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सोनभद्र: गौशाला में फैली दुर्व्यवस्थाओं के कारण हो रही पशुओं की मौत - पशु चिकित्सा विभाग सोनभद्र

उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में प्रदेश सरकार का ड्रीम प्रॉजेक्ट 'गोवंश आश्रय स्थल' दुर्व्यवस्थाओं के कारण फेल होता दिख रहा है. जिले में बने गोवंश आश्रय स्थल में विगत 6 महीनों के अंदर 145 से अधिक पशुओं की मौत सरकार की व्यवस्था की पोल खोलने के लिए काफी है.

गौशाला में फैली दुर्व्यवस्था.
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Published : Jul 10, 2019, 10:22 AM IST

Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST

सोनभद्र: जिले के एक मात्र नगर पालिका परिषद राबर्ट्सगंज में जिला पंचायत की जमीन पर 6 माह पूर्व जनवरी में गोवंश आश्रय स्थल का निर्माण नगर पालिका व पशु चिकित्साधिकारी की संयुक्त देख-रेख में किया गया था. जिसमें नगर के सैकड़ों छुट्टा आवारा पशुओं को संरक्षण दिया गया था, लेकिन दुर्व्यवस्था का आलम यह है कि 6 महीने में यहां पर लगभग 145 से भी अधिक पशुओं की मौत हो चुकी है. यानी अगर आंकड़ों की बात करें तो हर महीने 25 पशुओं की मौत हो रही है.

गौशाला में फैली दुर्व्यवस्था.
  • जिले में 6 महीने पहले गोवंश आश्रय स्थल का निर्माण नगर पालिका पशु चिकित्साधिकारी की देख-रेख में किया गया था.
  • वर्तमान समय में पूरे गोवंश आश्रय केंद्र में पानी भरा हुआ है, आलम यह है कि चारो तरफ कीचड़ ही कीचड़ है.
  • पशुओं की दुर्व्यवस्था के कारण मौत हो रही है.
  • गोवंश पालक ने जानकारी देते हुए बताया कि पंद्रह दिनों से बीमार चल रहे दो पशुओं की आज मौत हो गई.


व्यवस्था बहुत अच्छी है, लगातार चेकअप किये जा रहे हैं. समय-समय से टीकाकरण का कार्य हो रहा है, लेकिन विगत 6 महीने में लगभग 145 पशुओं की मौत हो चुकी है. इस समय थोड़ा जल भराव हुआ है, जिसके लिए कंक्रीट वाली मिट्टी डाली जा रही है.
-डॉ. एसके कुशवाहा, डिप्टी, सीवीओ, पशु चिकित्सा विभाग सोनभद्र

पहली बरसात में जल भराव की स्थिति बन गई है, जिलाधिकारी ने भी निरीक्षण किया है, कंक्रीट डालने की व्यवस्था की जा रही है. पम्प लगाकर पानी निकासी की व्यवस्था की जा रही है. पशु चिकित्साधिकारी और पशु अस्पताल के डाक्टरों द्वारा लगातार चेकअप व टीकाकरण का काम चल रहा है. पूर्व में पशुओं द्वारा प्लास्टिक खाना उनकी बीमारी का कारण बताया जा रहा है.
-प्रदीप गिरी, अधिशाषी अधिकारी,नगर पालिका सोनभद्र

सोनभद्र: जिले के एक मात्र नगर पालिका परिषद राबर्ट्सगंज में जिला पंचायत की जमीन पर 6 माह पूर्व जनवरी में गोवंश आश्रय स्थल का निर्माण नगर पालिका व पशु चिकित्साधिकारी की संयुक्त देख-रेख में किया गया था. जिसमें नगर के सैकड़ों छुट्टा आवारा पशुओं को संरक्षण दिया गया था, लेकिन दुर्व्यवस्था का आलम यह है कि 6 महीने में यहां पर लगभग 145 से भी अधिक पशुओं की मौत हो चुकी है. यानी अगर आंकड़ों की बात करें तो हर महीने 25 पशुओं की मौत हो रही है.

गौशाला में फैली दुर्व्यवस्था.
  • जिले में 6 महीने पहले गोवंश आश्रय स्थल का निर्माण नगर पालिका पशु चिकित्साधिकारी की देख-रेख में किया गया था.
  • वर्तमान समय में पूरे गोवंश आश्रय केंद्र में पानी भरा हुआ है, आलम यह है कि चारो तरफ कीचड़ ही कीचड़ है.
  • पशुओं की दुर्व्यवस्था के कारण मौत हो रही है.
  • गोवंश पालक ने जानकारी देते हुए बताया कि पंद्रह दिनों से बीमार चल रहे दो पशुओं की आज मौत हो गई.


