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सोनभद्रः जिला अस्पताल में नवजात की मौत, परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप - सोनभद्र समाचार

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र के जिला अस्पताल में एक नवजात बच्चे की मौत का मामला सामने आया है. परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों और नर्सों की लापरवाही से बच्चे की जान गई है.

जिला अस्पताल में नवजात की मौत.
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Published : Sep 20, 2019, 5:55 PM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST

सोनभद्रः राबर्टसगंज कोतवाली इलाके के सहिजन कला से ममता पत्नी राजेश अपने बीमार नवजात बच्चे को जिला अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती कराया था. तीन दिन के बाद बच्चा पूर्ण रूप से स्वस्थ हो गया था. घर के लिए छोड़े जाने से पूर्व बच्चे को दूध पिलाकर कर एसएनसीयू में रखा गया. जिसके कुछ ही देर के बाद बच्चे की मौत हो गई. मौत की सूचना पर परिजनों में कोहराम मच गया. साथ ही परिजनों ने डॉक्टर और नर्स पर आरोप लगाया कि दोनों की लापरवाही से बच्चे की मौत हो गई.

जिला अस्पताल में नवजात की मौत.

इसे भी पढे़ं- सोनभद्र: मंत्री को बताईं किसानों ने अपनी समस्याएं

क्या है मामला

  • जिला अस्पताल में एक नवजात बच्चे की मौत का मामला सामने आया है.
  • तीन दिन पहले बीमार नवजात को जिला अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती कराया गया था.
  • नवजात के ठीक होने पर बच्चे को दूध पिलाकर एसएनसीयू में रख दिया गया था.
  • परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों और नर्सों की लापरवाही से बच्चे की जान गई है.
  • वहीं डॉक्टरों का कहना है कि बच्चे को दूध पिलाने के बाद थपकी नहीं दी गई जिससे दूध बच्चे के लंग्स में चला गया था.

सोनभद्रः राबर्टसगंज कोतवाली इलाके के सहिजन कला से ममता पत्नी राजेश अपने बीमार नवजात बच्चे को जिला अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती कराया था. तीन दिन के बाद बच्चा पूर्ण रूप से स्वस्थ हो गया था. घर के लिए छोड़े जाने से पूर्व बच्चे को दूध पिलाकर कर एसएनसीयू में रखा गया. जिसके कुछ ही देर के बाद बच्चे की मौत हो गई. मौत की सूचना पर परिजनों में कोहराम मच गया. साथ ही परिजनों ने डॉक्टर और नर्स पर आरोप लगाया कि दोनों की लापरवाही से बच्चे की मौत हो गई.

जिला अस्पताल में नवजात की मौत.

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क्या है मामला

  • जिला अस्पताल में एक नवजात बच्चे की मौत का मामला सामने आया है.
  • तीन दिन पहले बीमार नवजात को जिला अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती कराया गया था.
  • नवजात के ठीक होने पर बच्चे को दूध पिलाकर एसएनसीयू में रख दिया गया था.
  • परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों और नर्सों की लापरवाही से बच्चे की जान गई है.
  • वहीं डॉक्टरों का कहना है कि बच्चे को दूध पिलाने के बाद थपकी नहीं दी गई जिससे दूध बच्चे के लंग्स में चला गया था.
Intro:Anchor- रावर्टसगंज कोतवाली इलाके के सहिजन कला से एक परिजन अपने नवजात बच्चे को लेकर जिला अस्पताल पहुंचा, और वहां पर उसे एसएनसीयू में भर्ती कराया गया। तीन दिन के बाद बच्चा पूर्ण रूप से स्वस्थ होने पर घर के लिए छोड़े जाने से पूर्व बच्चे को परिजनों द्वारा दूध पिलाकर कर एसएनसीयू में रखा गया। जिसके कुछ देर के बाद बच्चे की मौत हो गई। मौत की सूचना पर परिजनों में कोहराम मच गया और परिजनों द्वारा डॉक्टर और नर्स पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहां गया कि बच्चे की सही देखभाल नहीं की जा रही है और डॉक्टरों की लापरवाही से बच्चे की मौत हो गई। वहीं जिला अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि बच्चा पूर्ण रूप से सही था, बच्चे को दूध पिलाने के लिए मां को ट्रेंड किया गया था और मां ने दूध पिलाने के बाद बच्चे को थपकी नहीं दिया, जिसकी वजह से दूध उसके लंस में चला गया, जिससे बच्चे की मौत हो गई। जिला अस्पताल में वैसे भी स्टाफ की कमी है, डॉक्टरों की कमी है, जिसकी वजह से कम संसाधनों में ही अस्पताल को संचालित करना पड़ रहा है।


Body:Vo1-रावर्टसगंज कोतवाली इलाके के सहिजन कला से ममता पत्नी राजेश अपने बीमार नवजात बच्चे को लेकर जिला अस्पताल के एसएनसीयू में 17 सिततम्बर को भर्ती कराया। तीन दिन के बाद बच्चा पूर्ण रूप से स्वस्थ होने पर घर के लिए छोड़े जाने से पूर्व बच्चे को परिजनों द्वारा दूध पिलाकर कर एसएनसीयू में रखा गया। जिसके कुछ देर के बाद बच्चे की मौत हो गई। मौत की सूचना पर परिजनों में कोहराम मच गया और परिजनों द्वारा डॉक्टर और नर्स पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहां गया कि बच्चे की सही देखभाल नहीं की जा रही थी और डॉक्टरों की लापरवाही से बच्चे की मौत हो गई।
बच्चें की दादी अमरावती ने बताया कि रात में सुबह हमलोगो ने बच्चे की दूध पिलाया था लेकिन दोपहर गार्ड ने बताया कि आपका बच्चा सीरियस है,जब हमलोगो ने देखा तो उसकी मौत हो चुकी थी।इसमें नर्स और डॉक्टर की पूरी लापरवाही है।


Byte-अमरावती देवी(मृत बच्चे की दादी)


Conclusion:Vo2-वहीं जिला अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि बच्चा पूर्ण रूप से सही था, बच्चे को दूध पिलाने के लिए मां को ट्रेंड किया गया था और मां ने दूध पिलाने के बाद बच्चे को थपकी नहीं दिया, जिसकी वजह से दूध उसके लंस में चला गया, जिससे बच्चे की मौत हो गई। जिला अस्पताल में वैसे भी स्टाफ की कमी है, डॉक्टरों की कमी है, जिसकी वजह से कम संसाधनों में ही अस्पताल को संचालित करना पड़ रहा है।

Byte-डॉ0 प्रशांत शुक्ला(चिकित्सक संयुक्त चिकित्सालय,जिला अस्पताल,सोनभद्र।)


.चन्द्रकान्त मिश्रा
सोनभद्र
मो0 9450323031
Last Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST

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