सोनभद्र: कोरोना काल में एक तरफ जहां आयुष चिकित्सा का महत्व बढ़ता जा रहा है. वहीं केंद्र और राज्य सरकार आयुर्वेदिक दवाइयों के प्रयोग के लिए लोगों को प्रेरित कर रहे हैं. ऐसे जिला अस्पताल परिसर में संचालित आयुष चिकित्सा केंद्र की ओपीडी महीनों से बंद पड़ी है.
यहां से आयुर्वेदिक दवाओं का वितरण नहीं हो रहा है. यहां के विशेषज्ञ आयुर्वेदिक डॉक्टरों की ड्यूटी थर्मल स्कैनिंग में लगा दी गई है. ऐसे में यहां आने वाले मरीज जो कि आयुर्वेदिक दवाओं के प्रयोग की इच्छा लेकर आते हैं, उन्हें वापस होना पड़ रहा है. यहां तैनात डॉक्टर का कहना है कि उच्च अधिकारियों के निर्देश पर हम थर्मल स्कैनिंग रहे हैं. जब सीएमओ से चिकित्सा केंद्र की ओपीडी में दवाओं का वितरण बंद होने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया और कार्यालय छोड़कर चल दिए.
सोनभद्र जिला अस्पताल परिसर में संचालित आयुष चिकित्सा केंद्र की स्थिति बदहाल है. यहां की ओपीडी महीनों से बंद है और यहां मौजूद विभागाध्यक्ष ने बताया कि यहां से आयुर्वेदिक दवाओं का वितरण नहीं हो रहा है. डॉक्टर विनोद कुमार ने बताया कि उनकी ड्यूटी कोविड-19 मरीजों की थर्मल स्कैनिंग के लिए लगा दी गई है. यहां आने वाले मरीज वापस जा रहे हैं. कोरोना काल में इस चिकित्सा केंद्र के बंद होने से लोग आयुर्वेदिक दवाओं का लाभ नहीं ले पा रहे हैं.