सोनभद्र: जिले के एक मात्र नगर पालिका परिषद राबर्ट्सगंज में जिला पंचायत की जमीन पर 6 माह पूर्व जनवरी में गोवंश आश्रय स्थल का निर्माण नगर पालिका व पशु चिकित्साधिकारी की संयुक्त देख-रेख में किया गया था. जिसमें नगर के सैकड़ों छुट्टा आवारा पशुओं को संरक्षण दिया गया था, लेकिन दुर्व्यवस्था का आलम यह है कि 6 महीने में यहां पर लगभग 145 से भी अधिक पशुओं की मौत हो चुकी है. यानी अगर आंकड़ों की बात करें तो हर महीने 25 पशुओं की मौत हो रही है.
- जिले में 6 महीने पहले गोवंश आश्रय स्थल का निर्माण नगर पालिका पशु चिकित्साधिकारी की देख-रेख में किया गया था.
- वर्तमान समय में पूरे गोवंश आश्रय केंद्र में पानी भरा हुआ है, आलम यह है कि चारो तरफ कीचड़ ही कीचड़ है.
- पशुओं की दुर्व्यवस्था के कारण मौत हो रही है.
- गोवंश पालक ने जानकारी देते हुए बताया कि पंद्रह दिनों से बीमार चल रहे दो पशुओं की आज मौत हो गई.
व्यवस्था बहुत अच्छी है, लगातार चेकअप किये जा रहे हैं. समय-समय से टीकाकरण का कार्य हो रहा है, लेकिन विगत 6 महीने में लगभग 145 पशुओं की मौत हो चुकी है. इस समय थोड़ा जल भराव हुआ है, जिसके लिए कंक्रीट वाली मिट्टी डाली जा रही है.
-डॉ. एसके कुशवाहा, डिप्टी, सीवीओ, पशु चिकित्सा विभाग सोनभद्र
पहली बरसात में जल भराव की स्थिति बन गई है, जिलाधिकारी ने भी निरीक्षण किया है, कंक्रीट डालने की व्यवस्था की जा रही है. पम्प लगाकर पानी निकासी की व्यवस्था की जा रही है. पशु चिकित्साधिकारी और पशु अस्पताल के डाक्टरों द्वारा लगातार चेकअप व टीकाकरण का काम चल रहा है. पूर्व में पशुओं द्वारा प्लास्टिक खाना उनकी बीमारी का कारण बताया जा रहा है.
-प्रदीप गिरी, अधिशाषी अधिकारी,नगर पालिका सोनभद्र