति है.
पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह ने कहा कि यह पूरा मामला फर्जी है. इस मामले में एक अज्ञात व्यक्ति ने पुलिस लाइन में रहने वाले सभी 17 पुलिसकर्मियों का फर्जी हस्ताक्षर बनाकर उच्च अधिकारियों के पास भेजा लैटर और वीडियो भी दिया. उनका कहना है इन सभी 17 पुलिसकर्मियों ने प्रार्थना पत्र देकर फर्जी तरीके से उनका हस्ताक्षर वाले के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. इस मामले में मुकदमा दर्ज कर पत्र वायरल करने वाले सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई होगी.
ये भी पढ़ें- कमजोर दिल वाले न देखें ये वीडियो, 20 सेकंड मौत का तांडव LIVE