व्यवस्था बहुत अच्छी है, लगातार चेकअप किये जा रहे हैं. समय-समय से टीकाकरण का कार्य हो रहा है, लेकिन विगत 6 महीने में लगभग 145 पशुओं की मौत हो चुकी है. इस समय थोड़ा जल भराव हुआ है, जिसके लिए कंक्रीट वाली मिट्टी डाली जा रही है.
-डॉ. एसके कुशवाहा, डिप्टी, सीवीओ, पशु चिकित्सा विभाग सोनभद्र

पहली बरसात में जल भराव की स्थिति बन गई है, जिलाधिकारी ने भी निरीक्षण किया है, कंक्रीट डालने की व्यवस्था की जा रही है. पम्प लगाकर पानी निकासी की व्यवस्था की जा रही है. पशु चिकित्साधिकारी और पशु अस्पताल के डाक्टरों द्वारा लगातार चेकअप व टीकाकरण का काम चल रहा है. पूर्व में पशुओं द्वारा प्लास्टिक खाना उनकी बीमारी का कारण बताया जा रहा है.
-प्रदीप गिरी, अधिशाषी अधिकारी,नगर पालिका सोनभद्र

Intro:Anchor-प्रदेश सरकार का ड्रीम प्रॉजेक्ट गोवंश आश्रय स्थलों में फैली दुर्व्यवस्थाओं के कारण लगातार पशुओ की मौतों का सिलसिला जारी है ,जिसको रोकने में जिला प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है। जनपद सोनभद्र में बने गोवंश आश्रय स्थल में विगत 6 महीनों के अंदर 145 से अधिक पशुओं की मौत सरकार की व्यवस्था का पोल खोलने के लिए काफी है।जी हां आप दुर्व्यवस्थाओं का आलम देख सकते है कि पहली ही बरसात में पूरे गोवंश आश्रय केंद्र में पानी भर गया है,चारो तरफ कीचड़ होने के कारण पशुओ समेत पशु पालकों को भी खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।




Body:Vo1-जनपद सोनभद्र के एक मात्र नगर पालिका परिषद राबर्ट्सगंज में जिला पंचायत की जमीन पर 6 माह पूर्व जनवरी 2019 के लास्ट में योगी सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट गोवंश आश्रय स्थल का निर्माण नगर पालिका व पशु चिकित्साधिकारी की संयुक्त देख-रेख में किया गया था। जिसमें नगर के सैकड़ो छुट्टा आवारा पशुओं को रखा गया था, लेकिन दुर्व्यवस्था का आलम यह है कि 6 महीने में यहां पर लगभग 145 से अधिक पशुओं की मौत हो चुकी है।यानी हर महीने 25 पशुओ की मौत हो रही है।अब इसे प्रदेश सरकार द्वारा पशुओ की सुरक्षा व्यवस्था कहा जाय या कुछ और यह सोचने की बात है।
वर्तमान समय मे आप देख सकते है कि पूरे गोवंश आश्रय केंद्र में पानी भरा हुआ है,चारो तरफ कीचड़ ही कीचड़ है ऐसे में पशुओ की दुर्व्यवस्था के कारण मौत होना लाजमी है।वही जब इस संबंध में गोवंश पालक से बात किया गया तो उसने बताया कि पानी भरने से चारो तरफ कीचड़ हो गया है जिसके कारण परेशानी हो रही है,कभी-कभी बिजली का करेंट भी उतर आता है।पंद्रह दिनों से बीमार चल रहे दो पशुओ की आज भी मौत हो गयी है।

Byte-गणेश(गोवंश पालक)


Vo2-वही पशु चिकित्सा विभाग के डॉक्टरो का कहना है कि व्यवस्था बहुत अच्छी है ,लगातार चेकअप किये जा रहे है,समय-समय से टीकाकरण का कार्य हो रहा है,लेकिन विगत 6 महीने में लगभग 145 पशुओ की मौत हो चुकी है।इस समय थोड़ा जल भराव हुआ है,जिसके लिए कंक्रीट वाली मिट्टी डाला जा रहा है।

Byte-डॉ0 एसके कुशवाहा( डिप्टी,सीवीओ,सदर,पशु चिकित्सा विभाग सोनभद्र)
(स्लेटी कलर का सर्ट पहने है,पीछे पानी भरा हुआ है)





Conclusion:Vo2-इस पूरे मामले पर नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी का कहना है कि पहली बरसात है जल भराव की स्थिति बन गयी है,जिलाधिकारी ने भी निरीक्षण किया है,कांक्रीट डालने की व्यवस्था की जा रही है,पम्प लगाकर पानी निकासी की व्यवस्था किया जा रहा है।वही लगातार पशुओ की मौत के कारण पर बताया कि पशु चिकित्साधिकारी व पशु अस्पताल के डाक्टरो द्वारा लगातार चेकअप व टीकाकरण का काम चल रहा है,वही उनकी कमजोरी के बारे में बताया गया है कि पूर्व में पशुओ द्वारा प्लास्टिक खाना उनकी बीमारी का कारण बताया जा रहा है।

Byte-प्रदीप गिरी(अधिशाषी अधिकारी,नगर पालिका,सोनभद्र)

(आफिस में बैठकर बाइट दे रहे है,सफेद सर्ट पहने है)


चन्द्रकान्त मिश्रा
सोनभद्र
मो0 9450323031

Last Updated : Sep 17, 2020, 4:13 PM IST
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