सोनभद्रः जिले के म्योरपुर थाना क्षेत्र में सोमवार सुबह एक किशोरी की झोलाछाप के इलाज से मौत हो गई. बताया जा रहा है कि किशोरी बुखार से पीड़ित थी और रेणुकूट क्षेत्र में उसका इलाज एक झोलाछाप कर रहा था, लेकिन किशोरी की हालत बिगड़ने पर उसने अपने हाथ खड़ा कर दिए. इसके बाद परिजन उसे लेकर म्योरपुर सीएचसी पहुंचे जहां उसकी मौत हो गयी.
जानकारी के अनुसार रेणुकूट निवासी महेंद्र की पुत्री संजू की तबियत कई दिनों से खराब थी. परिवार रेणुकूट के मछली मंडी के पास एक झोलाछाप से उसका इलाज करा रहा था. रविवार को झोलाछाप ने किशोरी की 2700 रुपये की खून की जांच कराई और रिपोर्ट आने के बाद झोलाछाप ने देर रात तक उसका इलाज किया लेकिन, किशोरी की हालत बिगड़ता देख झोलाछाप ने बाहर लेकर जाने की सलाह दी. परेशान परिजन किशोरी को लेकर म्योरपुर सीएचसी पहुंचे जहां उपस्थित डॉक्टर ने उपचार किया, लेकिन इलाज के दौरान ही किशोरी की मौत हो गयी.
मृतक का पिता महेंद्र प्रसाद ने बताया कि वह रेणुकूट स्थित मछली मंडी के पास एक झोलाछाप से बेटी का इलाज करा रहा था. रात में उसने जबाब दे दिया तो बेटी को लेकर सुबह 5 बजे सीएचसी म्योरपुर पहुंचे. वहां इलाज के दौरान बेटी की मौत हो गई. सीएचसी के डॉक्टर राजीव सिंह ने बताया कि किशोरी संजू (13) की पल्स नहीं चल रहा थी, उसे ऑक्सीजन देने का प्रयास किया जा रहा था. इसी दौरान उसकी मौत हो गई. घर वाले अगर समय से ले आते तो उसकी जान बच सकती थी.
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