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शक्तिनगर के एनसीएल प्लांट में 80 फिट ऊंचाई से गिरकर एक मजदूर की मौत, फैक्ट्री के गेट पर जमकर हंगामा

सोनभद्र के कोयला में कार्य के दौरान एक मजदूर 80 फीट ऊंचाई से गिर गया. जिससे मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई. साथी की मौत के बाद अन्य मजदूरों ने कंपनी में जमकर हंगामा किया.

शक्तिनगर के एनसीएल प्लांट
शक्तिनगर के एनसीएल प्लांट
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Published : Dec 27, 2022, 4:06 PM IST

सोनभद्रः जनपद के शक्तिनगर स्थित नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (Northern Coalfields Limited) खड़िया परियोजना कोयला खदान में सोमवार की देर कोल हैंडलिंग प्लांट (सीएचपी) में कन्वेयर ऑपरेटर कार्य के दौरान गिर गया. सूचना पर कंपनी के अधिकारियों व कर्मचारियों ने आनन-फानन में मजदूर को नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया. जहां मंगलवार की सुबह डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मौत की सूचना पर साथी मजदूरों में कामकाज ठपकर मृतक के परिजनों को मुआवजा और नौकरी दिए जाने की मांग कर आंदोलन शुरू कर दिए. घटनास्थल पर एनसीएल के अधिकारी और पुलिस मजदूरों को समझाने बुझाने में लगी रही.



एनसीएल खड़िया कोयला खदान (NCL Kharia Coal Mine) में सीएचपी का कार्य बीते 2 वर्ष से एक निजी कंपनी (स्टार ओ & एम ग्रुप) कर रही है. जहां सोमवार को नाइट शिफ्ट में कार्य के दौरान कन्वेयर ऑपरेटर के पद पर तैनात मध्यप्रदेश के जयंत क्षेत्र के जैतपुर गांव के निवासी जितेंद्र नारंग लगभग 80 फीट ऊंचाई से गिर गया. गंभीर रूप से घायल मजदूर को तत्काल अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मजदूर की मौत की सूचना मिलने पर आक्रोशित मजदूरों ने धरने पर बैठकर एनसीएल और पेटिदार कंपनी प्रबंधन की लापरवाही के खिलाफ जमकर नारेबाजी के साथ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. मजदूरों के हंगामे की सूचना पर शक्तिनगर थाना प्रभारी राजेश कुमार सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे. इसके साथ ही कंपनी प्रबंधन के अधिकारी भी पहुंचे. पुलिस प्रशासन के समक्ष कंपनी के मजदूरों ने समस्या को अवगत कराया. पुलिस ने शव का पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए एमपी के वैढ़न भेज दिया. पुलिस जांच पड़ताल के साथ ही आंदोलने कर रहे मजदूरों को समझाने बुझाने में लगी हुई है.



वहीं, आक्रोशित मजदूरों का आरोप है कि कंपनी के एचआर मुकेश चटर्जी, नितेश तिवारी द्वारा मजदूरों का हर माह सैलरी मात्र 16 हजार रुपये ही दिया जाता है. साथ ही 10 हजार रुपये जबरन मजदूरों के खातों से पैसा वापस ले लिया जाता था. मजदूरों के विरोध पर उन्हें ड्यूटी से हटाने की धमकी दी जाती थी. इसी तरह कई लोगों को हटा भी दिया गया था. मजदूरों का आरोप है कि सेफ्टी बेल्ट समेत सुरक्षा उपकरण नहीं दिए जाते हैं. इसकी वजह से आज यह हादसा हो गया. वहीं, सीएचपी के इंचार्ज अमित कुमार पांडेय कहना है कि उन्हें हाल ही में यहां एक माह पूर्व नौकरी पर रखा गया है. यहां की स्थितियों से वह पूरी तरह अवगत नहीं है. इसलिए जांच के बाद ही वह कुछ कह पाएंगे.

यह अभी पढ़ें- पत्रकार बनकर वसूली करने वाले दो युवकों पर मुकदमा दर्ज

सोनभद्रः जनपद के शक्तिनगर स्थित नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (Northern Coalfields Limited) खड़िया परियोजना कोयला खदान में सोमवार की देर कोल हैंडलिंग प्लांट (सीएचपी) में कन्वेयर ऑपरेटर कार्य के दौरान गिर गया. सूचना पर कंपनी के अधिकारियों व कर्मचारियों ने आनन-फानन में मजदूर को नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया. जहां मंगलवार की सुबह डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मौत की सूचना पर साथी मजदूरों में कामकाज ठपकर मृतक के परिजनों को मुआवजा और नौकरी दिए जाने की मांग कर आंदोलन शुरू कर दिए. घटनास्थल पर एनसीएल के अधिकारी और पुलिस मजदूरों को समझाने बुझाने में लगी रही.



एनसीएल खड़िया कोयला खदान (NCL Kharia Coal Mine) में सीएचपी का कार्य बीते 2 वर्ष से एक निजी कंपनी (स्टार ओ & एम ग्रुप) कर रही है. जहां सोमवार को नाइट शिफ्ट में कार्य के दौरान कन्वेयर ऑपरेटर के पद पर तैनात मध्यप्रदेश के जयंत क्षेत्र के जैतपुर गांव के निवासी जितेंद्र नारंग लगभग 80 फीट ऊंचाई से गिर गया. गंभीर रूप से घायल मजदूर को तत्काल अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मजदूर की मौत की सूचना मिलने पर आक्रोशित मजदूरों ने धरने पर बैठकर एनसीएल और पेटिदार कंपनी प्रबंधन की लापरवाही के खिलाफ जमकर नारेबाजी के साथ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. मजदूरों के हंगामे की सूचना पर शक्तिनगर थाना प्रभारी राजेश कुमार सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे. इसके साथ ही कंपनी प्रबंधन के अधिकारी भी पहुंचे. पुलिस प्रशासन के समक्ष कंपनी के मजदूरों ने समस्या को अवगत कराया. पुलिस ने शव का पंचनामा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए एमपी के वैढ़न भेज दिया. पुलिस जांच पड़ताल के साथ ही आंदोलने कर रहे मजदूरों को समझाने बुझाने में लगी हुई है.



वहीं, आक्रोशित मजदूरों का आरोप है कि कंपनी के एचआर मुकेश चटर्जी, नितेश तिवारी द्वारा मजदूरों का हर माह सैलरी मात्र 16 हजार रुपये ही दिया जाता है. साथ ही 10 हजार रुपये जबरन मजदूरों के खातों से पैसा वापस ले लिया जाता था. मजदूरों के विरोध पर उन्हें ड्यूटी से हटाने की धमकी दी जाती थी. इसी तरह कई लोगों को हटा भी दिया गया था. मजदूरों का आरोप है कि सेफ्टी बेल्ट समेत सुरक्षा उपकरण नहीं दिए जाते हैं. इसकी वजह से आज यह हादसा हो गया. वहीं, सीएचपी के इंचार्ज अमित कुमार पांडेय कहना है कि उन्हें हाल ही में यहां एक माह पूर्व नौकरी पर रखा गया है. यहां की स्थितियों से वह पूरी तरह अवगत नहीं है. इसलिए जांच के बाद ही वह कुछ कह पाएंगे.

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